इन्दौर-दिनांक
21 जनवरी 2018- पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर (शहर)
श्री हरिनारायणाचारी मिश्र द्वारा इन्दौर शहर में मिनेष हॉस्पीटल, नेमावर
रोड साजन नगर, इन्दौर की तीसरे मंजिल पर घुसकर लाखों की लूट
की नीयत से अज्ञात बदमाशों द्वारा राजश्री वर्मा पर किए गए प्राणघातक हमले के
आरोपियों की शीघ्र पतारसी कर गिरफ्तार करने हेतु क्राईम ब्रांच की टीम को निर्देशित
किया था। उक्त निर्देशो के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक मुखयालय श्री मो. युसूफ
कुरैशी के मार्गदर्शन मे अति. पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्राँच, इन्दौर श्री
अमरेन्द्र सिंह व्दारा क्राईम ब्रांच की टीम गठित कर अज्ञात आरोपियों को पतारसी व
गिरफ्तारी हेतु प्रभावी कार्यावाही करने हेतु समुचित निर्देश दिये गये ।
क्राईम ब्रांच इंदौर की टीम एवं पुलिस थाना
संयोगितागंज की टीम ने संयुक्त रूप से कार्यवाही करते हुए थाना-संयोगितागंज
केअपराध क्रमांक-20/18 धारा-307, 34 भादवि के
अज्ञात आरोपियों की पतारसी जा रही थी, इसी दौरान राजश्री वर्मा के बयान
क्राईम ब्रांच के अधिकारियों द्वारा लेने पर, घायल महिला
द्वारा दो व्यक्तियों का होना एवं आरी टाईप का चाकू से गला रेतने की कोशिश आरोपियों
द्वारा किया जाना बताया था। इसी बात पर टीम द्वारा गोपनीय व अलग-अलग तरीकों से तथा
घटनास्थल क्षेत्रों में लगे सीसीटीवी कैमरों की अवलोकन करने से ज्ञात हुया कि दो
व्यक्ति रात्रि में उस क्षेत्र में घूमते दौड़ते दिखे जिन्हें बारीकी से चिन्हित कर
इस संबंध में जानकारी जुटाई गई। राजश्री पर हुए सनसनीखेज प्राणघातक हमले के अज्ञात
आरोपियों की पतारसी करते हुए क्राईम ब्रांच की टीम घटना के दोनों आरोपियों को
पकड़ने महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई। प्रकरण में दोनों आरोपियों 01. रूपेश
पिता ओमप्रकाश जाट उम्र 22 साल निवासी-ग्राम काटकूट थाना बलवाड़ा
जिला खरगोन हाल मुकाम - पंवार मल्टी राधास्वामी नगर इन्दौर 02. धीरज
पिता जगदीश जाट उम्र 20 साल निवासी - ग्राम काटकूट थाना - बलवाडा जिला
- खरगोन हाल मुकाम - शंकर सेन का मकान, 60 फिट रोड, द्वारिकापुरी,
इन्दौर
को टीम द्वारा पतासाजी केबाद, घेराबंदी कर गिरफ्तार किया गया।
पकड़े गये आरोपियों ने पूछतांछ में बताया कि
आरोपी रूपेश जाट का भाई दीपक जाट पूर्व में मिनेष हॉस्पीटल में नौकरी करता था,
आरोपी
रूपेश जाट दवा बजार में काम करता है एवं धीरज जाट वैष्णव कॉलेज में एडी. वीटी. का
प्रथम वर्ष का छात्र है। आरोपी रूपेश जाट उसके भाई दीपक को खाना देने जाता था,
जिस
कारण रूपेश जाट का आना -जाना हॉस्पिटल में लगा रहता था । आरोपी रूपेश को यह
जानकारी थी कि दोनो हॉस्पीटल से आये हुए रूपये राजश्री के पास ही रहते है, एवं
राजश्री का कमरा आरोपी रूपेश जाट ने अच्छे से देखा हुआ था। रूपेश जाट एक बार अपने
भाई को खाना देने आया था तब राजश्री के कमरे का बल्ब फ्यूज होने पर कमरे का बल्ब
भी रूपेश से बदलवाया था, रूपेश को यह भी जानकारी थी कि राजश्री
उस कमरे में अकेली सोती है।
रूपेश जाट को यह ज्ञात था की हॉस्पिटल में आने
-जाने वाले संपूर्ण रास्तों पर कैमरे लगे हैं यदि कोई भी व्यक्ति आता-जाता है,
तो
कैमरों में कैद हो जायेगा। इस प्रकार की सभी जानकारी एकत्रित कर आरोपी ने अपने
साथी एवं उसी के गांव के रहने वाले सहआरोपी धीरज को बताया कि ऊपर तीसरेमाले पर डॉ.
