इन्दौर-दिनांक 29 जुलाई 2015-पुलिस उप महानिरीक्षक इंदौर श्री संतोष कुमार
सिंह के समक्ष में उपस्थित होकर सुखलिया निवासी रवि कुमार पिता भास्करन (56)
ने बताया कि दिनांक 01.07.15 को उसे, किसी विशाल देशमुख नाम
से अज्ञात व्यक्ति ने फोन कर बोला कि हमारा प्रोजेक्ट पीथमपुर में आ रहा है,
उस सम्बन्ध में बात करना है तुम विश्वास नगर आ
जाओं। इस पर फरियादी रवि कुमार जैसे ही विश्वास नगर पहुचां, वहां पर एक इनोवा गाडी में बैठे 5-6 व्यक्तियों ने फरियादी की गाडी के आगे गाडी लगाकर फरियादी
को उसकी स्विफ्ट गाडी से उतारकर अपनी इनोवा गाडी में यह कहकर बैठा लिया कि चलो
तुमसे साहाब बात करेगें। इनोवा गाडी में बैठते ही फरियादी रवि के मुंह एवं आंखो पर
बदमाशों ने पट्टी बांध दी व 15-20 मिनट गाडी चलने
के बाद एक सूनसान फेक्ट्री जो काफी समय से बंद पड़ी है पर ले जाकर एक कमरे में मुंह
व आंखो की पट्टी खोली तथा आरोपियों ने फरियादी रवि कुमार को हथियारों से धमकाकर
बोले कि तुम्हारी हत्या कर देगें, बचना चाहते हो तो
अपने भाई को फोन लगाकर बोलो कि 20 हजार रूपए हर
महीने देगा और 5 लाख रूपए तुरन्त
लेकर आए। उसके बाद उन बदमाशों ने फरियादी के मोबाईल से फरियादी के भाई विशाल को
फोन लगाया और कहा कि 5 लाख रूपयों की
व्यवस्था तुरन्त कर शाम 05:30 बजे पीथमपुर
रिलायंस पेट्रोल पम्प पर आ जाना, पहचान केलिए हम
आपके भाई रवि कि स्विफ्ट गाडी से आएगें। जिस पर फरियादी के भाई विशाल द्वारा रिश्तेदारों
से 5 लाख रू. इकट्ठा कर बदमाशों
के बताए पते पर पीथमपुर पर रिलायंस पेट्रोल पम्प पर ले जाकर दिए। 5 लाख रूपए मिलने के बाद उक्त बदमाशों ने रवि
कुमार को 20 हजार रू. महीना देने का
स्टाम्प लिखवाकर जान से मारने की धमकी देकर भाई विशाल के साथ रवाना किया।
फरियादी रवि कुमार ने बदमाशों के चंगुल से छूटते ही पुलिस
उप महानिरीक्षक इंदौर श्री संतोष कुमार सिंह के समक्ष में उपस्थित होकर अपनी आप
बीती सुनाई, जिस पर उन्होने
घटना को गम्भीरता से लेते हुए फरियादी को आश्वस्त कराया एवं अपहरणकर्ताओं की
पतारसी कर उनकी गिरफ्तारी हेतु अति.पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्रांच श्री विनय प्रकाश
पाल को आवश्यक निर्देश दिये। सर्व प्रथम जिस मोबाइल का प्रयोग कर अपहरणकर्ताओं
द्वारा फरियादी को घटना स्थल पर बुलाया गया था, उस नंबर की छानबीन की जाने पर वह नंबर बलवाडा के एक किसान
का निकला, जिससे पूछताछ करने पर
उसने, वह सिम बहुत समय पहले ही
गुम हो जाना बताया। अब क्राईम ब्रांच द्वारा घटना का विस्तृत अध्ययन किया एवं
इंदौर तथा आसपास फैले मुखबिरों के जालको बिछाया और फरियादी द्वारा बताए हुलिया के
अनुसार बदमाशों की तलाश शुरू की गई। जिस पर क्राईम ब्रांच की टीम को जानकारी मिलीं
कि फिरौती के रूपए लेने के लिए रिलायंस पेट्रोल पम्प पर, विद्गवास नगर पीथमपुर निवासी अनिल पिता रामायण सिंह चौहान
एवं हाउसिंग बोर्ड कांलोनी पीथमपुर निवासी सुनील उर्फ चिंटू पिता मनोहरलाल प्रजापत
