Friday, February 23, 2018

नकली सोने की ईट को असली बताकर ठगी करने वाले गिरोह का सदस्य आरोपी नकली सोने की ईंट सहित, क्राईम ब्रांच इंदौर की गिरफ्त में, आरोपी पूर्व में भी नकली सोना बेचकर ठगी की वारदातों को दे चुका है अंजाम


इन्दौर-दिनांक 23 फरवरी 2018- इंदौर शहर में नकली सोने की बिक्री कर ठगी करने के अपराधों के बारें में सूचना मिलने पर, इस पर अंकुश लगाने व इनकी गतिविधियों में संलिप्त लागों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करने हेतु पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री हरिनारायणाचारी मिश्र द्वारा इन्दौर पुलिस को निर्देशित किया गया है। जिस पर पुलिस अधीक्षक (मुखयालय) मो.युसुफ कुरैशी के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (क्राइम) अमरेन्द्र सिंह के द्वारा क्राइम ब्रांच की एक टीम को इस बिन्दु पर कार्य करने हेतु लगाया गया। इस संबंध में आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु पिछले कई दिनों से लगातार क्राईम ब्रांच द्वारा प्रयास किये जा रहे थे। 
पुलिस थाना कनाडिया के संचार नगर में रहने वाले फरियादी वल्लभ पाटीदार ने थाना कनाडिया पर कुछ दिनों पूर्व उनके साथ इसी प्रकार नकली सोना देकर की गई धोखाधडी के संबंध में रिपोर्ट लिखाई थी। जिसमेंफरियादी ने सिहोर के पास रहने वाले एक आरोपी रस्सू खॉ एवं उसके साथी के द्वारा मिलकर उसके साथ नकली सोने की ईंट को असली सोना बताकर 6 लाख रू ठगने के संबंध में शिकायत की थी।  
        उक्त शिकायत कें आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिये क्राइम ब्रांच इन्दौर के द्वारा प्रयास किये जा रहे थे। इसी दौरान क्राईम ब्रांच इंदौर को सूचना प्राप्त हुई कि फरियादी वल्लभ पाटीदार के साथ ठगी करने का आरोपी रस्सू खॉ एवं उसका एक साथी बंगाली चौराहे के आसपास घूम रहे हैं। उक्त सूचना पर थाना क्राईम ब्रांच एवं थाना कनाडिया की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा संयुक्त कार्यवाही करते हुए घेराबंदी कर एक आरोपी को पकड़ा गया जिसने पूछताछ में अपना नाम रस्सू पिता लियाकत खॉ उम्र 36 साल निवासी ग्राम जूनापानी सिहोर का होना बताया आरोपी का एक साथी पुलिस को देखकर मौके से फरार हो गया, जिसकी तलाश जारी है।
आरोपी से पूछताछ के दौरान पता लगा कि कुछ दिन पूर्व आरोपी रस्सू के साथी ने वल्लभ पाटीदार को फोन लगाकर कहा कि उसके घर की खुदाई में पुराना गड़ा हुआ सोना मिला है जिसे बेचना है जो आधी कीमत में आपको दे दूंगा। आरोपी रस्सू कायह साथी पूर्व में इंदौर में रहकर मजदूरी कर चुका है जिस कारण फरियादी और आरोपी रस्सू के साथी की बातचीत हुई थी। आरोपी ने ग्राहक को अपने गांव जूनापानी के पास बुलाया  और उसके साथ जयपुर गया जहां आरोपी एवं उसके साथियों ने फरियादी वल्लभ पाटीदार को सोने की एक ईंट दिखाई एवं उस ईंट में से एक छोटा सा टुकडा काटकर फरियादी को सेंपल के तौर पर दिया। फरियादी ने इंदौर आकर वह सेंपल चेक कराया तो वह असली सोना निकला इसके बाद आरोपी एवं उसके साथियों ने फरियादी को पुनः जयपुर 6 लाख रू लेकर आने का कहा जिसके बाद फरियादी आरोपी रस्सू के साथ जयपुर गया जहां आरोपी एवं उसके साथियों ने उसे वहीं सोने की ईंट दी जिसमें से उनहोने सेंपल काटकर दिया था। फरियादी वल्लभ पाटीदार ने जयपुर जाकर आरोपी एवं उसके साथियों को 6 लाख रू देकर और ईंट लेकर इंदौर चला आया। इंदौर आकर जब फरियादी ने इसे चेक कराया तो वह नकली निकली। इसके बाद फरियादी ने इसकी रिपोर्ट थाने पर की थी। 
आरोपी रस्सू खॉ से पूछताछ में क्राईम ब्रांच को इस गिरोह के काम करने के तरीके के बारे में पता चला कि, गिरोह का कोई एक सदस्य द्राहरमे रहकर कुछ समय तक मजदूरी का काम करता था और इसी दौरान मौका पाकर किसी व्यक्ति को अपने झांसे में फसा कर उसे अपने घर की खुदाई के दौरान सोने की ईट निकलने की बात बताता था। इसके बाद गिरोह का वह सदस्य खुद को बहुत गरीब बताकर ग्राहक को यह विश्वास दिलाता था कि गरीब होने के कारण वह अपनी सोने की ईट बेच नहीं पा रहा है और ग्राहक को यह विश्वास दिलाता था कि यह सोना वह उसे आधी कीमत पर दे देगा। इसके बाद सेंपल दिखाने के नाम पर ग्राहक को अपने साथ लेकर जाते थे और ग्राहक को अपने नाखून में पहले से छुपाया हुआ असली सोने का टुकडा देकर बेवकूफ बनाते थे एवं इसके बाद ग्राहक को नकली सोना देकर उसके बदले उससे पैसे ले लेते थे अगर ग्राहक पैसे देने से मना करे तो आरोपी ग्राहक को उक्त बुलाये स्थान पर ही मारपीट कर लूट लेते थे। 
       आरोपी पूर्व में भी इस प्रकार की वारदातों को अंजाम दे चुका है, जिसमें कई लोगों को बेवकूफ बनाकर नकली सोना बेचकर लोगों से लाखों रू. ऐंठ चुका है। आरोपी रस्सू एवं उसके साथियों द्वारा नकली सोना बेचने की घटना की गर्ई थीं, उक्त अपराध मे थाना कनाडिया एवं क्राइम ब्र्रांचद्वारा आरोपी रस्सू पिता लियाकल खान को गिरफ्तार किया जा गया है आरोपी से अन्य अपराधों व उसके साथियों के संबंध मे भी पूछताछ की जा रही है, जिसमे और भी कई अन्य घटनाओं का खुलासा हो सकता है। 




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