इन्दौर-दिनांक
08 जनवरी 2017- उप पुलिस महानिरीक्षक शहर इंदौर हरिनारायण
चारी मिश्र द्वारा गंभीर अपराधों के फरार एवं इनामी बदमाशों को पकड़ने हेतु
निर्देशित किया था। उक्त निर्देश के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक मुखयालय इंदौर मो.
युसुफ कुरैशी ने क्राइम ब्रांच इंदौर के थाना प्रभारी निरीक्षक नलिन बुधौलिया को
जेल से भागे आरोपीयो की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने से लिए दिशा-निर्देश दिये गये
थे। इसी कड़ी में इंदौर क्राइम ब्रांच की टीम द्वारा पुलिस थाना विजयनगर इंदौर के
बहुचर्चित गुलशन तेजवानी हत्याकांड के मामले में कोर्ट से फरार आरोपी हैप्पी उर्फ
रूद्राक्ष अग्रवाल पिता वंकट (26) निवासी 28 एलआईजी
डुपलेक्स इंदौर को गिरफ्तार करने में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई है।
ज्ञातव्य है कि गुलशन खंडवा का रहने वाला था
तथा इंदौर से इंजिनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था। गुलशन तेजवानी पिता प्रहलाद उम्र 21
साल को दिनांक 05.03.2011 को आरोपी हैप्पी उर्फ रूद्राक्षअग्रवाल,
रवि
उर्फ आदित्य गुर्जर एवं अंशुल उर्फ अंश राजपूत ने पैसो के लालच में अपहरण कर लिया
था और फिर राजस्थान ले जाकर गुलशन तेजवानी की हत्या कर दी और शव को पेट्रोल डालकर
आग लगा दी थी। आरोपियो को थाना विजयनगर इंदौर के अपराध क्र 188/11
धारा 364ए,365,302 भादवि में गिरफ्तार कर लिया गया था। इसी मामले
में दो आरोपी हैप्पी उर्फ रूद्राक्ष अग्रवाल एवं रवि उर्फ आदित्य गुर्जर कोर्ट
पेशी के दौरान दिनांक 15 जुलाई 2013 को भाग गये थे
इस पर इन दोनो आरोपियो पर थाना एमजी रोड में अप क्र 290/13 धारा 224
भादवि का मामला पंजीबद्ध किया गया था। इसके बाद से ही इंदौर पुलिस को इन दोनो
आरोपियो की तलाथ थी।
आरोपी हैप्पी उर्फ रूद्राक्ष अग्रवाल सतना में
हर्ष बंसल के नाम से रह रहा था, जब पुलिस द्वारा आरोपी हैप्पी को पकड़
गया तो आरोपी ने अपना खुद का नाम हर्ष बंसल निवासी सतना बताया तथा आईडी प्रूफ
मांगने पर स्वयं के हर्ष बंसल के नाम वाला ड्रायविंग लायसेंस, एटीएम
कार्ड एवं पेन कार्ड दिखाया। आरोपी के बारे में सतना में आसपास के लोगो से पूछताछ
की तो वहा के लोगो ने भी इसका नाम हर्ष बंसल बताया। परंतु पूछताछ के दौरान सामने
आयेकुछ तथ्यो की तस्दीक करने पर सामने आया कि आरोपी हैप्पी उर्फ रूद्राक्ष झूठ बोल
रहा है और लगातार हुई विस्तार से पूछताछ के दौरान आरोपी ने स्वीकार किया कि उसका
नाम हर्ष बंसल नही है बल्कि हैप्पी अग्रवाल है। आरोपी ने पूछताछ के दौरान बताया
छोटे जिलो में बिना पूछताछ के आसानी से मोबाइल सिम कार्ड मिल जाती थी और आरोपी बार
बार अपने मोबाइल नंबर एवं फोन केवल इसलिए बदल लेता था ताकि पुलिस से बच सके इसके
लिए आरोपी ने कई बार अपने मोबाइल फोन भी बदले परंतु इसके बाद भी आरोपी पुलिस से बच
न सका। आरोपी सतना में इंटेक्स केयर की दुकान पर बतौर कम्प्यूटर आपरेटर काम करता
था। आरोपी ने बताया कि कोर्ट से भागने के बाद वे दोनो जबलपुर चले गये थे। फरारी के
दौरान कोर्ट से भागे दोनो आरोपी पुणे हाइवे पर पुणे पुलिस के द्वारा लूट करते पकड़ा
गये थे तो दोनो आरोपियो ने वहा की स्थानीय पुलिस को अपने अपने झूठे नाम बता दिये
थे इसके बाद यरवडा जेल पुणे में लूट के आरोप में बंद रहे बाद में जमानत पर रिहा
होने के बाद पुणे में कोर्ट पेशी पर भी नही गये। कुछ दिन तक आरोपी हैप्पी अग्रवाल
और रवि उर्फ आदित्य गुर्जर दोनो साथ रहे परंतु पुलिसके पकड़े जाने के डर से अलग अलग
हो गये। आरोपी हैप्पी ने जबलपुर, रायपुर, नागपुर एवं सतना
सहित देश के अलग अलग शहरो में अपनी पहचान छिपाते हुए फरारी काटी थी। नागपुर में
हैप्पी अग्रवाल, हर्ष भरतीया के नाम से रहता था नागपुर में
आरोपी हैप्पी ने हर्ष भरतीया के नाम से बैंक खाता भी खुलवाया। इंदौर क्राइम ब्रांच
ने नागपुर जाकर भी हैप्पी के बारे में पतारसी की थी परंतु उस समय आरोपी हैप्पी वहा
से जा चुका था इसके बाद से ही इंदौर क्राइम ब्रांच को हैप्पी अग्रवाल की तलाश थी।
आरोपीयो की गिरफ्तारी हेतु उप पुलिस महानिरीक्षक इंदौर शहर द्वारा प्रत्येक आरोपी
की गिरफ्तारी के लिए 20000/- के इनाम की घोषणा की गई थी। इसी मामले
में आरोपी का एक और साथी आरोपी रवि उर्फ आदित्य गुर्जर पिता दिनेश गुर्जर निवासी
एमआईजी इंदौर अभी भी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।
उक्त गुलशन तेजवानी हत्याकांड के मामले में
निरूद्ध एक आरोपी अंशुल को न्यायालय द्वारा आजीवन कारावास की सजा सुनाई जा चुकी है
तथा इसी मामले में आरोपी रवि उर्फ आदित्य गुर्जर के रिश्तेदार वीरेन्द्र गुर्जर की
भूमिका होने से उसे भी न्यायालय द्वारा सजा सुनाई जा चुकी है। आरोपीहैप्पी को उसकी
फरारी के दौरान इसे शरण देने वाले एवं आरोपी की मदद करने वालो के बारे में पूछताछ
जारी है, जिनके विरूद्ध भी उचित वैधानिक कार्यवाही की जायेगी। इस मामले में
कुछ और लोगो के नाम सामने आ सकते है।
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