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थाना क्राईम ब्रांच इंदौर में किये गये
04 प्रकरण पंजीबद्ध एवं अन्य
थानों भी 02 मुकदमे दर्ज ।
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कम्प्यूटर, मोबाईल हैण्डसेट,
काँलिंग
सर्वर, गेटवे आदि उपकरणों से निवेश हेतु सलाह देकर ठगती थी कंपनिया।
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इस प्रकार की ठगी की अब तक दर्जनों
षिकायतें हुई हैं प्राप्त।
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देश के कई शहरों में ठगी का जाल बिछाया,
ज्यादातर
शिकायतकर्ता अन्य प्रदेषों के है वासी।
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अब तक कुल 06 डायरेक्टर एवं 3
सहयोगी सहित कुल 09 आरोपी गिरफ्तार।
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ठगी से संबंधित भारी दस्तावेज जप्त,
आरोपियो
का पुलिस रिमाण्ड लेकर पूछताछ जारी।
इन्दौर
दिनांक 06 फरवरी 2020 - इंदौर प्रदेश की आर्थिक राजधानी मानी
जाती है यहां व्यक्ति ना सिर्फ व्यवसाय किंतु निवेश में भी रूचि रखते हैं अतः इसी
बात का फायदा उठाकर इंदौर के विजयनगर क्षेत्र में कुछ ठगोरों द्वारा निवेष करने के
नाम पर निश्चित फायदा पहुंचाने का प्रलोभन देकर, देश के प्रत्येक
शहर के लोगों को ठगा जा रहा था जिसकी लगातार शिकायतें लम्बे समय से इंदौर पुलिस को
प्राप्त हो रही थी। पुलिस उप महानिरीक्षक श्रीमति रूचिवर्धन मिश्र इंदौर (शहर)
द्वारा इस प्रकार ठगी करने वाली कंपनियों के विरूद्ध उचित कानूनी कार्यवाही करने
हेतु इंदौर पुलिस को निर्देशित किया गया था। उक्त निर्देशो के तारतम्य में पुलिस
अधीक्षक (मुख्यालय) श्री सूरज वर्मा के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक
(क्राईम ब्रांच) श्री राजेश डण्डोतिया द्वारा क्राईम ब्रांच की अलग अलग टीमों का
गठन किया जाकर, अवैध तरीके से संचालित की जा रही एडवाईजरी
कंपनियों के विरूद्ध योजनाबद्ध तरीके से कार्यवाही कराई गई।
जांच
के दौरान पाया गया कि एडवाईजरी कम्पनियों द्वारा सेबी के नियमों का उल्लंघन किया
जा रहा है तथा कम्पनियों द्वारा गलत पते पर ऑफिस खोलकर लोगों के साथ धोखाधडी की जा
रही है। कम्पनियों द्वारा बिना योग्यता की जांच पडताल किए हुए कर्मचारियों की
नियुक्ति की जाती है जो निवेशकों को निवेश संबंधी विशेषज्ञ की सलाह देते है।
कम्पनियों के द्वारा काम करने वाले कर्मचारियों को वेतन के साथ दिया जाने वाला
पीएफ भी प्रदाय नहीं किया जाता था। इन धोखेबाज कम्पनियों द्वारा अनुभवहीन एवं
योग्यताहीन कर्मचारियों की नियुक्ति धोखे से की जाती थी। निवेशकों के साथ सलाह के
नाम पर धोखाधडी करने वाली इन कम्पनियों के विरुद्ध क्राईम ब्राँच की विभिन्न टीमों
द्वारा इंदौर शहर में अलग-अलग स्थानों पर छापे मारने की कार्यवाही की गई जिसमें 1.
मनी
सेक्योर इन्वेस्टर, 2. इन्वेस्टर रिसर्च एण्ड एडवाईजरी, 3. अराईव
इन्वेस्टमेंट एडवाईजर, 4. मनी मार्केट मंथन, 5, फ्यूचर
इन्वेस्टमेंट, 6. वेल क्रियेटर एवं 7. रिसर्च इन्फोटेक
एडवाईजरी,8. उदयइन टेलीकोम प्राईवेट लिमिटेड, 9. स्वास्तिका,
10. कैपीटल
ग्रुप, 11. द मार्केट जरनल,12. वैल्थ मैक्स
सोल्यूशन कम्पनियाँ शामिल है। उक्त
एडवाईजरी कंपनियों के विरुद्ध अलग-अलग लोगों द्वारा झूठ बोलकर या गलत प्रलोभन देकर
पैसा ऐंठने एवं गलत जगह निवेश कराने की शिकायतें दर्ज कराई गई है जिनसे आवेदकों के
हितों को क्षति हुई है और निवेशकों को आर्थिक नुकसान उठाना पडा। अपराध शाखा द्वारा
अलग-अलग कम्पनियों के विरुद्ध प्रकरण दर्ज करने की कार्यवाही की जा रही है।
मनी
सैक्योर इन्वेस्टमेंट , इन्वेस्टर रिसर्च एण्ड एडवाईजरी , अराईव
इन्वेस्ट एडवाईजरी , मनी मार्केट मंथन के संबंध में थाना क्राईम
ब्राँच में अपराध पंजीबद्ध किये गये हैं जिसमें से इन्वेस्टर रिसर्च एण्ड एडवाईजरी
के डायरेक्टर अमित गंगराडे को गिरफ्तार किया गया इसी तरह मनी मार्केट मंथन के
डायरेक्टर विक्की कांवरिया एवं अराईव एन्वेस्टमेंट कंपनी के डायरेक्टर राजकुमार
सिहं कुशवाह को गिरफ्तार किया गया है और पुलिस रिमाण्ड लेकर दस्तावेज व उपकरणो
कम्प्यूटर, सी पी यू, गेटवे, काँलिंग
सर्वर आदि की जप्ती की गई है।
इसके अलावा थाना
खजराना में उदय इन टेलीकोम प्राईवेट लिमिटेड, स्वास्तिका
कैपीटल ग्रुप, द मार्केट जरनल के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध किया
गया है। उदयइन टेलीकोम प्राईवेट लिमिटेड का डायरेक्टर रजत सराफ एवं स्वास्तिका
इन्वेस्ट मार्ट की डायरेक्टर शीतल मोडघरे एवं सहायक हर्ष सोलंकी , मार्केट
जरनल के सहायक धर्मेन्द्र मालवीय कैपीटल ग्रो के डायरेक्टर प्रशांत गोले को
गिरफ्तार किया गया है। मार्केट जरनल की डायरेक्टर ज्योति मोरे अभी फरार है जिसकी
गिरफ्तारी हेतु प्रयास किये जा रहे हैं।
पुलिस रिमाण्ड
के आरोपियों को आज दिनांक 06.03.2020 को न्यायालय पेश किया जायेगा।
गिरफ्तार आरोपियों की कम्पनियों से संबंधित उपकरण जप्त किये गये है और फरार
आरोपियों को गिरफ्तार करने के प्रयास किये जा रहे हैं। उक्त धोखाधडी से संबंधित
शिकायतां हेतु क्राईम ब्रांच इंदौर के साईबर हेल्पलाईन नम्बर 7049124444 एवं क्राईम वॉच
नम्बर 7049124445 पर सम्पर्क करें।
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