Wednesday, February 15, 2017

चर्चित दोहरे हत्याकांड का कुखयात फरार आरोपी मुबारिक, पुलिस थाना जूनी इन्दौर की गिरफ्त में



इन्दौर-दिनांक 15 फरवरी 2017-पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर इंदौर श्री हरिनारायणा चारी मिश्र के निर्देश के तारतम्य में इन्दौर पुलिस द्वारा की जा रही फरार आरोपियों व गैर जमानती एवं फरार वांरटीयों की धरपकड़ कार्यवाहीं के अन्तर्गत पुलिस थाना जूनी इन्दौर द्वारा आज दिनांक 15.02.17 को दोहरे हत्याकांड के प्रकरण में लम्बे समय से फरार अपराधी मुबारिक को पकड़ने में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है।
पुलिस थाना जूनी इन्दौर क्षेत्रान्तर्गत वर्ष 1998 मे चर्चित दोहरे हत्याकांड जिसमे मार्शल उर्फ शहजाद एवं भूरा की हत्या नूरी कालोनी नूरी बिल्डिग के छः भाईयो 1. नियामत  2. करामत   3. लियाकत   4. सदाकत  5. मुबारिक 6. अनवर व्दारा की जाकर क्षेत्र मे सनसनी फैलाई गई थी। उक्त सभी आरोपियो को वर्ष 2002 मे माननीय जिला एवं सत्र न्यायालय व्दारा आजीवन कारावास की सजा से दंडित किया गया था। आरोपियो व्दारा माननीय उच्च न्यायालय मे सजा के खिलाफ अपील की थी और अपीलीय अवधि मे उक्त पांचो आरोपियो जमानत पर छोड़ा गया था। जमानत के बाद से पांचो आरोपी फरार थे, जिस पर इनके गिरफ्तारी वारंट करीबन 1 वर्ष पूर्व जारी किया गया था। पुलिस द्वारा आरोपी नियामत एवं सदाकत को पूर्व मे गिरफ्तार किया गया है, जो जेल मे निरूद्ध है तथा अन्य आरोपी मुबारिक, लियाकत, करामत लम्बे समय से फरार चल रहे है, जिनके स्थाई वारंट मा. उच्च न्यायालय व्दारा जारी किये गये थे।
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए, वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में, नगर पुलिस अधीक्षक जूनी इन्दौर श्री शशिकांत कनकने के मार्गदर्शन मे थाना प्रभारी पवन सिंघल के नेतृत्व मे टीम गठित कर, आरोपियों की पतारसी हेतु लगाया गया। पुलिस टीम द्वारा मुखबिर तंत्र को सक्रिय कर, पतारसी की जा रही थी, इसी दौरान मुखबिर के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई कि आरोपी मुबारिक क्षेत्र में घूम रहा है। उक्त सूचना पर पुलिस टीम द्वारा आज दिनांक 15.02.17 को आरोपी मुबारिक को घेराबंदी कर उसे गुलजार कालोनी क्षेत्रसे गिरफ्तार किया गया। शेष दो आरोपियो लियाकत एवं करामत की तलाश की जा रही है।
उक्त फरार आरोपी को पकड़ने में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी जूनी इन्दौर श्री पवन सिंघल व उनकी टीम के उनि के.एन. पाण्डेय, आर. अरविन्द तथा आर. कैलाश की महत्वपूर्ण एवं सराहनीय भूमिका रही।


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