Thursday, June 21, 2018

लोन दिलाने के नाम पर लाखों रूपये की ठगी करने वाला आरोपी, क्राईम ब्रांच इंदौर की गिरफ्त में।


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·         दर्जनों लोगों को ठग चुका है आरोपी, मध्य प्रदेश के अलावा अन्य राज्यों में भी ठगी की वारदातों को अंजाम दे चुका है आरोपी।
·         क्राईम ब्रांच थाने पर पंजीबद्ध प्रकरण सहित ग्वालियर शहर के दो थानों बहोड़ापुर व हजीरा से भी धोखाधड़ी व ठगी के प्रकरणो में चल रहा था आरोपी फरार।

इन्दौर- दिनांक 21 जून 2018- शहर में लोगों को विभिन्न प्रकार के प्रलोभन देकर अपनें झासें मे लेकर छलकपट कर धोखाधड़ी व ठगी करने वाले आरोपियों की पतारसी कर, आरोपियों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करनें के निर्देश पुलिस उपमहानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री हरिनारायणाचारी मिश्र के द्वारा दियें गये है। उक्त निर्देशों के तारतम्य मे पुलिस अधीक्षक मुखयालय श्री मो. यूसुफ कुरैशी के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्रांच श्री अमरेन्द्र सिंह द्वारा क्राईम ब्रांच की एक पुलिस टीम को इस दिशा में कार्यवाही करनें के लिए योजाबद्ध तरीके से लगाया गया।
        आवेदक सचिन छलोत्रे द्वारा धोखाधड़ी के संबंध में एक लिखित शिकायती आवेदन पत्र, जिला अपराध शाखा इंदौर को प्राप्त हुआथा, जिसकी जांच क्राईम ब्रांच द्वारा की जा रही थी। पुलिस टीम को जांच के दौरान यह ज्ञात हुआ था कि आवेदक के साथ लोन दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी की गई है जिसके परिप्रेक्ष्य में जांच के उपरान्त थाना अपराध शाखा इंदौर में अपराध क्र 13/17 धारा 406, 420 भादवि के अंतर्गत पंजीबद्ध किया जाकर प्रकरण को विवेचना मे लियें गयें। पुलिस टीम को विवेचना के दौरान क्राईम ब्रांच इंदौर को सूचना प्राप्त हुई कि लोन दिलाने के नाम पर कई वर्षों से लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वाला व्यक्ति इंदौर में है। सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुये क्राईम ब्रांच की पुलिस टीम द्वारा मुखबिरों के माध्यम से उक्त ठगोरे व्यक्ति की पतारसी की गई जिसमें विदित हुआ कि एक व्यक्ति जोकि अखबारों में अपना विज्ञापन छपवाकर लोगों को लोन दिलाने का आश्वासन देता है तथा विज्ञापन फर्जी होते है। उक्त व्यक्ति ठगोरा होकर आपराधिक प्रवृत्ति का है जो कि लोन दिलाने के नाम पर लोगों से अन्य शुल्कों के रूप  में रूपया वसूल कर के उनके साथ धोखाधड़ी कर रहा है। सूचना मिलने के बाद, थाना अपराध शाखा की टीम ने आरोपी अखिलेश मुदगल पिता स्व. घनश्याम मुदगल निवासी कोटेश्वर कॉलोनी ग्वालियर को, पटेल प्रतिमा चौराहा इंदौर से पकडा गया। पुलिस टीम द्वारा आरोपी अखिलेश से पूछताछ करनें पर बताया कि वह स्वयं मनोज भदकारिया के नाम के फर्जी आई0डी0 एवं दस्तावेज बनाकर, स्वयं को मनोज भदकारिया बताकर लोगों के साथ धोखाधड़ी करता है। आरोपी के बैंक खातों व अन्य दस्तावेजों के अवलोकन के आधार पर विदित हुआ कि आरोपी अखिलेश मुदगल से संपर्क रखने वाले कुछ लोग खरगोन व खरगोन के आसपास के क्षेत्रों के निवासी हैं। पुलिस टीम द्वारा खरगोन क्षेत्र में लोगों से पता किया तो ज्ञात हुआ कि आरोपी अखिलेश