इन्दौर-दिनांक
20 नवम्बर 2015-पुलिस
उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री संतोष कुमार सिंह के निर्देशन में फरार अपराधियों
एवं वारंटियों के विरूद्व चलाये जा रहे विशेष अभियान के तहत क्राईम ब्रांच के अति.
पुलिस अधीक्षकद्वय श्री देवेन्द्र पाटीदार एवं श्री विनय प्रकाश पॉल के नेतृत्व
में टीम को दो गैर जमानती वारंटियों को पकड़ने में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई
है।
पुलिस
टीम को मुखबिर द्वारा सूचना मिलीं कि फरारी स्थाई वारंटी शातिर नकबजन रशीद खान
उर्फ अब्दुल रशीद उर्फ तलवार सिहं पिता हमीद खान उर्फ अब्दुल हमीद खान उम्र 40
साल निवासर अशरफी नगर खजराना, फरार होकर अपना हुलिया बदल कर, दीगर
राज्य में अपराधिक गतिविधियों में लिप्त होकर वारदातो को अजांम दे रहा है। प्राप्त सूचना के आधार पर क्राईम ब्रांच टीम को
अकोला महाराष्ट्र भेजा गया जहां बारीकी से छानबीन करने पर पाया गया कि, शातिर
नकबजन आजीविका के लिए स्वयं की इण्डिका कार चलाने का काम करने की आड़ में वारदातो
को अंजाम दे रहा है। अपराधिक गतिविधियों से प्राप्त अवैद्य धन से समाज में पत्नी
बच्चों के साथ स्वयं का मकान बनाकर नाइ गांव मेहबूबिया मस्जिद के पास थाना आकोट
फेल जिला अकोला (महाराष्ट्र) में रह रहा है। आरोपी ने स्वयं की पहचान छुपाने के
लिए अपना नाम बदलकर तलवार सिहं रख लिया था। उक्त जानकारी के आधार पर पुलिस थाना
जूनी इन्दौर और क्राईम ब्रांच की संयुक्त टीम द्वारा घेराबंदी कर आरोपी को हिरासत
में लेकर पूछताछ करने पर वह स्वयं को तलवारसिंह बताने लगा जिसे कडाई से पूछने पर
स्वयं को इन्दौर का निवासी बताकर कई अपराधों में स्थाई वांरट में फरार होना बताया।
आरोपी ने बताया कि वह पुलिस से बचने के लिए 10
साल पूर्व इन्दौर छोड़कर अकोला महाराष्ट्र रहने आ गया था। उक्त आरोपी के विरूद्व
इन्दौर जिले के विभिन्न थानों (थाना जूनी इदौर-02, पलासिया-02, एमआईजी-01, चदन
नगर-01) में दर्जनों अपराध पंजीबद्ध है, जिनमें
स्थाई एवं गिरफतारी वारंट मान. न्यायालय द्वारा जारी किये गये थे। फरार आरोपी पर
हत्या, हत्या का प्रयास, चोरी, नकबजनी, जुआ
आदि के अनेको अपराध इन्दौर, म.प्र
एवं जलगांव, वर्धा (नागपुर), अमरावती, अकोला
महाराष्ट्र आदि जगहों पर पंजीवद्व है।
क्राईम ब्रांच टीम द्वारा पुलिस थाना जूनी
इन्दौर के प्रकरण में वर्ष 2008 से फरार गैर जमानती वारंटी कपिल उर्फ
गुलशन पिता शंकरलाल जोशी (30) निवासी 14
मूसाखेडी थाना आजादनगर इन्दौर को गिरफतार करने में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की
है। आरोपी गिरफतारी से बचने के लिए अपना हुलिया व पहचान बदल-बदल कर छिपता फिर रहा
था। आरोपी द्वारा पुलिस से बचने के लिए
स्वयं का व्यवसाय बन्द कर एक बीयर बार में वेटर की नौकरी करने लगा था, लेकिन
पुलिस की गिरफ्त से नहीं बच सका।
पुलिस
द्वारा दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनके
विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की जा रही हैं।
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