इन्दौर -दिनांक 15 अक्टूबर 2012- पुलिस अधीक्षक (मुखयालय) इंदौर डॉ. आशीष व्दारा क्राईम ब्रांच के अति. पुलिस अधीक्षक श्री मनोज कुमार राय एवं अति. पुलिस अधीक्षक श्री जितेन्द्र सिंह को शहर में वाहनचोरी एवं नकबजनी की लगातार बढ़ रही घटनाओं की रोकथाम के लिये निर्देशित किया गया था। उक्त कार्यवाही हेतु निरीक्षक अपराध शाखा जयन्तसिंह राठौर के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। टीम को मुखबिर से सूचना मिली कि एक व्यक्ति मोटरसाईकल व चोरी का माल बेचने के लिये रणजीत हनुमान मंदिर के पास घूम रहा है। टीम द्वारा तस्दीक करने पर उस व्यक्ति को पकड़ा गया, पूछताछ करने पर उसने अपना नाम शंकर पिता रामसिंह कटारिया जाति भील 36 साल निवासी इंद्रानगर जुग्गी झोपडी राजमोहल्ला इन्दौर बताया तथा वह बाडी टेम्पल जिम बाबी छावडा की बिल्डींग मनी सेन्टर में मालिश का काम करता है। शंकर से गाडीयों व चोरी के माल के संबंध में पूछने पर उसने बताया की उसके साले राजू पिता रमेश निवासी भील कालोनी तथा भेरू पिता रमेश निवासी राजनगर के साथ मिलकर जूनीइंदौर व बाणगंगा से गाडीयां चुराई है व सदरबाजार की पुलिसलाईन में नकबजनी की है एवं एमजी रोड में भी नकबजनी की है। आरोपी की निशादेही पर मनीसेंटर में पीछे छुपाकर रखी गई हीरो होण्डा स्टेनर व खोली हुई टीवीएस की गाडी बरामद की व दो गैस की टंकीयां एक एलसीडी व उसके हिस्से में आये सोने चांदी के जेवरात जप्त किये और अन्य मामलों में भी पुछताछ जारी है आरोपी से अन्य वारदातें मिलने की उम्मीद है। उक्त आरोपी को मश्रुका सहित थाना एमजी रोड के सुपुर्द किया गया। आरोपी के साले राजू व भेरू इंदौर शहर के कुखयात नकबजन हैं। उनके ऊपर दर्जनों नकबजनी के केस न्यायालय में चल रहे हैं अभी दोनों नकबजनी के मामले में सेंट्रल जेल में बंद है। उक्त आरोपी को पकड़ने में टीम के सउनि नाथूराम दुबे, प्र.आर. चंदरसिंह, अवधेश अवस्थी, आरक्षक रणवीरसिंह, अजीत यादव, जितेन्द्र सेन, बसीर खान का सराहनीय योगदान रहा।
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