Wednesday, December 11, 2019

मादक पदार्था के दुव्र्यसन की रोकथाम एवं नशे के दुष्परिणाम के प्रति जागरूकता हेतु कार्यशाला का अयोजन



इंदौर- 11 दिसम्बर 2019- मादक पदार्था व नशें के दुष्परिणाम व इनसे दूर रहने के बारें में लोगों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय सामाजिक रक्षा संस्थान नई दिल्ली के निर्देशानुसार, इन्दौर पुलिस द्वारा मादक पदार्थाे के दुव्र्यसन की रोकथाम पर एक जागरूकता कार्यशाला का आयोजन आज दिनांक 11.12.19 को पुलिस कंट्रोल रूम सभागार में किया गया।
            इस कार्यशाला का उद्घाटन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इन्दौर श्रीमती रूचि वर्धन मिश्र द्वारा किया गया। इस कार्यशाला में विशेष अतिथि के रूप में डाॅ. रामगुलाम राजदान, डीन मानसिक चिकित्सालय इन्दौर, डाॅ. शोभन कुमार मजुमदार, प्रमुख जैव चिकित्सा अनुप्रयोग प्रभाग, आर.आर.कैट इंदौर, डाॅ.एस.नय्यर, अति. पुलिस अधीक्षक नारकोटिक्स श्री दिलीप सोनी व नारकोटिक्स की टीम की उपस्थिति में, अति. पुलिस अधीक्षक मुख्यालय श्रीमती मनीषा पाठक सोनी, अति. पुलिस अधीक्षक यातायात श्री महेन्द्र जैन, उप पुलिस अधीक्षक यातायात श्री उमाकांत चैधरी सहित अन्य पुलिस अधिकारी/कर्मचारीगणों ने भाग लिया।

            इस अवसर पर एसएसपी इंदौर द्वारा मादक पदार्थो के दुष्परिणाम के बारें में बताते हुए बताया कि, नशे से केवल एक व्यक्ति का ही नहीं बल्कि उसके परिवार व समाज का भी नुकसान होता है तथा हमारा जीवन अंधकार में डूब जाता है। अतः इससे बचकर रहें और अपने परिचितों को भी इससे बचायें और यदि कोई इसकी गिरफ्त में है तो उसे दृढ़ इच्छा शक्ति के द्वारा इससे बाहर लाने के लिये प्रयास करें। साथ ही उन्होने कहा कि हम पुलिस विभाग में है और हमें समाज की बुराईयों को दूर करने की जिम्मेदारी दी गयी है, अतः हम सभी मिलकर इस बुराई के लिये कानूनी व सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए, इसे जड़ से खत्म करने का प्रयास करें।

            डाॅ. राजदान ने बताया कि मादक पदार्थो के सेवन से व्यक्ति न केवल शारीरिक रूप से बल्कि मानसिक रूप से भी कमजोर हो जाता है, वह अपने परिवार व समाज के प्रति उदासीन हो जाता है,  जिसके कारण ही वह अपराध व आत्महत्या जैसे अप्रत्याशित कदम भी उठा लेता है। इसलिये इन मादक पदार्थो से स्वंय व अपने परिवार को बचाना ही सुरक्षित जीवन की कुंजी है।
            नारकोटिक्स इंदौर के अति. पुलिस अधीक्षक श्री दिलीप सोनी एवं निरी. श्री विवेक गुप्ता, निरी. श्री नरेश गिल, उनि. सुश्री आरती कटियार तथा पीटीसी इंदौर के निरी. श्री आनंद चैहान ने नशे से जीवन पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभाव के बारे में जानकरी देते हुए, ड्रग्स के प्रकार, ड्रग्स लेने के नुकसान तथा ड्रग्स का व्यापार करने वाल¨ के लिए कानूनी प्रावधान¨ं के बारे मे जानकारी देते हुए, पुलिस किस प्रकार मादक पदार्थो की रोकथाम की दिशा में कार्य करें बताया और एनडीपीएस एक्ट के तहत की जाने वाली कार्यवाही का भी विस्तृत वर्णन किया गया।
            कार्यशाला का समापन पुलिस अधीक्षक मुख्यालय श्री सूरज वर्मा द्वारा किया गया, जिन्होने मादक पदार्थो के दुव्र्यसन की रोकथाम में पुलिस की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि, इनके लिये जरूरी कानूनी प्रावधानो पर प्रभावी कार्यवाही के साथ-साथ पुलिस सामुदायिक पुलिसिंग के तहत स्थानीय स्तर पर लोगों को इसके दुष्परिणाम से समय-समय पर अवगत करायें। साथ ही उन्होने कहा कि वर्तमान में मादक पदार्थो की प्रवृत्ति नवयुवकों में अधिक बढ़ रही है, जिसका समग्र रूप से समाज पर कुप्रभाव पड़ रहा है, अतः इस बुराई से बचने का जागरूकता ही उपाय है।
            कार्यक्रम के अंत में सभी का आभार श्रीमती मनीषा पाठक सोनी द्वारा व्यक्त किया गया। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में कार्यक्रम का सफल आयोजन श्री उमाकांत चौधरी व उनकी टीम द्वारा किया गया









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