इन्दौर-दिनांक
21 जुलाई 2017-शहर में अपराध नियत्रंण हेतु, पुलिस
उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री हरिनारायणचारी मिश्र द्वारा शहर में विभिन्न
अपराधों में फरार चल रहे ईनामी आरोपीयों की धरपकड हेतु विशेष प्रयास कर प्रभावी
कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये है।
जिस पर पुलिस अधिक्षक मुखयालय श्री मो. युसुफ कुरैशी के मार्गदर्शन मे
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राइम ब्रांच श्री अमरेन्द्र सिंह के द्वारा क्राइम
ब्रांच टीम को इस दिद्गाा में प्रभावी कार्यवाही करने हेतु समुचित निर्देश दिये गए
थे।
अपराध शाखा जिला इंदौर के अप. क्र. 6/17
धारा 417,419,420,465,467,468,471, 500,120बी,201,459 भादवि. एव 66
आईटी एक्ट में फरार ईनामी आरोपियों मुकेश राठौर तथा अजय राठौर की धरपकड हेतु क्राईम
ब्रांच की एक टीम का गठन किया गया । जिस पर टीम द्वारा कार्यवाही करते हुये
उपरोक्त अपराध के सम्बंध मे फरार आरोपी मुकेश पिता बाबुलाल राठौर उम्र 40
साल निवासी शिवाजी मार्ग अलीराजपुर व अजय पिता दिनेश राठौर उम्र 20
साल निवासी काजू विकास रोड अलीराजपुर को गिरफ्तार किया गया है।
घटना का विवरण इस प्रकार है कि दिनांक 29.06.17 को
प्रिंसीपल रजिस्टा्रर द्वारा पत्र के माध्यम से शिकायत कर बताया गया था कि श्रीमान
हाई कोर्ट जस्टीस महोदय को किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा मोबाइल नंबर 8269704067 से
उनके मोबाईल पर अभद्र मैसेज किया गया था। जिस पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध
द्वारा शिकायत जांच हेतु क्राईम ब्रांच की एक टीम का गठन किया गया। टीम द्वारा
जांच मे पाया गया की उक्त नंबर अलीराजपुर बस स्टेंड सावी टेलिकाम से एक्टीवेट होना
पाया गया तथा नंबर अलीराजपुर मे शिक्षक के पद पर पदस्थ अमरेंद्रसिंह गेहलोत के नाम
से रजिस्टर्ड होना पाया गया। जब टीम द्वारा अमरेंद्र सिंह गेहलोत से पूछताछ की गई
तो उन्होने बताया की उनका मोबाइल दिनांक 25.06.17 को अलीराजपुर
मे कहीं गुम हो गया था तो उनके द्वारा सावी टेलिकाम बस स्टेंड अलीराजपुर मे जाकर
नई सिम उसी नंबर की रिप्लेसमेंट हेतु अपने आधार नंबर से निकलवाई गयी थी। अमरेन्द्र
सिह गहलोत के नाम, आधार कार्ड तथा थंब इम्प्रेशन से एक राय होकर
फर्जी सिम ऐक्टिवेट कर घटना को विक्रम सेन व उसके साथी सावी टेलीकॉम एजेंसी मुकेश
राठौर एवं वहॉ पर काम करने वाले अजयराठौर के द्वारा अंजाम दिया जाना पाये जाने पर
दोनों आरोपियों को पुलिस के द्वारा जिला अलिराजपुर से गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि मुकेश
राठौर प्रकरण के मुखय आरोपी विक्रम सेन का बचपन का दोस्त है जो बीए तक पढा लिखा
है। पूर्व में टेलर्स का काम करता था बाद में सावी टेलीकाम के नाम से एसटीडी व
पीसीओ का काम चालू किया था। बाद में सावी एजेन्सी से मोबाईल हेंडसेट रिचार्ज तथा
सिम एक्टिवेशन का काम करने लगा था तथा मार्च 2017 से एयरटेल
कम्पनी की सिम व रिचार्ज का डिस्ट्रीब्यूटर्स है। आरोपी अजय राठौर, मुकेश
राठौर के समाज का ही है जो कक्षा 9 वीं तक पढा है। विगत 03-04
साल से मुकेश राठौर के यहां मासिक वेतन 3,000/- रु. पर काम करता
है तथा एयरटेल कम्पनी की सिम के संबंध में दुकान का एजेन्ट है जिसके द्वारा सिम
एक्टीवेशन व दुकान के अन्य कार्य किए जाते है।
आरोपियों ने बताया कि मुकेश राठौर सावी टेलीकोम
का मालिक है एवं अजय राठौर सावी टेलिकॉम पर काम करता है। विक्रम सेन ने मुकेश
राठौर से नई सिम की माँग की थी जो मुकेश राठौर के द्वारा विक्रम सेन नगर पालिका
उपाध्यक्ष अलीराजपुर के कहने पर, एक नयी सिमजारी करने के लिये सावी
टेलिकोम पर काम करने वाले अजय राठौर को किसी अन्य की आईडी पर ऐक्टिवेट करने को
बोला गया था। अजय राठौर के द्वारा दुकान पर पूर्व में आये ग्राहक अमरेन्द्र सिह
गहलोत की आईडी आधार नम्बर तथा फिगंर प्रिन्ट पर फर्जी तरीके से धोखाधडी कर एयरटेल
कंपनी की सिम ऐक्टिवेट कर मुकेश राठौर को दे दी गई थी। बाद मुकेश राठौर ने वह सिम
विक्रम सेन को दे दी। विक्रम सेन के
द्वारा उस एयरटेल सिम का उपयोग करते हुये अपने रंजिश विरोधी सेना रावत पटेल के नाम
से हाई कोर्ट न्यायाधीश को आपत्तिजनक मैसेज किये गये। आरोपी मुकेश राठौर से सावी
टेलिकोम के दस्तावेज, दुकान के सीसीटीवी फुटेज डीवीआर, स्वंय
के व्दारा उपयोग सिम व घटना मे प्रयुक्त एयरटेल की टूटी सिम के टुकडे जप्त किये
गये है। आरोपी अजय राठौर से घटना के दौरान उपयोग किये जाने वाली आईडीया की सिम भी
जप्त की गई ।
उपरोक्त प्रकरण के मुखय आरोपी विक्रम सेन को
पूर्व मे ही दिनांक 08.07.17 को गिरफ्तार किया गया है, जो
वर्तमान मे दिनांक 26.07.17 तक न्यायिक रिमाण्ड पर जेल मे
है।
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