Wednesday, January 22, 2020

आईजी द्वारा जोन के सभी डीआईजी और पुलिस अधीक्षकों की ली गई मीटिंग |




पुलिसिंग में तकनीक और जनसहयोग  की आवश्यकता पर  दिया जोर|

आज दिनांक 22.01. 2020 को श्रीमान पुलिस महानिरीक्षक इंदौर जोन द्वारा जोन के सभी उप महानिरीक्षको  एवं पुलिस अधीक्षको की मीटिंग ली गई जिसमें आईजी ने अपराध की रोकथाम और डिटेक्शन में तकनीक के प्रभावी इस्तेमाल और जनसहयोग पर जोर दिए जाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने  बताया कि सीससीटीवी फुटेज, सीडीआर, आई पी अड्रेस ट्रेसिंग आदि तकनीको का अगर विवेचना के दौरान उचित और विवेकपूर्ण उपयोग किया जाए तो अपराधी की पतारसी और न्यायालयीन प्रक्रिया में पुलिस को काफी लाभ होगा।
साथ ही उन्होंने सामुदायिक पुलिसिंग को मजबूत बनाने के लिए पुलिसिंग में जनसहयोग बढ़ाने संबंधी निर्देश देते हुए कहा कि नगर सुरक्षा समिति के सदस्यों की मैदानी उपलब्धता सुनिश्चित करना  एवं  उनका सकारात्मक उपयोग किये जाने की आवश्यकता है।
कानून व्यवस्था संबंधी निर्देश देते हुए आईजी ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए कानून व्यवस्था  दुरुस्त रखने एवं हर स्थिति से निपटने की पूर्व योजना तैयार रखना होगा।
अपराध नियंत्रण के  संबंध में उन्होंने  पुलिस सक्रियता बढ़ाने ,प्रभावी वाहन चेकिंग, और असामाजिक तत्वों विशेषकर चाकूबाजो और शराब पीकर उत्पात मचाने वालों पर प्रभावी नियंत्रण की बात कही आईजी द्वारा सभी एसपी को निर्देशित किया गया कि अपने जिले में अपराध संबंधी विगत वर्षों के आंकड़ों का अध्ययन करें एवं लक्ष्य बनाकर अपराधों पर नियंत्रण सुनिश्चित करें ।
गंभीर अपराध ,संपत्ति संबंधी अपराध और बड़ी दुर्घटना होने की स्थिति में एसपी को  स्वयं घटनास्थल जाने  हेतु निर्देशित किया गया। महिला संबंधी अपराधों की विवेचना में एस ओ पी का पालन किये  जाने की आवश्यकता पर जोर दिया ।
थाना स्तर पर पुलिस कार्यप्रणाली में सुधार की आवश्यकता बताते हुए उनके द्वारा वारंट तामीली वाहन चेकिंग एवं रात्रि गश्त को प्रभावी करने संबंधी निर्देश दिए साथ ही जेल रिहाई के दौरान आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों कि अधिक से अधिक जानकारी थाने पर उपलब्ध होने की आवश्यकता पर जोर दिया। पुलिस हिरासत में आरोपी की मृत्यु होने पर अथवा आरोपी के भाग जाने की स्थिति में थाना प्रभारी सीधे तौर पर जिम्मेदार होंगे एवं उनके विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही की जावेगी ।
 वर्तमान में चल रही माफिया विरोधी मुहिम में लगातार गैंगस्टर एवं माफिया की गिरफ्तारी की जा रही है ऐसे में उनके गिरफ्तार होने पर क्षेत्र में कोई अन्य गैंग एवं माफिया सक्रिय ना हो इसका ध्यान रखा जाना भी आवश्यक है साथ ही उनके  द्वारा वर्ष 2014 के  पूर्व से न्यायालय में पेंडिंग  चिन्हित अपराधो के निराकरण  संबंधी निर्देश दिए गए।

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