वर्मा का परिवार रहता हैं। डॉ. रवि वर्मा के दो हॉस्पिटल हैं। एक हॉस्पीटल दुधिया
गांव के पास एनर्जी हॉस्पीटल एवं दूसरा हॉस्पीटल नेमावर रोड पर मिनेष हॉस्पीटल है।
दोनो हॉस्पिट का लाखों का कलेक्शन वहाँ के स्टाफ द्वारा राजश्री के पास जमा किया
जाता है। रूपेश जाट ने लूट करने की नीयत से अपने साथी धीरज जाट के साथ मिनेष
हॉस्पीटल के ऊपर डॉ. वर्मा के घर लूट करने की योजना बनाकर घर से ही दो जोड़ हाथ के
ग्लब्स लिए व एक धारदार चाकू लेकर दोनो ने पहले रूपेश के कमरे पर बाद में साजन नगर
अंग्रेजी शराब की दुकान पर शराब पी, इसके बाद दिनांक 13.01.2018 को
रात्रि करीब 11.50 बजे दोनो मिनेष हॉस्पीटल पहुंचे, जहाँ
पर दोनों ने हाथ में ग्लब्स पहने फिर मकान के पास लगे पेड़ को पकड़ कर लोहे के चद्दर
पर चढे़, उसके बाद पाईप को पकडकर तीसरे माले पर डॉ. वर्मा के घर पहुंचे। वहॉ
पहुंच कर रूपेश ने हाथ से दरवाजा खटखटाया तब कोई नहीं आया, फिर इन्होंने
डोर - बेल बजाया, राजश्री ने दरवाजा खोला, राजश्री के
दरवाजा खोलते ही अरोपी धीरज जाट ने राजश्री का हाथ पकडकर बेड पर ले जाकर पटक दिया
व उसका पीठ पर बैठकर उसका मुँह दबाकर उसके गलेपर चाकू लगा दिया तभी राजश्री की
दादी माँ ने अवाज लगाई, जिसके कारण धीरज ने राजश्री के गले पर 05 से
06 बार धारदार चाकू से वार किए, जिससे उसके गले
से खून बहने लगा। दादी की आवाज सुनकर दोनो घबराकर घर से बाहर निकल आए, बाद
दोनों आरोपी जिस रास्ते से हॉस्पीटल की तीसरी मंजिल पर आये थे उसी रास्ते से वापस
कूद कर भाग गए।
क्राईम ब्रांच की टीम द्वारा उक्त आरोपीगणों को
गिरफ्तार करने में कड़ी मेहनत से कार्य कर आरोपी द्वारा उपयोग किया गया धारदार चाकू
एवं पहने हुए कपडे बरामद किए गए है। उक्त आरोपियों को गिरफ्तार कर अन्य आरोपियों
के बारे में पूछतांछ की जा रही। पूछतांछ में अन्य आरोपियों के नाम ज्ञात होते है,
तो
अन्य आरोपियों के खिलाफ भी कठोरतम वैधानिक कार्यवाही की कार्यवाही की जावेगी।
उक्त उल्लेखनीय कार्य करने वाली टीम की सराहना
व प्रशंसा करते हुए, पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर द्वारा, टीम
को नगद पुरस्कार से पुरूस्कृत करने की घोषणा की गयी है।
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