इन्दौर-
दिनांक 11 फरवरी 2018- पुलिस उपमहानिरीक्षक इंदौर शहर श्री
हरिनारायणाचारी मिश्र द्वारा राजनगरकी रहने वाली सीताबाई के गुना जिले में हुए
अंधे कत्ल के खुलासे के बाद, घटना को अंजाम देने में हत्यारे प्रेमी
पति का साथ देने वाले आरोपी शिव कुमार साहू, जो कि फरार चल
रहा था की पतासाजी कर उसे गिरफ्तार करने हेतु क्राईम ब्रांच को निर्देशित किया गया
था। उक्त निर्देशों के तारतम्य पुलिस अधीक्षक मुखयालय श्री मो युसुफ कुरैशी के
मार्गदर्शन मे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्रा्च इंदौर श्री अमरेन्द्र सिंह
द्वारा क्राईम ब्रांच की टीम को इस दिशा मे प्रभावी कार्यवाही करने हेतु समुचित
दिशा निर्देश देकर लगाया गया।
उक्त
निर्देश पर कार्यवाही करतें हुए क्राईम ब्रांच इंदौर की पुलिस टीम ने मुखबिर तंत्र
को, शहर व शहर के आसपास के ईलाकों में सक्रिय कर सूचना प्राप्त की जिसमें
पता चला कि फरार आरोपी शिव कुमार साहू वर्तमान मे ट्रांसपोर्ट नगर इंदौर की किसी
ट्रांसपोर्ट कंपनी का ट्रक चला रहा है जो अभी झाँसी (उ0प्र0) तरफ
ट्रक लेकर माल खाली करने गया है एवं कुछ दिनों मे वापस इंदौर लौटने वाला है। उक्त
सूचना पर कार्यवाही करते हुए क्राईम ब्रांच की टीम ने शिव कुमार साहू की जानकारी
एकत्र कर थाना प्रभारी तहसील चचोड़ा जिला गुना, व उनकी टीम के
साथसंयुक्त कार्यवाही करते हुये शिव कुमार साहू पिता बाल गोविंद साहू उम्र 39
वर्ष नि ग्राम नया खेड़ा पोस्ट सिमरी तहसील लालगंज थाना खीरो जिला रायबरेली (उ0प्र0)
को
इंदौर आते समय घेराबंदी कर पकडा गया। पुलिस टीम द्वारा आरोपी से घटना के संबंध में
पूछताछ की गई जिसमें उसने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि आरोपी शिव साहू
माखनलाल मुकाती उर्फ माखन दा पिता मांगीलाल मुकाती उम्र 50 को पिछले 10
सालों से जानता है आरोपी शिव साहू, माखन लाल के साथ क्लीनरी एवं ट्रक
ड्राइवरी, दोनों करता है। पहले भी आरोपी शिव साहू ने माखन लाल के साथ 15-15
दिन की दो ट्रिप इंदौर से गुवाहाटी के लगाये है, इस बीच माखन लाल
ट्रिप पर चलते हुए अपने घर का दुख-दर्द शिव साहू को सुनाता था, जिसमें
माखन लाल हमेद्गाा सीताबाई का जिक्र करता था, कि सीता बाई से
उसके संबंध अभी अच्छे नहीं चल रहे है। इस कारण से माखन लाल के परिवार मे काफी तनाव
चल रहा है, फिर अचानक माखन लाल ने बोला की तेरी भाभी
(सीताबाई) से मन उठ गया है, या तो मैं मर जाउंगा या उसे मार दूंगा।
शिव ने बताया कि दिनांक 01-02.08.2017 को शिव और माखन लाल संधू
ट्रान्सपोर्टका ट्रक क्रमांक एम-एच-26,-डी-1873 (14 चक्के) मे माल
भरकर इन्दौर से गुवाहटी (असम) के लिए निकले, साथ मे माखनलाल
ने सीताबाई को कामखयादेवी के दर्द्गान कराने के बहाने साथ मे ट्रक मे बैठा लिया।
इसके बाद तीनों उक्त ट्रक में माल लेकर गुवाहटी की ओर निकल पडे। करीब 7
अगस्त को सुबह करीब 7 बजें यह तीनों गुवाहटी पहुंच गये और वहीं शिव
साहू ट्रक मे भरा माल एक छोटी फैक्ट्री में खाली कराने चला गया, जबकि
माखनलाल और सीताबाई कामखयादेवी मंदिर दर्द्गान करने चले गये। फिर यह तीनों उक्त
ट्रक मे कार्बन (कोयला) भरकर उसी दिनांक को रात के करीब 10 बजें मण्डीदीप
