इन्दौर -दिनांक 20 मार्च 2013- थाना खजराना क्षैत्र बायपास खजराना दरगाह निर्माणाधीन लिंक रोड पर दिनांक 28.2.13 को रात्रि करीब 11/15 बजे पंकज संघवी की जमीन के पास एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिला था पास मे ही एक मोटर सायकल एम पी 09 एन एस 3781 भी पडी थी। शव निर्माणाधीन रोड के किनारे पडे पत्थरो पर था तथा सिर मे चोटे होकर पूरा चेहरा खून से सना था प्रथम द्ृष्टया मामला हत्या का प्रतीत हो रहा था किन्तु एक्सीडेट की संभावना से भी इंकार नही किया जा सकता था । पुलिस अधीक्षक महोदय ने मामले को काफी गंभीरता से लेते हुऐ मृत्यु का वास्तविक कारण जानने हेतु दिशा-निर्देश दिये गये ।
सूचना कर्ता धनसिह पिता रामाजी चौधरी की सूचना पर थाना खजराना पर मर्ग क्र 12/13 धारा 174 जा फौ का दर्ज किया गया तथा अज्ञात लाश को पी एम हेतु रवाना किया गया मौके पर मौजूद मोटर सायकल की जानकारी प्राप्त करने पर मृतक की पहचान घनश्याम पिता बालाराम सोनगरा उम्र 40 वर्ष नि गांधीग्राम कालोनी खजराना इंदौर के रुप मे हुई ।साथ ही परिजनो द्वारा भी मृतक की शिनाख्त कर ली गई ।
प्रारंभिक जांच मे परिजनो के कथन लिये गये जिसमे मृतक की पत्नी शशी बाई ,लडका सुरेश ,लडकी रंजना द्वारा बताया गया कि मृतक घनश्याम मकान बनाने की ठेकेदारी करता था तथा उसके अधीनस्थ कई कारीगर व लेबर काम करते थे ।मृतक के दो मकान है एक मकान गांधीग्राम मे जिसमे मृतक की मा भागवंती बाई रहती है तथा दूसरा मकान ग्राम टिगरिया राव काकड पर है जिसमे मृतक की पत्नी तीन लडकी व दो लडके रहते है मृतक का दोनो घरो मे आना-जाना रहता था दिनांक 27.2.13 को मृतक काम करके टिगरिया राव वाले घर करीब शाम 5/30 पहुचा तथा उसने अपनी पत्नी को बताया कि गांधीग्राम वाले घर मे बिजली कटी हुई है तथा माँ भी घर पर नही है इसलिये वह अपनी पत्नी से टिफिन लेकर गांधीग्राम वाले घर पर आ गया था ।
दिनांक 28.2.13 को दिन भर मृतक अपने टिगरिया राव वाले घर पर नही पहुचा रात्रि करीब 7/00बजे मृतक का फोन उसके घर पर आया था जो बेटी रंजना ने सूना था मृतक ने कहा था कि मै सब्जी लेकर आ रहा हू क्या-क्या लाना है,पुनः मृतक ने 8/40 पर फोन कर बताया कि अभी थोड़ी देर मे आता हू कनाडिया वाईन शाप पर सुनील चौहान व दोस्तो के साथ बैठा हू ,इसी दौरान मृतक ने संजय चौहान निवासी गांधीग्राम से भी बात की थी ।जब रात को बहुत देर तक मृतक अपने घर नही पहुचा तो मृतक की बेटी रंजना ने सुनील को फोन लगाकर पूछा था ।सुनील ने रंजना को बताया कि हम लोग वाईन शाप पर बैठे थे मै घनश्याम से बात कर घर आ गया हू घनश्याम का मुझे नही पता कहां है ।
मृतक घनश्याम की पी.एम. रिपोर्ट एंव डाक्टर के अभिमत मे मृत्यु का कारण किसी भारी वस्तु से सिर पर प्रहार कर पहुचाई गई चोटो से मृत्यु होना बताया सबब प्रारभिक जांच एंव मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर धारा 302 भादवि का प्रकरण अज्ञात आरोपी के विरुद्ध पंजीबद्ध कर निरीक्षक सी. बी. सिह थाना प्रभारी खजराना द्वारा विवेचना प्रारंभ की गई ।
