इन्दौर-दिनांक 28 जनवरी 2017- दिनांक 17.01.2017 को इन्दौर शहर के थाना लसुडिया के तलावली चांदा पेट्रोल पम्प के आगे दोपहर लगभर 01.00 बजे अंचल अवस्थी पिता स्व. शिवकुमार अवस्थी निवासी 44/1 शंकरगंज थाना मल्हारगंज इन्दौर को दो मोटर सायकिल सवार बदमाशो द्वारा जान से मारने की नियत से गोली मार कर प्राण घातक चोट पहुचाई थी जो अंचल अवस्थी देवास जेल मे बन्द अपने भाई जीतू अवस्थी से मिल कर कार से वापस लोट कर इन्दौर आ रहा था। घटना कि गंभीरता को देखते हुये वरिष्ठ अधिकारी तत्काल मौके पर पहुचे थे। घटना स्थल का निरीक्षण कर राहिल, अंचल अवस्थी एंव उसकी कार के चालक व साथी से घटना की विस्तृत जानकारी ली। अंचल अवस्थी को जबडे मे गोली लगी थी। परन्तु गोली की गति गाडी के काँच लगे होने से कम हो गयी थी जिससे अंचल अवस्थी की जान बच गयी अंचल अवस्थी ने पूछताछ मे बताया कि गोल्डी गडकर पिता पन्नालाल गडकर, उमेश पिता पन्नालाल गडकर इन्दौर द्वारा उस पर जान लेवा हमला किया गया है ।
पुलिस द्वारा घटना की वास्तविकता जानने के लिये अंचल अवस्थी के बारे मे जानकारी प्राप्त की गई तो ज्ञातहुआ कि अंचल अवस्थी कुखयात बदमाश शिवकुमार उर्फ नानगुरू का लडका है शिवकुमार उर्फ नानगुरू कीहत्या के आरोपी अर्जून त्यागी की हत्या मे अंचल अवस्थी का भाई जीतू अवस्थी देवास जेल मे बन्द है जीतू अवस्थी के विरूद्ध हत्या के प्रकरण की सुनवाई लगभग अंतिम चरण मे है एंव जीतू अवस्थी से देवास जेल मे मिलने के लिये अंचल अवस्थी देवास गया था। इन्दौर लोटते समय बदमाशो द्वारा उक्त घटना को अंजाम दिया गया है ।
प्रारंभिक तौर पर घटना रंजीशन प्रतित हो रही थी परन्तु पुलिस विवेचना मे जैसे-जैसे पुलिस ने फरियादी एंव संदेहीयो के बारे मे जानकारी एकत्रित करना शुरू किया तो अत्यन्त महत्वपूर्ण तथ्य उजागर होते चले गये एंव करोडो की जमीन पर कब्जा करने के उद्देश्य से अत्यंत सूझबूझ से बनाया हुया षडयंत्र उजागर हुआ षडयंत्र की शुरूआत लगभग दो-तीन महिने पूर्व जब गडकर परिवार के सदस्य उमेश पिता पन्नालाल, राजेश गडकर, गोल्डी गडकर, हेमन्त गडकर द्वारा उक्त अंचल अवस्थी की बडा बागडदा स्थित करोडो की जमीन पर कब्जा करने की योजना बनायी गई। षडयंत्रकारियो का सोचना था कि जीतू अवस्थी को सजा होने पर उसका छोटा भाई मानसिक रूप से कमजोर होने के स्थिती मे एक मात्र अंचल अवस्थी को हीमार दिया जाये तो करोडो की जमीन पर आसानी से कब्जा किया जा सकता है। मुखय षडयंत्रकारी उमेश गडकर ने बडी चालाकी से घटना के समय खुद को दिनांक 04.01.2017 से बाहर अहमदाबाद मे रखा तथा पूरी योजना उसके समक्ष उसके संरक्षण मे बनायी गयी। योजना बनाने मे उमेश ने गोल्डी गडकर, राजेश गडकर हेमन्त गडकर एंव गोल्डी के मित्र राहुल की मदद ली गई तथा कुखयात बदमाश सतीष मराठा से उसके गुर्गे सत्यनारायण लुनिया के माध्यम से सागर जेल मे सम्पर्क साधा सतीष मराठा ने सत्यनारायण