Tuesday, July 30, 2019

· मोबाईल की आईएमईआई बदल कर देश की आंतरिक सुरक्षा को चुनौती देने वाले गिरोह का पर्दाफाश, आरोपी पुलिस थाना हीरा नगर की गिरफ्त में।



·        चार आरोपियों से 192 मोबाईल जप्त।
·        आरोपी महज 200-300 रूपये के लियें कर देते है आईएमईआई नंबर परिवर्तित।
·        दिल्ली, बम्बई सहित अन्य बडे शहरों से भी चोरी हुये, लूट हुये, गुम हुये मोबाईल आते है गैंग के पास।
·        गैंग का मास्टर माइंड है पुणे से पढा हुआ सॉफ्टवेयर इन्जीनियर।

इन्दौर- दिनांक 30 जुलाई 2019- शहर में अपराधों पर नियत्रंण के लिये वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इन्दौर श्रीमती रूचि वर्धन मिश्र के निर्देश पर चलाई जा रही मुहिम में पुलिस अधीक्षक पूर्वी क्षेत्र मो0 यूसुफ कुरैशी के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जोन-3 डॉ प्रशांत चौबे, नगर पुलिस अधीक्षक परदेशीपुरा पंकज दीक्षित के नेतृत्व में थाना प्रभारी हीरानगर श्री राजीव भदौरिया और उनकी टीम को अत्यधिक महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई। देश की सायबर सुरक्षा को चुनौती देने वाले एक ऐसे अपराधी गैंग का पर्दाफाश किया गया जो मोबाईल फोन का मुखय पहचान कोड आईएमईआई नंबर बदलकर बडे स्तर पर फ्रार्ड कर रहा था। येगैंग मात्र 200 रूपये में किसी भी मोबाईल का आईएमईआई नंबर बदलकर मोबाईल की पहचान ही परिवर्तित कर देता है। जिससे सायबर सुरक्षा को बडा खतरा उत्पन्न होता है।

गिरफ्तार आरोपी-
1.जितेन्द्र पिता मनीश्वर राजपूत उम्र 28 साल नि0 रीवा हाल मरीमाता।
2.राजू पिता कप्तान सिंह सेंगर नि0 भिंड हाल गौरीनगर।
3.संजय पिता अक्षय लाल पटेल नि0 रीवा हाल राजाराम नगर।
4.भरत वासवानी।
           
           
प्रकरण में शहर के विभिन्न दुकानदार व मोबाईल रिपेयर आदि करने वाले आरोपियों को भी नामजद लिया गया है। जो कि लगातार इस प्रकार की गतिविधियों को बढावा दे रहे है। इनके द्वारा विभिन्न माध्यमों से चोरी गये, लूटे गये एवं गुम हुये मोबाईल देश के विभिन्न शहरों आदि से लाकर आईएमईआई नंबर बदलवाने का बडा षडयंत्र किया जा रहा है।
1.अमित पिता कैलाश जोधानी।
2.मोहित उर्फ टिंकू पिता राजेंद्र जोधानी।
3.कमल राजदेव पिता हीरालाल राजदेव।
4.कपिल कालरा पिता गोपालदास कालरा।
5.कपिल किंगरानी पिता मनोहर।
6.कमल।
7.भरत आसवानी पिता मोहनलाल।
8.गिरीश आसवानी पिता मोहनलाल।
9.दिनेश बजरानी पिता विवेक।
10.भरत बजरानी पिता विवेक।
11.विक्की उर्फ विनोद झा पिता जगदीच्च।
12.विजय उर्फ गुड्‌डन पिता गोपाल।
13.विशाल उर्फ विष्णु पिता गोपाल।
14.राहुल वेसवानी पिता शोभराज।

            गैंग का मास्टर माइंड जितेंद्र पेशे से सॉफ्टवेयर इन्जीनियर है तथा मोबाईल सॉफ्टवेयर का जानकार है। उक्त के द्वारा मोबाईल रिपेरिंग के दौरान सॉफ्टवेयर खुलने पर मोबाईल का आईएमईआई नंबर परिवर्तित कर सकने की जानकारी मुखय रूप से तब प्राप्त हुई जब कोई चायनीज मोबाईल को चुराने के दौरान उसकी आईएमईआई करप्ट हो गयी तो उक्त ने फीड करके आईएमईआई जनरेट की तब से उसने यह कार्य शुरू किया तथा विभिन्न मोबाईल शॉप दुकानदारों की मदद से बडी संखया में आईएमईआई परिवर्तित होने आने लगे। उक्त कार्य लगभग 02 साल से करना बताया है साथ ही राजू और संजय विभिन्न शॉप से मोबाईल लाते और उनकी आईएमईआई बदलकर रूपये प्राप्त कर लेते। इस प्रकार उक्त गैंग के द्वारा लगभग 4 से 5 हजार मोबाईल की आईएमईआई बदलने का अनुमान ज्ञात हुआ है। एक अन्य आरोपी भरत वासवानी मोबाईल व्यापारी होकर मोबाईल उपलब्ध कराने का कार्य करता था।

जप्त सामग्री-
1.मोबाईल फोन विभिन्न कंपनियों के 192
2.विभिन्नसॉफ्टवेयर ऑपन करने का डोंगल।
3.कम्प्यूटर, सीपीयू।
           
            उक्त सराहनीय कार्य के लिये वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इंदौर महोदय द्वारा टीम को नगद 20 हजार रूपये ईनाम दिया गया है।





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