भोपाल के लिये रवाना हो गए। गुवाहाटी से निकलने के बाद से ही माखन लाल और सीता बाई
में घर के विवाद व संपत्ति को लेकर तू-तू मैं-मैं हो रही थी। 15
अगस्त 2017 के दो-तीन दिन पहले कि रात के करीब 3 बजे रहे थे कि
गुना के निकलते ही दोनों में झगड़ा और बढ़ गया व हाथा-पाई भी होने लगी और दोनों एक
दूसरे को मरने-मारने की बात करने लगे इतने में गुस्से मे माखनलाल ने सीता बाई का
अपने हाथों से गला घोंट दिया तो सीता बाई अधमरी हो गयी फिर और बोलने लगीं की या
तोमुझे मार दे और अगर मे बच गयी तो तुम्हें जीने नहीं दूँगी फिर माखनलाल ने ट्रक
के केबिन मे पड़ी रस्सी से सीता बाई का गला घोंट दिया जिससे सीता बाई ने वहीं दम
तोड़ दिया। ये सब घटना चलती ट्रक मे हुआ उस समय शिवसाहू ट्रक चला रहा था फिर
माखनलाल ने शिव से गाड़ी साईड मे रुकवाई और शिव को बोला की सीताबाई तो मर चुकी है
अब अगर इसकी लाश को ठिकाने लगाने मे मेरी मदद करेगा तो तुझे इस काम के लिए रुपये
दूंगा। रुपयों के लालच मे शिवसाहू मान गया फिर माखन लाल ने सीता बाई के सारे कपड़े
उतार दिये सीता बाई का मंगल सूत्र-एक, कान के टॉप्स-दो , अंगूठी-एक
व बिछिया करीब-05 निकाल कर खुद के पास रख लिए फिर हम दोनों ने
सीता बाई कि लाश को एक बोरे मे जो पहले से ही ट्रक के केबिन मे रखा था में पैर
मोड़कर भर दिया और आपस में यह बात हुई कि इसे आगे कहीं सुन-सान जगह पर फेंक देंगे
फिर करीब 4-5 किलोमीटर आगे एबी रोड पर चलकर एक गाँव आया फिर
एक ढाबा आया फिर एक पुलिया के निकलते ही सुनसान जगह आई और रोड के दोनों तरफ छोटी
पहाड़ी थी और सुबह भी होने वाली थी वहाँ रोड बनाने का काम भी चल रहा था फिर माखनदा
गाड़ी से नीचे उतरे और मेने क्लीनर साइड से सीता बाई कि लाश जो बोरे मे बंद थी को
सरकाकर नीचे माखन दा के कंधे पर रख दिया और माखन दा ने सीता बाई कि लाश को कुछ दूर
जाकर सड़क के किनारे नाली जैसा बना था वहाँ फेंक दिया उसके बाद हम वहाँ से मंडीदीप
भोपाल के लिए निकल लिए आगे जाकर मेने ब्यावरा पहुँचकर एक ढाबे पर शराब पी, और
ट्रक मे डीजल डलवाकर मंडी दीप पहुँचकर माल खाली किया और वहाँ से फिर हमे कोई भाड़ा
नहीं मिला और हम खाली ट्रक लेकर इंदौर के लिए निकल गए। सीता बाई के कपड़े माखन दा
ने आष्टा और डोडी घाटी के बीच मे नदी के पास उसके किनारे फेंक दिये। फिर माखन दा
ने इस बात को छिपाने के लिए मुझे 40,000/- रुपये देने की बात कही तो मुझे पैसों
कि जरूरत थी तो मे भी मान गया और मुझे इंदौर पहुँचकर 10,000/- रुपए
एडवांस भी दिये और कहा कि बाकी रुपये बाद मे दे दूंगा। फिर मे बाद मे हत्या करने
के बाद माखन दा से केवल एक बार इंदौर मे मिला हूँ। उसके कुछ दिन बाद माखन दा ने
ट्रक पर जाना छोड़ दिया। अज्ञात महिला की लाश की सुचना थाना चचोड़ा तहसील चचोड़ा जिला
गुना पर प्राप्त होने पर मर्ग जांच कर महिलाकी शिनाखत सीताबाई पति माखन लाल के रुप
होने व मृत्यु का कारण हत्या का पाया जाने से अपराध क्र-390/17
धारा-302, 201 ता. हि. का पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया
था। घटना के संबंध मे पुलिस अन्य साक्ष्यो व एक और आरोपी शिव कुमार के संबंध मे
गहन पूछताछ कर रही है।
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