Friday, August 13, 2021

पुलिस की बीट प्रणाली को और बेहतर बनानें हेतु, इन्दौर पुलिस एवं आईआईएम इन्दौर द्वारा किया गया एमओयू साईन

▪️   आईआईएम द्वारा 6 माह तक रिसर्च के आधार पर तैयार किए माॅडल अनुसार बनाया जाएगा कार्यप्रणाली को और बेहतर


इन्दौर दिनांक 13 अगस्त 2021 - पुलिस की कार्यप्रणाली को और बेहतर बनानें के लिए मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा आईआईएम इन्दौर के साथ मिलकर विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। जिसके अंतगर्त इन्दौर पुलिस एवं पीटीसी इन्दौर के माध्यम से आज दिनांक 13.08.21 को विषय पुलिस की बीट प्रणाली को और बेहतर बनानें हेतु वेबीनार का आयोजन किया गया जिसका शुभारंभ पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर जोन इन्दौर श्री हरिनारायणचारी मिश्र जी के मुख्य आतिथ्य मे आईआईएम इन्दौर के पदाधिकारियों व पुलिस अधिकारियों की उपस्थिति में किया गया। कार्यक्रम के दौरान भोपाल से वेबीनार के माध्यम से अति पुलिस महानिदेशक ट्रेनिंग श्रीमती अनुराधा शंकर एवं उप निदेशक पुलिस अकादमी भौरी भोपाल श्री विनित कपूर जी उपस्थित रहें। 


 कार्यक्रम में पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री मनीष कपूरिया, श्री हिमांशु राय निर्देशक आईआईएम इन्दौर, पुलिस अधीक्षक पूर्व श्री आशुतोष बागरी, पुलिस अधीक्षक पीटीसी इन्दौर श्री अगम जैन, आईआईएम के प्रो. श्रीमती वैजयंती अय्यर, प्रो श्री अमित वत्स, प्रो राजहंस मिश्रा, प्रो सौरभ चंद्रा, अति पुलिस अधीक्षक मुख्यालय श्रीमती मनीषा पाठक सोनी सहित अन्य पुलिस अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित रहें।


                कार्यक्रम की शुरूआत करतें हुए अति पुलिस अधीक्षक मुख्यालय द्वारा कार्यक्रम मे उपस्थित अतिथिगणों एवं पदाधिकारियों का स्वागत करते हुए एक नई पहल के अंतर्गत उपस्थित अतिथिगणों को सम्मान स्परूप पुष्प गुच्छ की जगह किताब प्रदान की गई। इस दौरान उन्होंने बताया कि पुलिस की बीट प्रणाली को और बेहतर बनाने के लिए इन्दौर पुलिस एवं पीटीसी इन्दौर के द्वारा आईआईएम इन्दौर के साथ एक एमओयू साईन किया जाएगा। इस दौरान उन्होने इन्दौर पुलिस की कार्यप्रणाली के बारें मे बताया की इन्दौर पुलिस डीआईजी प्रणाली के अंतगर्त कार्य करती है जिनके अंतर्गत 3 पुलिस अधीक्षक कार्य करतें है। इन्दौर शहर मे 45 थानों के अलावा 05 विशेष थानें है। शहर मे एक वर्ष मे लगभग 25500 वार्षिक अपराध पंजीबद्ध किये जातें हैं। उन्होनें बताया कि इन्दौर शहर की जनसंख्या अधिक होनें के कारण यहां पर ट्राॅफिक से जुडी काफी समस्याओं का सामना करना पडता है जिसके लिए ट्राॅफिक मैनेजमेंट सिस्टम काम करता है । डायल 10 की कार्यप्रणाली की जानकारी देते हुए शहरी एवं रूरल क्षेत्रों के रिस्पांस टाइम के बारे मे बताया। इन्दौर शहर मे सिटी सर्विलेंस सिस्टम कार्य करता है जिसके अंतर्गत 125 जगहों पर 630 सीसीटीवी कैमरें लगे है, जिससें किसी अपराध की विवेचना के दौरान काफी मदद प्राप्त होती है। इसी के साथ ही शहर में अपराध नियंत्रण में सीसीटीवी कैमरे महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते है, इसी को ध्यान में रखते हुए डीआईजी सर के मार्गदर्शन में शहर में एक कैमरा मेरा भी योजना लागू की गई है।

                इसी दौरान पुलिस अधीक्षक पीटीसी इन्दौर श्री अगम जैन जी द्वारा बताया कि पुलिस की बीट प्रणाली को बेहतर बनानें के लिए आईआईएम के द्वारा इन्दौर पुलिस एवं पीटीसी इन्दौर के साथ 6 माह तक रिसर्च कर माॅडल बनाया जायेगा। जिसे सर्वप्रथम इन्दौर मे लागू किया जायेगा इसके सफल होने पर प्रदेश एवं देश स्तर पर लागू किया जायेगा।

