Thursday, October 12, 2017

40 करोड़की एक्साईज़ ड्‌यूटी की हेराफेरी कर फरार 20,000 रू के ईनामी शराब व्यवसायी क्राईम ब्रांच इंदौर की गिरफ्त में संरक्षण देने वाला मय स्विफ्ट कार के गिरप्तार


इन्दौर-दिनांक 12 अक्टूबर 2017- शराब व्यवसायियों द्वारा नकली चालान बनाकर आबकारी विभाग को पिछले कई वर्षों से करोड़ों के राजस्व का घोटाला कर सरकार को चूना लगाकर फरार हुए शराब कारोबारियों की गिरफ्तारी हेत पुलिस उप महानिरीक्षक इंदौर शहर श्री हरिनारायणाचारी मिश्र द्वारा दियें गयें। उक्त निर्देश के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक (मुखयालय) मो.युसुफ कुरैशी के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पूर्व जोन-3 श्री सम्पत उपाध्याय एव ंअतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (क्राईम) श्री अमरेन्द्र सिंह के द्वारा क्राईम ब्रांच की एक टीम को इस बिन्दु पर कार्यवाही करने हेतु लगाया गया। फरार शराब व्यवसायियों की गिरफ्तारी हेतु पुलिस अधीक्षक मुखयालय इंदौर द्वारा ईनाम घोषित किया गया।
फरार आरोपियों की गिरफ्तारी हेतू पिछले कई दिनों से लगातार क्राईम ब्रांच की पुलिस टीम द्वारा प्रयास किये जा रहे थे। जिनके परिणामस्वरूप पूर्व में दो आरोपी योगेन्द्र जायसवाल एवं अविनाश मंडलोई को क्राईम ब्रांच द्वारा गिरफ्तारकिया जा चुका था। इसी तारतम्य में पुलिस टीम को सूचना प्राप्त हुई थी कि मामले का फरार आरोपी दीपक पिता राजेन्द्र जायसवाल उम्र 33 साल नि. 1486 सेक्टर-डी सुदामा नगर इंदौर अपने साथियों के साथ मांडव से एक सफेद रंग की स्विफ्ट कार मे ंइंदौर आ रहा है । एवं उसके साथ कार में उसके कुछ साथी भी हैं सूचना पर क्राईम ब्रांच द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए पुलिस थाना रावजी बाजार के साथा कार्यवाही करतें हुए पुलिस टीम को तत्काल रवाना किया जाकर आरोपी की घेराबंदी हेतु टीम पीथमपुर से इंदौर आने वाले रास्ते पर राऊ गोल चौराहे पर लगाई गई जिसमें कुछ देर बाद एक स्विफ्ट कार सफेद रंग की इंदौर तरफ आती दिखाई दी जिसको टीम द्वारा घेराबंदी कर पकड़ा गया। पुलिस टीम द्वारा गाड़ी को चेक करने पर उसमें फरार आरोपी दीपक पिता राजेन्द्र जायसवाल अपने साथियों दीपक पिता हरिप्रसाद जायसवाल नि. बूढ़ी बरलई क्षिप्रा , विजय पिता मोहनलाल जायसवाल नि. बरलई जागीर क्षिप्रा मिले। पुलिस टीम द्वारा पुछताछ करने पर आरोपियों ने बताया कि वह अब तक धार, देवास, रतलाम एवं मांडव आदि जगहों पर उसके साथियों की सहायता से फरारी काट रहा था। एवं आज अपने उक्त सभीसाथियों के साथ मांडव से इंदौर अपने घर जा रहा था। आरोपी के साथ गाड़ी में मिले उसके दोस्तों ने फरारी के दौरान आरोपी की पुलिस से बचने मे मदद की थी। आरोपी ने पूछताछ में यह भी बताया कि वर्ष 2015-16 के लिये इंदौर शहर मे ंआबकारी विभाग से ठेके पर लिये गये शराब दुकान घाटे मे ंजा रही थी उसी दुकान को आपसी अनुबंध के आधार पर गैर कानूनी तरीके आरोपी राजू दसवंतको दुकान संचालित करने हेतु दी गई थी। जिसमें कि राजु दसवंत के द्वारा एक्साईज ड्‌यूटी के 2 करोड़ 63 लाख रू.करीब का फर्जी चालान लगाकर उसके द्वारा राजस्व की हानि शासन को पहुंचाई गई। आरोपी ने पूछताछ मे यह भी बताया कि इस प्रकरण के अन्य आरोपियों द्वारा भी अपनी शराब दुकानो को घाटे से बचाने हेतु इसी प्रकार आरोपी राजु दसवंत को करीब 10-12 दुकाने संचालित करने हेतु आपसी अनुबंध कर गैर कानूनी तरीके से दी गई थी तथा राजु दसवंत द्वारा उक्त सभी दुकानों का करीब 40 करोड की एक्साईज ड्‌यूटी का फर्जी चालान तैयार कर राजस्व की हानि पहूचाई गई। क्राईमब्रांच द्वारा आरोपी दीपक जायसवाल को उक्त प्रकरण मे ंफरार होने एवं उसके दोनो साथीयों को फरार आरोपी को संरक्षण देने एव ंपुलिस से बचने के लिये सहायता करने के कारण पकडकर पुलिस थाना रावजी बाजार के सुपुर्द किया ।

क्राईम ब्रांच द्वारा शेष बचे हुऐ आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु भी प्रयास किये जा रहे है, जो कि अन्य आरोपी भी जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में आने की संभावना है ।


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