इन्दौर-दिनांक
28 अगस्त 2016-पुलिस
थाना एमआईजी द्वारा थाना क्षेत्रान्तर्गत देवनगर नाले में हत्या करफेंके गये 15
वर्षीय किशोर बालक के प्रकरण में, 24 घंटे में हत्या का पर्दाफाश कर, आरोपी
मां व उसके प्रेमी को पकड़ने में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है।
दिनांक
27.08.16 को पुलिस थाना एमआईजी पर फरियादी रामपाल करोड़े
ने यह सूचना दी कि, वह नगर निगम में सफाईकर्मी का काम करता
है, आज वह सुबह इण्टरसिटी एक्सप्रेस टे्रन से
ग्वालियर से इन्दौर आकर, अपने घर आया तो, उसकी
पत्नी बर्तन साफ कर थी, जिसने बर्तन का पानी नाले तरफ फेंकने
का कहा तो, फरियादी ने देखा कि उसका 15
वर्षीय लड़का पंकज करोड़े नाले किनारे मरा पड़ा है। उक्त सूचना पर तत्काल पुलिस मौके
पर पहुंची तो पाया कि मृतक का शव नाले किनारे औधें मुंह कीचड़ मे पड़ा है, जिसके
शरीर पर चोंटो के निशान है। पुलिस को प्रथम दृष्टया मामला संदिग्ध प्रतीत हुआ, जिस
पर पुलिस द्वारा इसे हत्या का प्रकरण मानते हुए विवेचना प्रारंभ की गयी।
उक्त
घटना को गंभीरता से लेते हुए, पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री
संतोष कुमार सिंह द्वारा प्रकरण में शीघ्र अपराधियों का पता लगाकर, उन्हे
गिरफ्तार करने के निर्देश दिये गये। उक्त निर्देश के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक
पूर्व श्रीमती मोनिकाशुक्ला एवं अति. पुलिस अधीक्षक पूर्व श्री राकेश सिंह के
मार्गदर्शन में, नगर पुलिस अधीक्षक परदेशीपुरा श्री अजय
जैन के नेतृत्व में थाना प्रभारी एमआईजी श्री तारेश कुमार सोनी व उनकी टीम को
विवेचना में प्रत्येक बिंदु पर जांच करते हुए, अपराधियों
का पता लगाने हेतु निर्देशित किया गया।
पुलिस
टीम द्वारा विवेचना के दौरान आसपास के लोगो से पूछताछ की गयी एवं मृतक के घर का
मुआयना किया गया तो, मृतक के घर में कूलर पर खून के निशान
भी दिखे तथा मृतक के पिता रामपाल ने बताया कि, उसके
लड़के पंकज ने अपनी मां के अंकित से अवैध संबंध के बारे में बात उसे बतायी थी।
पुलिस टीम द्वार मृतक की मां बेबी बाई पति रामपाल करोड़े से उसके लड़के पंकज की
मृत्यु के संबंध में पूछताछ की गयी तो, वह
पुलिस को गुमराह करने लगी। जब पुलिस द्वारा उसके चरित्र के संबंध में जानकारी
मिलने व कूलर पर लगे खून कें संबंध में लगातार पूछताछ करने पर, उसने
अपने बेटे की हत्या करना स्वीकार किया। मृतक की मां ने बताया कि दिनांक 26-27.08.16 की
दरम्यानी रात में जब पंकज गोगादेव के मेले से वापस लौटा तो उसने अंकित व अपनी मां
को साथ देखकर विवाद करने लगा। जब विवाद
बढ़ा तो पंकज ने पास में रखे तवे से अंकित को सिर में मारा। इस पर मां
बेबी बाई व उसके प्रेमी अंकित ने मिलकर पंकज को धक्का दे दिया, जिससे
उसे चोट लगकर वह अचेत अवस्था मे दिखा तो, उन
दोनों ने मिलकर उसका गला घोटकर हत्या कर दी और शव को स्वयं के मकान की छत से पीछे
गहरे नाले में फेंक दिया। किसी को शव दिखाई न दे इसलिये उसके ऊपर मृतक पंकज की
रजाई, चटाई, छत
पर पड़ा हुआ कार ढकने का कवर, साड़ी तथा छत पर पड़ा हुआ फ्लेक्स आदि
कबाड़ फेंककर, मृतक के शव को छुपाने का प्रयास किया
गया लेकिन शव ठीक से न ढक पाने के कारण, दिखाई
दे गया। पुलिस थाना एमआईजी द्वारा उक्त हत्याकाण्ड का 24
घंटे में खुलासा कर, आरोपी मां बेबीबाई तथा उसके प्रेमी
अंकित को गिरफ्तार किया गया हैं, जिन्होने अपना अपराध कबूल किया है।
उक्त
हत्याकाण्ड का पर्दाफाश कर, आरोपियों को पकड़ने में वरिष्ठ
अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी एमआईजी श्री तारेश कुमार सोनी व उनकी
टीम के उनि एम.एस. मण्डलोई, सउनि राधेश्याम यादव, सउनि
सुरेश यादव, आर. राजकुमार तथा आर. कृष्णकुमार का
महत्वपूर्ण एवं सराहनीय योगदान रहा।
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