Friday, February 3, 2017

क्राईम ब्रांच ने 20 हजार के इनामी व फरार आरोपी को गाजियाबाद से किया गिरफतार, वर्ष 2013 में की थी धोखाधडी


इन्दौर-दिनांक 03 फरवरी 2017- उप पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री हरिनारायणाचारी मिश्र के निर्देशन में व पुलिस अधीक्षक मुख्यालय श्री मो. युसुफ कुरैशी के मार्गदर्शन में कार्यवाही करते हुए क्राईम ब्रांच इन्दौर द्वारा धोखाधडी के प्रकरण में फरार ईनामी आरोपी प्रदीप नरवाल पिता भवंरसिंह नरवाल को गाजियाबाद उ.प्र. से गिरफतार करने में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई है।
ज्ञातव्य है कि, फरियादी सदानन्द भगत पिता लज्जूराम भगत निवासी कनाडिया के साथवर्ष 2013 मे नोयडा सेक्टर 63 स्थित सी.वी.नौकरी सर्विस प्रा.लिमिटेड के कर्ताधर्ताओं द्वारा जॉब दिलाये जाने के नाम पर रूपयें 46,000/- की राशि मोबिक्विक एवं रिचार्ज इट नाउ नामक कम्पनी मे ट्र्रांसफर करते हुए धोखाधडी कारित की गई थी। शिकायत जांच के आधार पर दिनाक 21.5.2015 को थाना क्राईम ब्रांच इन्दौर में प्रकरण पंजीबद्व कर विवेचना में लिया गया था।
प्रकरण की विवेचना के दौरान कई बार पुलिस टीम द्वारा नई दिल्ली जाकर कम्पनी के कर्ताधर्ताओं की पतारसी के प्रयास किये गये किन्तु उनके द्वारा दिये गये पते और अन्य जानकारियों के आधार पर कोई सफलता प्राप्त नहीं हो सकी। क्राईम ब्रांच द्वारा लगातार की जा रही विवेचना के आधार पर कम्पनी के डायरेक्टर प्रदीप नरवाल के संबंध में जानकारी  प्राप्त हुई जिनके दस्तावेजो में दिये गये गाजियाबाद एवं नई दिल्ली के लगभग 5 ठिकानों पर तलाश करते कोई सुरागरसी हासिल नहीं हो सकी। तत्पश्चात की गई विवेचना में आरोपी प्रदीप नरवाल के नोयडा सेक्टर 125 में एमिटी यूनिवर्सिटी और फरीदाबाद की मानव रचना इन्टरनेशनल यूनिवर्सिटी में लेक्चरार होने की जानकारी प्राप्त हुई। इन जानकारियों के संकलन से पाया गया कि आरोपी प्रदीप नरवाल द्वारा सी.वी. नौकरी सर्विस प्रा.लिमिटैड में दिये गये दस्तावेज पेन कार्ड के अतिरिक्त अपनी पहचान छिपाने के लिए स्वयं की और अपने पिता की स्पेलिंग में मामूली से अंतर रखते हुए एक अन्य पैन कार्ड बनाया गया है। इन दोनो पैन कार्ड की जानकारी संबंधित बैंकों से प्राप्त करने पर आरोपी प्रदीप नरवाल के आय.सी.आय.सी.आय. और एक्सिस बैंक में लगभग 9 बैंक खाते होना पाये गये जिनमें दिये गये पतों पर पुलिस टीम भेजने पर एक भी पते पर निवास करना नहीं पाया गया। प्रकरण के आरोपी की पतारसी के हरसंभव प्रयास के उपरांत भी आरोपी के पकड़ मे नहीं आने से पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर इन्दौर द्वारा रूपयें 20 हजार के ईनाम की उद्‌घोषणा जारी कर, आरोपी की गिरफ्तारी हेतु और अधिक प्रयास हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।
उक्त निर्देश के तारतम्य में क्राईम ब्रांच की टीम द्वारा प्रकरण की और जानकारी निकाली तो पाया गया कि आरोपी प्रदीप नरवाल गाजियाबाद के इन्दिरापुरम में क्षिप्रा कृष्णा विस्टा सोसायटी में निवास करता है जिसके आधार पर टीम द्वारा उक्त स्थान पर सूक्ष्म निगाह रखे जाने पर आरोपी को हिरासत में लिया जाकर थाना इन्दिरापुरम गाजियाबाद ले जाया गया जहां उसे विधिवत गिरफतार किया जाकर माननीय मुख्य न्यायायिक दण्डाधिकारी गाजियाबाद से दिनांक 4.2.2017 तक का ट्र्रांजिट वांरट प्राप्त किया गया।

आरोपी प्रदीप नरवाल पूर्व में एमिटी यूनिवर्सिटी, मानव रचना इन्टरनेशनल विश्वविद्यालय फरीदाबाद, जाट कॉलेज रोहतक, इंस्टीटयूट ऑफ मैनेजमेन्ट स्टडीज इत्यादि में फेकल्टी लेक्चरार रहा है। आरोपी प्रदीप नरवाल ने बी.कॉम, एम.बी.ए., एम.सी.ए. पी.एच.डी. तथा सैप आर 1.3 किया हुआ है। पुलिस द्वारा आरोपी प्रदीप नरवाल से अभी और पूछतांछ की जाकर धोखाधडी के प्रकरण में और जानकारी प्राप्त की जा रही है।


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