इन्दौर-दिनांक
16 मार्च 2017- पुलिस उप महानिरीक्षक इंदौर शहर श्री
हरिनारायणाचारी मिश्र द्वारा लंबे समय से फरार चल रहे व ईनामी बदमाशो के खिलाफ
कार्यवाही करने के लिए पुलिस अधीक्षक मुखयालय इंदौर मो. युसुफ कुरैशी को निर्देशित
किया था। उक्त निर्देश के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक मुखयालय इंदौर द्वारा क्राइम
ब्रांच को ईनामी बदमाशो की धरपकड़ के लिए योजनाबद्ध तरीके से लगाया था। इस पर
क्राइम ब्रांच की टीम ने करीब एक साल से फरार चल रहे बदमाश वीरेन पिता अमल घोष (40)
निवासी
एच-47 नालंदा परिसर केशरबाग रोड इंदौर हाल रत्न प्रभा सोसायटी नाडियाड
जिला खेड़ा गुजरात को रेल्वे स्टेशन इंदौर के पास से गिरफ्तार करने में महत्वपूर्ण
सफलता प्राप्त हुई है। आरोपी वीरेन पर 10,000/-रू.का ईनाम
घोषित था।
ज्ञातव्य हैं कि जनसुनवाई के एक आवेदन पत्र की
जांच के बाद आरोपी वीरेन एवं उसके अन्य 8 साथीयो के खिलाफ क्राईम ब्रांच इंदौर
ने धारा42,464,465,467,470,120-बी भादवि का प्रकरण पंजीबद्ध पंजीबध्द
किया गया था क्योकि आरोपीयो ने शिकायतकर्ता अशोक कपूर पिता इन्द्रसेन कपूर निवासी
ग्वालियर के स्वामित्व वाले बीजलपुर स्थित एक प्लाट को फर्जी रजिस्ट्री बनाकर बेच
दिया था। विवेचना के दौरान पाया गया कि आरोपीयो ने बिजलपुर राऊ स्थित आवेदक अशोक
कपूर की जमीन को गलत तरीके से बेचने की आपराधिक योजना इसलिए बनाई थी क्योकि आवेदक
ग्वालियर का रहने वाला था और आरोपीयो ने यह सोचा कि यदि बाहर के व्यक्ति के
स्वामित्व वाली जमीन बेंच देगें, तो किसी को कानोकान खबर भी नही होगी।
इसके लिए आरोपीयो में से एक आरोपी मूलचन्द्र चौधरी ने स्वयं को अशोक कपूर बताते
हुए एक प्लाट को तीन अलग-अलग व्यक्तियों को तीन अलग-अलग समय में बेंच दिया था। इसी
तरह आरोपियों ने ग्वालियर के रहने वाले नारायणदास गुप्ता के प्लाट को भी नकली
नारायण दास गुप्ता बनाकर बेंच दिया था। आरोपी वीरेन फर्जी दस्तावेज बनाने का
मास्टर मांइड हैं आरोपी इतना शातिर हैं कि खुद के अलग-अलग नाम बदलकर फर्जी आई.डी.
बना लेता हैं। पुलिस थाना राजेन्द्र नगर एवं थाना तेजाजी नगर के मामलो में भी
आरोपी फरार हैं। थाना क्राईम ब्रांच के उक्तप्रकरण में अभी तक कुल 12 आरोपी
गिरफ्तार किए जा चुके हैं। आरोपी वीरेन के अलावा सभी आरोपी पूर्व में ही पकडे जा
चुके थे। आरोपी से पूछताछ जारी हैं जिसमे और भी कई मामलो के खुलासा होने की
संभावना हैं।
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