लुनिया को उक्त कार्य को अन्जाम देने के लिये अपने आदमी इस्तेमाल करने की इजाजत दीएंव प्राप्त होने वाली संपत्ति मे 50 प्रतिशत हिस्सा चाहा। सतीष मराठा को इस कार्य को करने मे ना केवल प्रापर्टी का हिस्सा प्राप्त हो रहा था बलकि वसूली के लिये अपना वर्चस्व स्थापित करने मे सफलता मिलती। सतीष मराठा के इशारे पर उसके मुखय गुर्गे सत्यनारायण लुनिया जो कि सफेद पोस अपराधी है। शंकर पहलवान जो कि सत्यनारायण लुनिया का गुर्गा है, ने शुटर 1.सत्या उर्फ महेश उर्फ कान्तीलाल पिता केवटलाल नि.भानगढ 2. दिनेश काला पिता अम्बाराम वर्मा नि. बर्फानी धाम इन्दौर 3. सागर पिता जगन्नाथ चौहान नि.संगम नगर हाल पालिया हातोद को तैयार किये, शंकर पहलवान नि. राम नगर ने रैकी का काम अनुज सैन को सौपा जो कि 25-30 दिनो से लगातार देवास जाकर जीतू अवस्थी के बारे मे जानकारी एकत्रित करता रहा एवं उससे मिलने जुलने वाले हर आदमी की जानकारी शंकर पहलवान को देता रहा। जीतू अवस्थी से अंचल अवस्थी के मिलने की पुखता जानकारी मिलने पर गोल्डी, राहुल, शंकर पहलवान देवास मे मिले एंव अनुज सैन की जानकारी के आधार पर शंकर और 3 शुटर दो मोटरसायकिल पर अंचल अवस्थी के पीछे टारगेट बनाकर रवाना हुये। गोल्डी व राहुल भी एक मोटर सायकिल पर इन्हे फालो कर रहे थे एवं हेमन्त पूर्व से तलावली चांदा पेट्रोल पम्प पर खडा होकर निगरानी कर रहा था। निर्धारित समय एंव स्थान पर मोटर सोयकिल सवार शूटर सत्या उर्फ कान्तीलाल ने पिस्टल से अंचल अवस्थी पर अपनी तरफ से फायर किया दूसरी तरफ दिनेश व सागर, अंचल अवस्थी की तरफ से फायर करने की स्थिती मे तैयार स्थिती मे थे परन्तु इसी दौरान एक एम्बुलैन्स के बीच मे आ जाने से एवं अंचल अवस्थी के जबडे मे गोली लगी देख कर काम हो जाने की संभावना के देखते हुये ये सभी लोग घटना स्थल से अलग-अलग दिशाओ मे भागगये। घटना के षडयंत्रकारियो द्वारा पूर्व मे ही भाग कर छुपने के स्थान के बारे मे उक्त षडयंत्र मे महू के पवन राजगुरू को भी शामिल किया गया था जो कि कुखयात सटोरिया है। पूर्व से तय योजना के मुताबिक गोल्डी व राहुल भाग कर पवन राजगुरू के यहॉ पहुचे एंव हेमन्त घटना स्थल के आस-पास पुलिस की कार्यवाही की जायजा लेता रहा। बाद मे हेमन्त ने गोल्डी एंव राहुल के घर से सामन व बैग लिया व पवन राजगुरू के घर महू पहुचाया। इसके बाद गोल्ड एंव राहुल शिर्डी के लिये निकल गये। अन्य शुटर अलग-अलग दिशाओ मे भागे इन्होने आपस मे 15 दिनो तक ना मिलने का तय कर रखा था। शंकर पहलवान सहित सभी को निर्देश थे कि किसी भी स्थिती मे सत्यनारायण लुनिया का नाम इस षडयंत्र मे नही आना चाहिये। आरोपी पक्ष के द्वारा षडयंत्र के तहत एक स्थानीय बदमाश विष्णु बमबम पिता मधुसुदन दुबे नि. मयुर नगर आजाद नगर इन्दौर को शराब पिलाकर एक स्थानीय वकिल के माध्यम से न्यायालय मे पेश कराया गया एवं मिडिया के समक्ष बयान दिलाया गया कि अंचल अवस्थी पर हमला उसके द्वारा किया गया था। जब कि विवेचना मे उक्त व्यक्ति की घटना मे संलिप्ता नही पायी गई थी। स्पष्ट है कि आरोपी पक्ष पर बढते दबावके कारण इस संभावना के तहत कि पुलिस वास्तविक अपराधियो तक पहुचने के नजदीक है। आरोपी पक्ष ने पुलिस का ध्यान बांटने के लिये यह योजना बनायी थी। जिसके तहत विष्णु बमबम को मिडिया व न्यायालय मे पेस कराया।
