Wednesday, March 3, 2010

भोपाल निवासी गुटखा व्यापारी के घर चालीस लाख रूपये की नकबजनी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश एक शातिर नकबजन गिरफ्तार, गिरोह कार से जाता था, नकबजनी करने

इन्दौर-०३ मार्च २०१०-  पुलिस अधीक्षक शहर (पश्चिम) श्री निवास वर्मा ने बताया कि, पुलिस थाना जूनी इंदौर द्वारा एक शातिर नकबजन को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से करीबन पांच लाख रूपये का माल बरामद करने में सफलता प्राप्त की हैं। पकडा गया बदमाश भोपाल निवासी व्यापारी के घर से आज से करीबन एक माह पूर्व ४२,००,०००/रूपये (बयालीस लाख रूपये) की चोरी अपने बडे भाई व अन्य दो साथियों के साथ करना बता रहा है। पकडे गये आरोपी से नगर पुलिस अधीक्षक जूनी इंदौर बिट्टू सहगल व थाना प्रभारी जूनी इंदौर आनन्द यादव की टीम द्वारा पूछताछ की जा रही है।
        पुलिस अधीक्षक शहर (पश्चिम) श्री निवास वर्मा ने बताया कि, कुछ दिनों पूर्व हुई सपना संगीता रोड स्थित ओरिएंटल बैंक की डकैती के संबंध में अज्ञात आरोपियों की पतारसी हेतु अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर (पश्चिम) मनोजंिसंह के मार्गदर्शन में नगर पुलिस अधीक्षक जूनी इंदौर बिट्टू सहगल के नेतृत्व में थाना प्रभारी जूनी इंदौर आनन्द यादव की टीम सउनि. सन्तोष पाण्डेय, आरक्षक राजेश शर्मा, आरक्षक रणवीरसिंह, आरक्षक ओमप्रकाश सोलंकी, आरक्षक राजेन्द्र रघुवंशी को लगाया गया था।
        नगर पुलिस अधीक्षक जूनी इंदौर, बिट्टू सहगल को मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि, किशोर पिता अन्तरसिंह निवासी बाणगंगा इंदौर जो कि, एक शातिर नकबजन है, उसके पास सफेद रंग की मारूति कार भी है, आज कल काफी रूपये ५००-१००० रूपये के नोट खर्च कर रहा है। सूचना के आधार पर गठित टीम को बदमाश की पतारसी कर पकडने हेतु लगाया गया था। आज दिनांक को टीम को सूचना मिली कि, किशोर पिता अन्तरसिंह अपनी मारूति कार एम.पी.०९/डब्ल्यू/०५८१ में पटेल नगर में बगीचे के पास बैठा अपने किसी साथी का इंतजार कर रहा है। सूचना मिलने पर तत्काल टीम द्वारा बदमाश की घेराबंदी कर पकडा गया। दौराने पूछताछ किशोर पिता अन्तरंिसंह उम्र ३२ साल निवासी ३९९ भवानी नगर, बाणगंगा इंदौर ने बताया कि, उसने अपने बडे भाई कमल पिता अन्तरसिंह एवं अपने दो साथी दिनेश सिंह निवासी पीपलानी भोपाल एवं बंटी उर्फ चन्दन निवासी ग्वालियर के साथ मिलकर विगत तीन माह के अन्दर चार नकबजनी उज्जैन शहर में नानाखेडा क्षेत्र के आसपास कालोनियों में, एवं चार नकबजनी देवास शहर में, केलामाता मंदिर के पीछे स्थित कालोनियों में किया है, एवं एक नकबजनी भोपाल मे अयोध्यापुरी बायपास रोड के किनारे स्थित राज होम्स कालोनी के अन्दर एक सुने मकान जो कि, शायद किसी गुटखा व्यवसायी का मकान था, से किया था। भोपाल में की गई घटना में नगदी काफी पैसे मिले थे एवं कुछ सोने चांदी के जेवरात भी चुराये थे।
        अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर पश्चिम इन्दौर मनोजसिंह ने बताया कि, पकडे गये बदमाश से भोपाल में की गई नकबजनी में से नगदी एक लाख पचास हजार रूपये एवं सोने चांदी के जेवरात तथा बदमाश को मिले नगदी रूपयों में हिस्से के पैसों से खरीदी गई दो मोटर सायकलें टी.वी.एस.मैक्स-१०० नम्बर एम.पी.०९/एल.सी/९५७० एवं एक हीरो होंडा स्पलेण्डर एम.पी.०९/जे.क्यू/८७२४ अभी तक पुलिस थाना जूनी इंदौर द्वारा बरामद किया जा चुका है, एवं आरोपी जिस मारूति कार एम.पी.०९/डब्ल्यू/०५८१ से भोपाल जाकर नकबजनी की घटना घटित किये उस कार को भी जप्त किया जा चुका है। आरोपी कुल ९ नकबजनी की घटना अपने उपरोक्त साथियों के साथ घटित करना बताया है, एवं नकबजनी में मिले सोने चांदी के जेवरातों को इंदौर एवं भोपाल मे ंबेचना बता रहा है, चूंकि पकडे गये आरोपी द्वारा सारी घटनाऐं अन्य जिलों की हैं, इसलिये सम्बंधित जिलों के पुलिस अधीक्षको को बदमाश से पूछताछ एवं माल बरामदगी हेतु संबंधित थाने की पुलिस भेजने हेतु सूचित किया गया है।
        नगर पुलिस अधीक्षक जूनी इंदौर बिट्टू सहगल ने बताया कि, बदमाश किशोर पिता अन्तरसिंह एक शातिर नकबजन है, जिसपर बाणगंगा, हीरानगर, एरोड्रम, खजराना एवं सराफा थाने में कुल २५ प्रकरण दर्ज हैं, इसका बडा भाई कमल पिता अन्तरसिंह निवासी भवानी नगर, बाणगंगा इंदौर भी एक शातिर नकबजन है, जो अभी कुछ दिनों पूर्व ही पुलिस थाना हीरानगर इंदौर द्वारा अपने एक अन्य साथी के साथ गिरफ्तार होकर इंदौर जेल में निरूद्ध है। बदमाश चोरी नकबजनी करने के लिये ही एक मारूति कार एम.पी.०९/डब्ल्यू/०५८१ ले रखा है, इसके बडे भाई के पास भी एक मारूति वेन एवं साथी बंटी उर्फ चन्दन के पास मारूति कार है, इस गिरोह के सदस्य अच्छे कपडे पहनकर कार में बैठकर ही चोरी नकबजनी की घटना घटित करने जाते है, जो पुलिस अधिकारी/कर्मचारी इन्हें नहीं पहचानते वह इन लोगों को देखकर जरा भी शंका नहीं कर सकते कि, कार में बैठे लोग शरीफ हैं, या बदमाश। बदमाश किशोर पिता अन्तरसिंह को पकडने में सउनि. सन्तोष पाण्डेय, आरक्षक राजेश शर्मा, रणवीरसिंह, राजेन्द्र रघुवंशी, ओमप्रकाश सोलंकी का विशेष योगदान रहा है।

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