                कार्यक्रम मे अतिथि आईआईएम इन्दौर के निर्देशक श्री हिमांशु राय द्वारा बताया कि पुलिस का कार्य केवल लाॅ एंड ऑर्डर का ही नही रहता, बल्कि जब भी कोई  आपदा, महामारी या अन्य कोई परेशानी आती है इस दौरान लोगों की पुलिस से अपेक्षा और बढ़ जाती है, कि पुलिस व्यवस्था संभालेगी और हमारे लिए  कुछ न कुछ कार्य जरूर करेगी। यहा पर 1000 से अधिक व्यक्तियों पर एक पुलिसकर्मी हमारे पास उपलब्ध है जिससे देखे की पुलिस के ऊपर कितनी अधिक जिम्मेदारी, उत्तरदायित्व एवं अपेक्षाओं का भी बोझ है। इसलिए आईआईएम इन्दौर ने पुलिस के साथ मिलकर कार्य करने का निर्णय लिया है जिसमें हम दो तरह से कार्य करेगें पहला जिसमें बीट सिस्टम की बात कि गई है तथा दूसरा डायल 100 की टीम का कैसे उपयोग करे। जिससें पता लगा सके कि कहा पर कौन सी टीम पहुच सकें। साथ ही पुलिस एवं पब्लिक का जो कम्युनिकेशन है उसको बेहतर कर पायें। आईआईएम इन्दौर पुलिस का कंसलटेंट बनकर नही बल्कि साथ रहकर कार्य किया जायेगा, जिससे पुलिस की कार्यप्रणाली को और बेहतर बनाया जा सके। उन्होंने बताया कि इस माॅडल को तैयार कर इसे इन्दौर मे इस तरह लागू किया जायेगा, जिसमे एक थाने पर पहलें वाला सिस्टम तथा एक अन्य थानें पर इस सिस्टम के अनुरूप कार्य कर इसकी बेहतर होने के परिणाम जान पायेगें।

                डीआईजी इन्दौर सर द्वारा आईआईएम इन्दौर का धन्यवाद देते हुए कहा कि आईआईम इन्दौर को इस सिस्टम को लागू करनें मे सभी महत्वपूर्ण संसाधन उपलब्ध करानें मे योगदान प्रदान करेंगें। इस सिस्टम के शुरू होनें के बाद समस्याओं का समाधान निकाल पायेगे जिससे आम आदमी एवं पुलिसकर्मी को आसानी हो।

आईजी इन्दौर सर द्वारा कहा गया कि बीट सिस्टम पुलिसिंग का आधारभूत ढांचा है। इसके आधार पर लगभग पूरी पुलिसिंग जुडी हुई है,  जिसमे पुलिस का रिस्पास टाइम, जनता के प्रति पुलिस के मन मे धारणा, पुलिस की कार्यक्षमता एवं दक्षता को बढायेंगे जैसे सारे पहलू ही इसके माध्यम से तय होते हैं। बीट सिस्टम और प्रभावशाली तथा बेहतर  बनाने के लिए आईआईएम के द्वारा इन्दौर पुलिस एवं पीटीसी इन्दौर के साथ मिलकर शोध किया जायेगा। शोध करनें के उपरांत इसका क्रियान्वयन करने से बीट सिस्टम मे सुधार करनें मे सफलता प्राप्त होगी। इस शोध के लिए आईआईएम इन्दौर एवं उनकी टीम को धन्यवाद दिया एवं कहा कि शोध मे जो भी संसाधन, जानकारी चाही जाएगी, उन्हे उपलब्ध करवानें मे हर संभव प्रयास किया जावेगा तथा शोध के बाद जो भी निष्कर्ष आयेगे प्रभावी होगें।

                इसी दौरान वेबीनार के माध्यम से एडीजी श्रीमती अनुराधा शंकर द्वारा बताया कि पुलिसिंग की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी आरक्षक होता है जिसे सक्षम बनानें के लिए आईआईएम इन्दौर द्वारा की जा रही शोध को सफल बनाने मे जो भी सहयोग की आवश्यकता होगी उपलब्ध कराई जाएगी।  इस सिस्टम के शुरू होने पर पुलिसिंग को नई नीव प्राप्त होगी तथा पुलिस की कार्यप्रणाली को और बेहतर  बनाने में सहायता मिलेगी।

                कार्यक्रम के दौरान आईजी इन्दौर जोन इन्दौर श्री हरिनारायणचारी मिश्र एवं आईआईएम के निर्देशक श्री हिमांशु राय के द्वारा एमओयू साईन कर आदान प्रदान किया गया।

कार्यक्रम के अंत में अति पुलिस अधीक्षक मुख्यालय द्वारा कार्यक्रम मे पधारें सभी अतिथिगणों धन्यवाद देते हुए कार्यक्रम के सफल आयोजन पर सभी का आभार व्यक्त किया गया।








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