जिसने उपरोक्त षडयंत्र की कडी से कडी जोड कर अत्यंत मेहनत से अनुसंधान किया एवं उतकृष्ट स्तर की विवेचना के बाद संम्पूर्ण षडयंत्र का पर्दाफाश कर पुलिस प्रकरण मे मुखय षडयंत्रकारी 1. उमेश गडकर, 2. शुटर सत्या व अन्य षडयंत्रकारी 3. हेमन्त तथा 4. पवन राजगुरू, रैकी करने वाले 5. अनुज सैन को गिरफ्तार करने मे सफलता पायी है। घटना मे प्रयुक्त एक मोटर सायकिल एवं हथियार जप्त किये है। इंदौर पुलिस द्वारा अन्य फरार आरोपी गोल्डी गडकर, राजेश गडकर, राहुल, दिनेश काला, सागर चौहान, कल्लू ढोली एंव सरगना सत्यनारायण लुनिया प्रत्येक पर नगद ईनाम की घोषणा की गई हैं तथा उनकी लगातार तलाश जारी है।
घटना मे संलिप्त अपराधियो का पूर्व का अपराधिक रिकार्ड है ।
1.सत्यनारायण लुनिया के विरूद्ध- कुल 7 अपराध जिसमे हत्या, हत्या का प्रयास, मारपीट, अवैध हथियार सहित विभिन्न धाराओ मे दर्ज है ।
2.गोल्डी गडकर के विरूद्ध -02 अपराध
3.उमेश पिता पन्नालाल पर02 अपराध
4. हेमन्त गडकर पर 02 अपराध
5.राजेश गडकर 02 अपराध
6.राहुल 02 अपराध7.सतीष मराठा 14 अपराध
8.सत्या उर्फ कान्तीलाल 05 अपराध
9. दिनेश काला 02 अपराध
10. कल्लू ढोली -09 अपराध
फरियादी पक्ष का भी अपराधिक रिकार्ड सामने आया है जो इस प्रकार है
1.जीतू अवस्थी 03 अपराध
2.अंचल अवस्थी -02 अपराध
उपरोक्त संपूर्ण कार्यवाही मे पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर इन्दौर श्री हरीनारायणचारी मिश्र के निर्देश के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक इन्दौर (पूर्व) श्री अवधेश गोस्वामी एवं अति पुलिस अधीक्षक श्री राकेश सिंह मार्गदर्शन में नगर पुलिस अधीक्षक विजयनगर श्री जयंन्त सिंह राठौर द्वारा थाना प्रभारियों के नेतृत्व मे गठित टीमो जिसमें थाना प्रभारी लसुडिया श्री बी.एल. मण्डलोई, थाना प्रभारी किशनगंज श्री अरूण कुमार, थाना प्रभारी क्षिप्रा श्री अनिल सिंह चौहान एवं इनकी टीमों के उनि. चौहान, सउनि. संजय भदौरिया, सउनि. अनिल कुमार मुजाल्दे, सउनि. भगवत सिंह रघुवंशी, प्र.आर. चन्द्रशेखर, प्र.आर.रजाक, आर. लोकेन्द्र सिसोदिया, आर. सौरभ जादौन, आर.धीरेन्द्र, आर. जितेन्द्र सैन के द्वारा अत्धिक परिश्रम कर कार्य को अन्जाम दिया गया ।पुलिस उप महानिरीक्षक शहर इन्दौर श्री हरिनारायणचारी मिश्र द्वारा उक्त आरोपियों को गिरफ्तार करने पर संपूर्ण टीम को नगद ईनाम से पुरूस्कृत करने की घोषणा की गई है।
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