·
इन्दौर-दिनांक
28 सितंबर 2019- वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्रीमती
रूचिवर्धन मिश्र व्दारा शहर में जमीन घोटाले कर अवैध तरीके से फर्जी कालोनियां
विकसित कर लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वाले भू माफियाओं के विरूद्ध प्रभावी
कार्यवाही करते हुये जमीन संबंधी धोखाधड़ी की वारदातों पर अंकुश पाने हेतु तथा ऐसे
कृत्यों में लिप्त अपराधियों की धरपकड़ करने हेतु इंदौर पुलिस को निर्देशित किया
गया था। उक्त निर्देशों के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) इंदौर श्री सूरज
वर्मा के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्रांच श्री अमरेन्द्र सिंह
व्दारा क्राईम ब्रांच की समस्त टीम प्रभारियों को इस दिशा में योजनाबद्ध तरीके से
प्रभावी कार्यवाही करने हेतु समुचित दिशानिर्देश दिये गये थे।
क्राईम
ब्रांच इंदौर की टीम को सूचना मिली थी कि 05 हजार रूपये का
उद्घोषित ईनामी फरार, भू-माफिया कपिल अग्रवाल लगभग 02
वर्ष से भी अधिक समय से फरार चल रहा है जोकि उज्जैन से इंदौर आ रहा है। सूचना पर
क्राईम ब्रांच की टीम ने आरोपी की कुण्डली खंगालते हुये सूचना संकलित कर, थाना
विजयनगर पुलिस के साथ संयुक्त कार्यवाही करते हुये आरोपी कपिल अग्रवाल पिता
विशम्भर अग्रवाल उम्र 47 वर्ष निवास 37 प्रीति परिसर,
अंजू
श्री होटल के पीछे उज्जैन को पतासाजी कर धरदबोचा। उक्त आरोपी लगभग 02
वर्ष से भी अधिक समय से थाना विजयनगर के अपराध क्रमांक 485/17
धारा 420, 34 एवं 512/17 धारा 420,
34
भादवि तथा थाना लसूड़िया के अपराध क्रमांक 128/19 धारा 420, 34 के प्रकरणों में अपराध पंजीकरण की दिनांक से ही
फरार चल रहा था। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि पुष्पेन्द्र बडेरा निवासी 10
मिर्जा नईम बेग मार्ग उज्जैन का पुराना परिचित है जोकि सन् 2007 से
आषीश दास की दास एण्ड कंपनी में काम करता था। इसलिये पुष्पेन्द्र बड़ेरा से
नजदीकियों के चलते उसने भी दास एण्ड कंपनी ज्वाईन कर ली व पिनेकल ड्रीम्स
प्रोजेक्ट में का कार्यभार देखने लगा जिस पर संयुक्त रूप से मालिकाना हक
पुष्पेन्द्र बड़ेरा तथा आषीश दास का था किंतु आरोपी कपिल अग्रवाल, उस
कंपनी में रजिस्ट्रार के रूप में काम करता था।
आरोपी कपिल ने बताया कि फिल्म
डायरेक्टर बासु भगनानी मुम्बई में पिनेकल के नाम से कंस्ट्रक्शन का काम करते थे
उनकी सलाह पर पुष्पेन्द्र बडेरा तथा आषीश दास ने इंदौर में कंपनी खोली थी, जोकि जे0 एस0 एम0
डेवकाँन्स प्राईवेट लिमिटेड के नाम से थी और उसी के तहत पिनेकल ड्रीम्स का
प्रोजेक्ट लाँच किया था जिसका रजिस्ट्रार आरोपी कपिल अग्रवाल को बनाया गाय था जो
कि क्रेताओं को रजिस्ट्री तथा विक्रय पत्र आदि तैयार करने संबंधी कार्य देखता था
तथा कमीसहन7 एजेण्ट के रूप में भी कंपनी में कार्य करता था।
आरोपी कपिल ने आशीष दास तथा
पुष्पेन्द्र बड़ेरा के साथ षणयंत्रपूर्वक योजनाबद्ध तरीके से लोगों से पिनेकल ड्रीम
प्रोजेक्ट में फ्लैट क्रय करने के एवज में एडवांस तौर पर कब्जे से पूर्व ही राशि
जमा करा ली तथा प्रोजेक्ट पूरा नहीं किया ना लोगों को कब्जा दिया ना ही राशि लौटाई
तथा उसी जमीन को फ्लैट निर्माण करने की बजाय अन्य लोगों को प्लाट के रूप में बेचकर धोखाधड़ी कारित की।
आरोपी पर इस प्रकार के कुल 03 प्रकरण
दर्ज थे जिनमें वह लम्बे समय से फरार चल रहा था जिसकी गिरफ्तारी हेतु पुलिस
अधीक्षक पूर्व द्वारा 05 हजार रूपये के नगद ईनाम की उद्घोषणा
जारी की गई थी। थाना क्राईम ब्रांच इन्दौर की टीम द्वारा उक्त अपराध में फरार
ईनामी आरोपी की पतारसी कर आरोपी को पकड़कर अग्रिम वैद्यानिक कार्यवाही हेतु थाना
विजयनगर के सुपुर्द किया गया। आरोपी ने बताया कि फरारी के दौरान वह ज्यादातर समय
अन्य प्रदेशों में रहा। उसने मुम्बई, दिल्ली, बैंगलोर,
गोवा,
चंडीगढ
व सहित कई राज्यों में फरारी काटी जोकि फरारी के दौरान अकसर होटल, लॉज,
मंदिर
व गुरूद्वारा में फरारी काटता था।
No comments:
Post a Comment