मुदगल ने इंदौर जिले के साथ ही खरगोन, खंडवा, भोपाल, उज्जैन, रायसेन, जबलपुर आदि जिलों के निवासियों को भी लोन दिलाने के नाम पर ठगा है, एवं आरोपी अखिलेश मुदगल ने खरगोन में भी एक ऑफिस खोल रखा था, इसके अलावा खरगोन में ही रहने के लिये एक कमरा भी किराये पर ले रखा था। खरगोन से कई लोगों के साथ लाखो रूपये की धोखाधड़ी करके, आरोपी अखिलेश मुदगल खरगोन के ऑफिस व कमरे को बंद कर, इंदौर में एक लॉज में रहने लगा था। इंदौर में भी आरोपी अलग-अलग होटलों में ठहरकर समय निकालता था।         आरोपी अखिलेश मुदगल इंदौर व ग्वालियर के कई दैनिक अखबारो में अपना विज्ञापन छपवाता था जिसमें वह 5 दिनों में '2 लाख से 90 लाख' रूपये तक के लोन को बिना किसी ग्यारंटर के दिलवाने का लालच लोगों को देता था। उसके बाद जो भी व्यक्ति आरोपी द्वारा अखबार में दिये विज्ञापन को देखकर उससे संपर्क करता है उसे वह, प्रोसेसिंग फीस, फाईल चार्ज व अन्य करों/शुल्कों के नाम पर व्यक्तियों से लाखों रूपये अपने खाते में ट्रांसफर करा लेता था तथा कस्टमर द्वारा लोन के संबंध में पूछने पर वह उन्हें गुमराह करता रहता था। कई वर्षों तक इस प्रकार की धोखाधड़ी करने के बाद लोगों द्वारा इसकी शिकायत पुलिस से की गई थी जिसके परिणामस्वरूप, ग्वालियर शहर के दो थानों (बहोड़ापुर व हजीरा) में आरोपी अखिलेश मुदगल के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किये गये हैं जिनमें आरोपी वर्तमान में फरार चल रहा है। इसी तारतम्य में क्राईम ब्रांच थाने पर शिकायत प्राप्त होने पर आरोपी के विरूद्ध जांच के उपरांत, अपराध क्र 13/17 धारा 420, 406 भादवि का पंजीबद्ध किया जाकर विवेचना में लिया गया था जिसके बाद से फरारआरोपी की पतारसी की जा रही थी, फरार आरोपी अखिलेश मुदगल को पजासाजी कर पकड़ा गया। आरोपी अखिलेश मुदगल ने बताया कि वह ग्राहकों से पैसे डलवाने के लिये अन्य व्यक्तियों के खातों का प्रयोग करता था, जिन व्यक्तियों के खाते का वह प्रयोग करता था उन व्यक्तियों को हर महीने वह कुछ रूपये, देता था साथ ही ऐसे व्यक्तियों के खातों के कुछ एटीएम कार्ड भी आरोपी के पास से बरामद हुए है। आरोपी से जो व्यक्ति लोन लेने के लिये संपर्क करते थे उनके आईडी प्रूफ आदि वह अपने ई-मेल पर बुलवा लेता था और उन आईडी प्रूफ का प्रयोग करके आरोपी सिम कार्ड खरीद लेता था। आरोपी ने बताया कि वह ऐसा इसलिये करता था ताकि, यदि कोई शिकायत करे तो, मोबाईल नंबर अथवा बैंक खाता नंबर के आधार पर उसे ढूंढ़ा न जा सके। आरोपी ने बताया कि वह अधिकतर ऐसे लोगों को ही निशाना बनाता था जोकि कम पढ़े- लिखे व जरूरतमंद होते थे। आरोपी रूकने के लिये भी ऐसी जगह चुनता था जो या तो 'स्लम' एरिया हो अथवा वहां कम पढ़े लिखे लोग रहते हों, जिससे कि उसके काम एवं उसके बारे में कोई ज्यादा जानकारी एकत्रित न कर सके। अपने आसपास रहनेवाले लोगों को वह अपने अलग अलग नाम बताता था आरोपी ने खरगोन में कुछ लोगों को अपना नाम ए.के. शर्मा एवं अन्य लोगों को अपना नाम मनोज भतकारिया बता रखा है। लॉज आदि में रूकने के लिये वह अपनी अखिलेश मुदगल नाम की ही आईडी का उपयोग करता था। आरोपी से विस्तृत पूछताछ की जा रही है जिसमें अन्य ठगी के मामले खुलने की संभावना है।



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