कनाडिया बायपास कलाली पर जानकारी प्राप्त करते ज्ञात हुआ कि दिनांक 28.2.13 को शाम करीब 7/45 से 10/45 के बीच सुनील ,मृतक घनश्याम व अन्य दो लड़के चारो ने शराब पी थी व खाना खाया था मृतक घनश्याम नशे मे घूत्त था जिसको सुनील घनश्याम की मोटर सायकल पर बैठा कर खजराना तरफ सर्विस रोड पर ले गया था पीछे-पीछे उन दोनो लडको को भी मोटर सायकल से जाते देखा था ।
पुनः पुलिस अधीक्षक महोदय श्री ओ पी त्रिपाठी से मार्ग दर्शन प्राप्त कर संदेही सुनील चौहान को पकडा पूछताछ करने पर सुनील गुमराह करता रहा किन्तु सख्ती से पूछताछ करने पर उसने स्वीकार किया कि मेरे घर के सामने रहने वाले मृतक घनश्याम की बीच वाली लडकी रंजना से प्रेम करता था तथा रंजना से शादी करना चाहता था किन्तु मृतक घनश्याम ने सुनील शादी शुदा होने से इंकार कर दिया था फिर भी रंजना व सुनील की बातचीत होती रहती थी जिस पर मृतक घनश्याम गुस्सा होता था ,सुनील का अपनी पत्नी से विवाद होकर उसके पीहर मे रह रही है इसलिये सुनील ने रंजना के बाप को रास्ते से हटाने के उद्देश्य अपने साथी जितेन्द्र पिता ओकार बेलदार उम्र 24 साल नि अर्जुन बरौदा थाना क्षिप्रा व एक अन्य के साथ 28.2.13 के दोपहर बंगाली कालोनी पर दारु पीकर बाद कनाडिया रोड वाईन शाप पर हत्या की योजना बनाई तथा मृतक घनश्याम को अत्यधिक दारु पिलाकर घटना स्थल पर लाकर रोड किनारे पडे पत्थरो से सिर पर वार कर हत्या कर दी गई तथा मृतक का मोबाईल मय सीम के भी अपने साथ ले गये थे ।
आरोपी सुनील के बयान के आधार उसके घर से घटना मे प्रयुक्त मोटर MP11-NB-6461 डिस्कवर जो पप्पू बरगुंडा की ,घटना के समय पहना खून आलूदा जिंस की पेंट व तथा घटना के पूर्व मे उपयोग मे लाई गई सीम व,ड्रायविंग लायसेंस उसके घर जप्त कर लिये गये तथा इसका साथी जितेन्द्र पिता ओकार बेलदार को भी पाल्दा से गिरफ्तार कर उससे मृतक घनश्याम का मोबाईल जप्त कर लिया गया है एक अन्य साथी जो मजदूर होकर जोबट अलिराजपुर का घटना दिनांक से फरार है जिसकी गिरफ्तारी के लिये टीम भेजी गई है ।
अपराध पंजीबद्द होने के 48 घंटे के अंदर वरिष्ठ अधिकारियो के उचित व सतत मार्गदर्शन मे थाना खजराना के अधिकारी कर्मचारी टी आई सी बी सिह ,उनि ए के शेषा ,उनि एम एल पवार ,सउनि सी पी यादव,प्र आर राकेश ,प्रआर मंगलसिह ,आर सुरेश आर मनोज आर नरेन्द्र आर सत्यनारायण जाट आर संतोष व आर विकास आर बृजेन्द्र व आर शिवप्रसाद के निरन्तर विवेचना कर अति गंभीर अंधे कत्ल को उजागर करने मे सफलता प्राप्त की है ।
यहा यह उल्लेखनीय है कि घटनास्थल के नजदीक ही नाहरशाहवाली दरगाह पर सालाना उर्स चल रहा था तथा ऐसी स्थिति मे तत्परता से मामले को उजागर कर देने से किसी प्रकार की कोई संवेदनशील स्थिति निर्मित नही हो सकी ।
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