इन्दौर-दिनांक
08 नवंबर 2017-पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री हरिनारायणाचारी मिश्र व्दारा
शहर मे नाबलिक लडकियो की शादी करवाने व पैसे लेकर अवैध शादीयॉ करवाकर शादी के
तुरंत बाद ससुराल पक्ष से गहने व रूपये लेकर फरार होने वाली दुल्हनों के गिरोह के
शहर में सक्रिय होनें के बारें में सूचनाएं मिलने पर, ऐसे गिरोह पर
कड़ी नजर रख प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये है। जिस पर पुलिस
अधीक्षकमुखयालय इंदौर श्री मो.युसुफ कुरैशी के मार्गदर्शन मे अतिरिक्त पुलिस
अधीक्षक क्राईम ब्रांच श्री अमरेन्द्र सिंह चौहान व्दारा उप पुलिस अधीक्षक क्राईम
ब्रांच एवं थाना प्रभारी क्राईम ब्रांच की टीमों को इस दिशा मे प्रभावी कार्यवाही
हेतु समुचित निर्देश दिये गये ।
क्राइम ब्राँच की टीम को मुखबिर द्वारा सूचना
प्राप्त हुई कि थाना छोटीग्वालटोली के अप. क्र.72/17 धारा 420,120बी भादवि का फरार
व ईनामी बदमाश अजय पिता प्रेमसिंह वर्मा खाती नि. ग्राम व पोस्ट मुगली थाना आष्टा
जिला सिहोर, अपने वर्तमान निवास सुखलिया गाँव इंदौर मे अपनी
पत्नी से मिलने आया है। उक्त सूचना पर क्राइम ब्रांच टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही
कर आरोपी के मकान की घेराबंदी की गई। दरवाजा खुलवाने पर मकान में एक व्यक्ति मिला
जिसने अपना नाम अजय पिता प्रेमसिंह वर्मा खाती नि. ग्राम व पोस्ट मुगली थाना आष्टा
जिला सिहोर का होना बताया। अजय से घटना के संबंध में पूछताछ करने पर उसने बताया कि
आज से दो माह पूर्व 1.विशाल नि. देवास,
2. माया नि. हवा बंगला इंदौर व 3. इन्दर नि. देवास ने सपना नामक लडकी
की शादी दलाल अजय के माध्यम से जयपुर के लडके से साठ हजार रुपये लेकर कराई थी।
आरोंपियों नेयह शादी माया के घर से कराई थी व बाद ये लोग मेहमानो व शादीशुदा लडकी
को छोडने के लिये सरबटे बस स्टैण्ड पर आये । आरोपियों ने दूल्हा व उसके परिवार को
बस टिकट लेने के लिये भेजा इसी बीच दुल्हन सपना व दुल्हन के परिवार के लोग गायब हो
गये। दूल्हा पक्ष ने बस स्टैण्ड पर दुल्हन व उसके घर वालो को ढूढ़ा तो दुल्हन सपना
व शादी कराने वाली माया तो मिल गई थी लेकिन अजय व इन्दर फरार हो गये थे। दूल्हा
पक्ष लुटेरी दुल्हन व माया को पकड कर थाना छोटीग्वाल टोली ले गये थे जहॉ पर दूल्हे
के साथ की गई ठगी पर से थाना छोटीग्वालटोली पर रिपोर्ट की गई थी। जबसे इस प्रकरण
में अजय लगातार फरार चल रहा था, जिसकी गिरफ्तारी हेतु पुलिस अधीक्षक
इंदौर द्वारा तीन हजार रुपये के ईनाम घोषणा की गई थी। क्राइम ब्रांच की टीम द्वारा
जिसे घेराबंदी कर पकड़ा गया है।
अजय
पूर्व मे औरतो को स्वयं सहायता समूहों मे लोन दिलाने का काम करता था जिसके ऑफिस
देवास, उज्जैन व बैतूल मे थे। उसमें भी आरोपी अजय 170000 रुपये का गबन कर
फरार हो गया था, जिसे बैतूल पुलिस द्वारा पकड कर जेल भेजा गया
था। पूर्व में भी अजय द्वारा अपने साथी दलालोंनितिश, राकेश, माया,
सीता
आंटी, मंजू जैन, लक्ष्मीनारायण शुक्ला, इन्दर के माध्यम
से फर्जी पहचान पत्र बनवाकर जयपुर व सवाई माधवपुर तथा मध्यप्रदेश मे कई जगहों पर
मोटी रकम लेकर शादिया कराई गई थी जिसमें दुल्हनें शादी के दूसरे दिन ही ससुराल
पक्ष से गहने व कीमती सामान लेकर फरार हो गई। आरोपी अजय ने बताया कि वह अन्य सदस्यों
के साथ पिछले 4-5 वर्षें से लडकियों के नकली आधार कार्ड बनवाकर नाम व जाति बदलकर
जिस समाज का लडका होता है उस समाज की लडकी का फर्जी आधार कार्ड बनवाकर, शादी
करवा देते हैं। शादी के अगले दिन मौका पाकर, दूल्हे के
परिवार वालों द्वारा चढाये गये जेवर एवं कैश लेकर दुल्हन फरार हो जाती है। आधार
कार्ड गलत नाम पते पर होता है, इसलिये गिरोह के सदस्य उस पते पर नही
मिलते ।
पुलिस द्वारा पकडे गये आरोपी अजय से दलालों व
लुटेरी दुल्हनों के संबंध में पूछताछ कर, इसमें संलिप्त लोगों की तलाश की जा रही
है। आरोपियों की पतासाजी होने पर एक ठगी करने वाले बडे गिरोह का पर्दाफाश होने की
संभावना है। टीम द्वारा आरोपी को अग्रिम वैधानिक कार्यवाही हेतु पुलिस थाना
छोटीग्वाटोली के सुपुर्द किया गया है।
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