Thursday, August 31, 2017

ओलम्पिक पदक विजेता विजय कुमार से 2 करोड़ रूपए की धोखाधडी करने वाला, फरार आरोपी क्राईम ब्रांच इंदौर की गिरफ्त में


इन्दौर-दिनांक 31 अगस्त 2017-पुलिस उप महानिरीक्षक इंदौर शहर श्री हरिनारायणचारी मिश्र व्दारा शहर के विभिन्न अपराधों ंमें फरार आरोपियों की धरपकड करने हेतु इंदौर पुलिस को निर्देशित किया गया है। उक्त निर्देशों के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक मुखयालय श्री मो. युसुफ कुरैशी के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राइम ब्राँच श्री अमरेन्द्र सिंह द्वारा क्राईम ब्राँच की टीमों को इस दिशा में प्रभावी कार्यवाही करने हेतु समुचित निर्देश दिये गए थे।
        दिनांक 16.05.17 को आवेदक विजय कुमार जो कि भारत देश की ओर से अंर्तराष्ट्रीय खेलों में ओलम्पिक पदक विजेता, राजीव खेल रत्न अवार्ड, अर्जुन अवार्ड व पद्‌म श्री से अंलकृत है, जिनके द्वारा उनके साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत की गई थी। जिस पर से थाना अपराध शाखा में अपराध क्र.03/17 धारा-406,420,467,468,120-बी भादवि, म.प्र.निक्षेंपकों के हितों का संरक्षण अधिनियम 2000 की धारा-06 का अपराध पंजीबध्द किया गया था, जिसमें मनमोहन सिंह मुखय आरोपी एवं सहआरोपी हजारा सिंह, जसपाल सिंह, वरिन्दर कौर, कुलविन्दर कौर तथा अनिल तंवर के व्दारा आवेदक विजय कुमार से स्वयं व्दारा शेयर मार्केट में धन राशि लगाने के नाम पर आवेदक को राशि का 05 प्रतिशत लाभांश प्रतिमाह देने का लालच देकर आवेदक से कुल लगभग 02 करोड़ रूपये लिए गए और आवेदक को प्राप्त राशि पर 05 प्रतिशत का लाभांश देने बावत्‌ शपथ पत्र लिखकर दिए गए थे। जबकि आरोपी मनमोहन सिंह मात्र शेर-खाँन ट्रेडिंग कंपनी में एजेन्ट के रूप में काम करता था। आरोपी मनमोहन सिंह व्दारा विजय कुमार से शेयर मार्केट में पैसा लगाकर राशि दुगुना करने का प्रलोभन देकर फर्जी एग्रीमेंट तैयार कर करीब 02 करोड रूपए लेकर पैसा अपने परिवार जनो व दोस्त अनिल तंवर के खाते में जमा कर राशि का आहरण व गबन कर फरार हो गया था, जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों व्दारा उक्त आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु 10-10 हजार रूपए का ईनाम घोषित किया गया था।
मामले में फरार मुखय आरोपी मनमोहन सिंह सैनी व उसके साथी अनिल तंवर के सबंध में मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि उक्त आरोपी भंवरकुआ चौराहे केपास देखे गए है। उक्त सूचना पर तत्काल पुलिस द्वारा दोनों की पतारसी कर क्राईम ब्राँच की टीम व्दारा दोनो फरार आरोपियों को घेराबंदी कर पकडा गया। पकडे गए आरोपियों से विस्तृत पूछताछ करने पर घटना के बाद फरारी काटने का स्थान अमृतसर के गुरूव्दारा तथा आसपास के अन्य धार्मिक स्थलो पर घूम-घूम कर काटना बताया है। आरोपी मनमोहन सिंह व्दारा आवेदक विजय से प्राप्त धन राशि लगभग 02 करोड रूपए को शेर-खाँन ट्रेडिंग कंपनी में निवेश ना करते हुए आरोपी ने अपने रिश्तेदारों के खातो में पैसे ट्रांसफर कर, आरोपी मनमोहन सिंह ने मकान का तथा 02 ट्रकों का फाइनेंस लिया हुआ था वह फाइनेंस कि किश्तें उपरोक्त रकम से अदा कर दी गई है और शेष धन राशि के संबध में आरोपी मनमोहन सिंह का पुलिस रिमाण्ड लिया जाकर विस्तृत पूछताछ की जावेगी। पूछताछ पर प्रकरण के मुखय आरोपी मनमोहन सिंह व्दारा उसके जीजा हरदीप सिंह जो कि महू मिलिट्री में ही नौकरी करता था उसके माध्यम से ही मिलिट्री के आवेदक विजय कुमार के अलावा प्रवीन से 5.5 लाख रूपए, अशोक से 16 लाख ,सतेन्द्र से 12 लाख ,सुरेश सांवत से 05 लाख ,परमिन्दर से 08 लाख ,कुलविन्दर से 08 लाख,सुधीर पाल से 1.5 लाख, बापू बंजारे से 2.5 लाख ,जसपाल सिंह से 05 लाख,हिमांशु से 02 लाख, रंजीत से 1.5 लाख, गगन से 01 लाख रूपए प्रतिमाह 05 प्रतिशत लाभांश के रूप में देने की लालच देकर धन राशि की ठगी की जाना स्वीकार किया गया है, अपराध शाखा द्वारा इस बिन्दु पर अनुसंधान किया जा रहा है। 


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