आये थे, जिनको वहां लोगों ने
पेट्रोल पम्प पर खडी स्विफ्ट कार में बैठे हुए देखा था। जिस पर क्राईम बांच की टीम
द्वारा अनिल एवं सुनिल के बारे में जानकारी इकट्ठा करना शुरू किया तब पता चला कि
इनके द्वारा अपने तीन अन्य साथीयों के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया है। उक्त
जानकारी पर क्राईम ब्रांच इंदौर एवं पुलिस थाना किशनगंज की संयुक्त टीम ने मिलकर
आज दि. 29.07.15 को बदमाशों की
पतारसी में सूचना पर विश्वास नगर चौपाटी के पास से आरोपीगण इनोवा कार में कहीं
जाने की तैयारी करते मिले, जिन्हे पुलिस द्वारा पकड़ा गया।
आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर उनके द्वारा,
फरियादी रवि कुमार का अपहरण कर उसके भाई विशाल
से 5 लाख रू. फिरौती लेकर रवि
कुमार से 20 हजार रू. हर महीने देने
का स्टाम्प लिखवाकर छोडने की बात स्वीकार की। बदमाश अनिल के पास एक पिस्टल जिंदा
रांउड के साथ मिला। पुलिस द्वारा आरोपीयान से फरियादी का अपहरण कर वसूले गये पॉंच
लाख रूपये, एक पिस्टल मय जिंदा
कारतूस एवं घटना में प्रयुक्त हुई इनोवा कार भी जप्त की गई है।
आरोपियों से पूछताछ करने पर पता चला कि आरोपीगण- 1. अनिल पिता रामायणसिह चौहान जो 10 वी कक्षा तक पढा है ,केबल आपरेटर का काम पीथमपुर में करता था। 2. सुनिल उर्फ पिंटु पिता मनोहरलाल प्रजापत निवासी
हाउसिंग बोर्ड कालोनी पीथमपुर, नवदुर्गा
ट्रासंपोर्ट पर लोडिंग अनलोंडिग का कार्य करता था। 3. रणजीतसिह चौहान पिता सत्यनारायण सिहं चौहान निवासी पीथमपुर,
एक प्रायवेट कंपनी में नौकरी करता है। 4.
कमल पंवार पिता रूपसिहं पंवार निवासी संजय
जलाशय रोड पीथमपुर, 5वीं तक पढा है और
वह किशनगंज, महू, पीथमपुर इलाके में जमीन खरीदने एवं विक्रय करने
का कार्य करता है। 5. राहुल पिता
बद्रीलाल सुनेरिया निवासी छत्रछाया कॉलोनी, पीथमपुर जो इनोवा गाडी चलाता है एवं बीबीए का अंतिम वर्ष का
छात्र है। 6. भारत सोनी एमबीए
के अंतिम वर्ष का छात्र है तथा 7. देवेन्द्र यादव
बलवाडा का रहने वाला है जो मजदुरी करता है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि अपहरण
करने की योजना सभी बदमाशों द्वारा ऐशो आराम करने के लिये बनाई गई थी, जिसके लिये सर्वप्रथम किसी और व्यक्ति के नाम
की सिम लाने की जवाबदारी देवेन्द्र को सौपी गई जिसमें सफलता मिलते ही इंदौर से दो
नये मोबाईल इस अपराध को अंजाम देने के लिये खरीदे गये। आरोपीगणों ने यह मानते हुये
कि मोबाईल से पकडा जाना संभव नही होगा, उक्त घटना को अंजाम दिया परंतु इंदौर पुलिस के सक्रिय खुफिया तंत्र ने इनके
मंसूबो को नाकाम कर, इन्हे गिरफ्तार
करने में सफलता प्राप्त हुई।
बदमाशों के साथ और कौन-कौन लोग घटना में संलिप्त थे एवं बदमाशों
ने इस तरह ओर कितने लोगो का अपहरण कर फिरौती वसूल की गई है, इस सम्बन्ध में आरोपियों से पूछताछ जारी हैं।
फरियादी रवि
कुमार द्वारा जप्त की गई संपूर्ण राशि इन्दौर पुलिस को देने की घोषण की गई है।
No comments:
Post a Comment