Friday, October 13, 2017

डेवलपमेंट ऑफ ट्रैंड मेनपावर इन फोरेंसिक साइंस विषय पर आयोजित प्रशिक्षण कार्यशाला के समापन अवसर पर, एडीजी द्वारा किया गया वीडियो कॉल के माध्यम से संबोधित


इन्दौर-दिनांक 12 अक्टूबर 2017- पुलिस महानिदेशक म.प्र. भोपाल के निर्देशानुसार पुलिस महानिदेशक/महानिरीक्षक कांफ्रेस 2017 हेतु, कांफ्रेस के बिन्दु डेवलपमेंट ऑफ ट्रैंड मेनपावर इन फोरेंसिक साइंस के क्रियान्वयन हेतु नये उप निरीक्षकों को प्रशिक्षित किया जाना है। इसी उद्‌देश्य से, दिनांक 09.10.17  से पुलिस कंट्रोल रूम इन्दौर के सभागार में इन्दौर ज़ोन के प्रोबेशनरी उप निरीक्षकों का डेवलपमेंट ऑफ ट्रैंड मेनपावर इन फोरेंसिक साइंस विषय पर चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला  आयोजित की गयी थी।
इस कार्यशाला का शुभारंभ कर अति. पुलिस महानिदेशक (तकनीकी सेवाएं) पु मु भोपाल, श्री डी.सी. सागर द्वारा अपराध अन्वेषण में फोरेंसिक साइंस के महत्व व इस दौरान रखी जाने वाली सावधानियां व हमें किस प्रकार फोरेंसिक साइंस के द्वारा अपराधों की विवेचना की जाना चाहिये, बढ़े ही रोचक ढंग से समझाया गया। इस दौरान उन्होने उपस्थित प्रशिक्षुओं को कई अपराधों की केस स्टडी के माध्यम से उपरोक्त विषय पर आवश्यक जानकारियां देते हुए, पावर पाइंट प्रजेटेंशन के माध्यम से फोरेंसिक साइंस के महत्व को समझाया गया। साथ ही उपस्थित प्रशिक्षुओं को एक अपराध की केस स्टडी के फोटो दिखाकर, उनको ग्रुपों में बांटकर ग्रुप डिस्कशन के माध्यम से उक्त घटना पर फोरेंसिक साइंस के दृष्टिकोण से उसका प्रजेटेशन, प्रशिक्षुओं से करवाया गया। उक्त चार दिवसीय कार्यशाला के दौरान अन्य वरिष्ठ अधिकारियों व वैज्ञानिक अधिकारीयों व  संबंधित विषयों के विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षुओं के साथ अपने अनुभवों को साझा करते हुए उन्हें महत्वपूर्ण जानकारियां दी गयी।

इस कार्यशाला के समापन अवसर पर सहायक पुलिस महानिरीक्षक,  कार्यालय पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर जोन,  श्रीमती सोनाली दुबे, सहायक पुलिस महानिरीक्षक, कार्यालय पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर जोन, श्री विनय प्रकाश पाल, वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी एफएसएल यूनिट इन्दौर श्री बी.एल. मण्डलोई व अन्य अधिकारीगण की उपस्थिति में एडीजी श्री डी.सी. सागर से व्हाट्सएप्प वीडियो कॉल के माध्यम से मार्गदर्शन लिया गया, जिस पर उन्होंने प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए इस तकनीकी  सेवा के लिए सभी को धन्यवाद देते हुए कहा कि, यह एक बड़ी स्मृति होगी कि वे व्हाट्सएप वीडियो के माध्यम से  प्रशिक्षुओं अधिकारियों को फोरेंसिक साइंस  पर प्रशिक्षण की उपयोगिता के बारे में अपने विचार व्यक्त करने में सक्षम थे। उन्होंने कार्यशाला के समापन पर कार्यक्रम के सफल आयोजन पर सभी को बधाई देते हुए, सभी को एक टीम व इकाई की तरह कार्य करे, जिससे आरोपियों को माननीय न्यायालय द्वारा दोषी ठहराए जा सके। इसके लिए हमें कानून की उचित प्रक्रिया के साथ कड़ी मेहनत करनी है और जांच पूरी तरह से अपराधों को उसके परिमाण तक पहुचाने के लिए, परिस्थितिजन्य साक्ष्यों व सभी प्रमाणों, गवाहों आदि के आधार पर अपराध का अन्वेषण किया जाए।

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