इन्दौर-दिनांक
04 अगस्त 2017-पुलिस उप महानिरीक्षक इंदौर शहर श्री
हरिनारायणचारी मिश्र द्वारा विभिन्न अपराधों में फरार व ईनामी आरोपियों की पतारसी
कर उनकी धरपकड़ हेतु, विशेष प्रयास कर शीघ्र गिरफ्तारी करने के
निर्देश दिये गये है। उक्त निर्देश के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक मुखयालय इंदौर
मो. युसुफ कुरैशी के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्रांचइंदौर
श्री अमरेन्द्र सिहं द्वारा क्राइम ब्रांच की टीमों को ऐसे फरार आरोपियों की
योजनाबद्ध तरीके से धरपकड कर उन पर कार्यवाही करने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिये
गये थे।
इसी कड़ी में कार्यवाही करते हुये दिनांक 04.08.17 को
क्राईम ब्रांच इंदौर को सूचना प्राप्त हुई कि 16 साल से फरार चल
रहा कुखयात आरोपी मो. एहसान इंदौर शहर में है। उक्त सूचना पर कार्यवाही करते हुये
फरार आरोपी की धरपकड हेतु ज्ञात पते पर योजनाबद्ध तरीके से दबिश दी गई, तो
पता चला कि आरोपी छत्रीपुरा थाने के अन्तर्गत एक मकान में पुलिस से छुपकर रह रहा
है। तत्काल पुलिस टीम द्वारा वहां पहुंचकर घर को घेर लिया गया किन्तु आरोपी पीछे
के रास्ते से पुलिस की नजरों से बचकर भागने लगा जिसे घेराबंदी कर पकडा गया ।
आरोपी मोहम्मद एहसान पिता अब्दुल रहीम
उम्र 66 साल निवासी खानपुरा गेट मंदसौर (म.प्र.) मूलरुप से मंदसौर का निवासी
है जहा पर उसका पैतृक मकान के साथ स्वंय का
मकान भी है। आरोपी का प्रापर्टी संबंधी व्यवसाय व कालोनी निर्माण का काम भी
है। आरोपी के 3 भाई सफी, अयुब व
रफीक है जो खानपुरा गेट मंदसौर में ही
रहते है सभी भाईयों का अलग अलग व्यवसाय है।इसके व इन सभी का राष्ट्रीय एवं
अन्तराष्ट्रीय स्तर पर मादक पदार्थों का अवैध व्यवसाय फैला हुआ है जो वर्तमान में
भी सक्रिय रुप से चल रहा है ।
आरोपी मो. एहसान से पुलिस पूछताछ में पता चला
कि सन् 2001 मे एनडीपीएस एक्ट के एक प्रकरण में मंदसौर
पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल में निरूद्ध किया गया था जिसके बाद बीमारी के चलते आरोपी
मो. एहसान को मंदसौर जेल से सेन्ट्रल जेल इंदौर ट्रांसफर किया गया था, जिसे
बाद में एम व्हाय एच अस्पताल ईलाज हेतु भेजा गया था किन्तु आरोपी मो. एहसान
एम.व्हाय.एच अस्पताल में ईलाज के दौरान पुलिस अभिरक्षा से भाग निकला था। जिस पर
थाना संयोगितागंज में आरोपी के खिलाफ पुलिस अभिरक्षा से फरार होने पर धारा 223,224 भादवि का अपराध पंजीबद्ध किया था, आरोपी
मो. एहसान के खिलाफ फरारी वारंट भी जारी किया गया था।
आरोपी मादक पदार्थों का एक शातिर तस्कर
है। पूर्व में भी आरोपी पर मंदसौर, इंदौर, सहित अन्य
राज्यों के शहरों चेन्नई, बैंगलोर में एनडीपीएस एक्ट के प्रकरण
पंजीबद्ध हो चुके है इसके अलावा आरोपी पर हत्या जैसा गंभीर अपराध भी पंजीबद्ध हुआ
है। आरोपी पर चेन्नई के वकील मदनगोपाल की हत्या काभी आरोप था, जिसमें
उज्जैन तराना का जलील व मक्सी का इकबाल सहित अन्य लोग भी शामिल थे इसी प्रकरण में
इकबाल को आजीवन कारावास की सजा हो चुकी है, आरोपी के खिलाफ
एनडीपीएस एक्ट के कई प्रकरण मंदसौर सहित अन्य राज्यों के शहर बैंगलोर, चेन्नई
में भी पंजीबद्ध हुये है ।
आरोपी
मोहम्मद एहसान का बडा भाई सफी भी एनडीपीएस एक्ट में वर्तमान में फरार चल रहा है,
20
साल पहले सी.बी.एन.सी. नीमच द्वारा सफी के खिलाफ कार्यवाही की गई थी जिसमें करीबन 10
लोग मुल्जिम थे। इसी प्रकरण के चलते छोटीग्वालटोली क्षेत्र स्थित सागर होटल कुर्क
किया गया था जो कि सफी का था। आरोपी मो. एहसान का कई मादक तस्करों से सम्पर्क रहा
है जिसके संबंध में पूछताछ व वर्तमान में उनकी सक्रियता की स्थिति मालूम की जा रही
है। पुलिस टीम द्वारा आरोपी को पकड़कर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही हेतु पुलिस थाना
संयोगितागंज सुपुर्द किया गया है ।
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