★ आरोपीगणों के कब्जे
से भारी मात्रा में डा0
रेड्डी की सायरप हुई बरामद।
★ प्रतिबंधित सायरप
को तीन गुना दाम मे बेचते थे आरेापी।
★ तस्करी में
प्रयुक्त दो पहिया वाहन भी बरामद।
★ बस ट्रेवल्स के
जरिये भोपाल से इन्दौर बुलवाते थे नशीले पदार्थ।
★ आरोपीगण लम्बे समय
से प्रतिबंधित दवाओं की कर रहे थे सप्लाय।
इन्दौर- 16 जुलाई 2019- वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इन्दौर श्रीमती रूचिवर्धन मिश्र व्दारा शहर
में अवैध मादक पदार्थों व प्रतिबंधित दवाओं सहित प्रतिबंधित अवैध नशीली सायरप की तस्करी व
खरीदी-ब्रिकी करने वाले आरोपियों की पतारसी कर उनकी धरपकड़ किये जाने हेतु इन्दौर
पुलिस को निर्देशित किया गया है। उक्त निर्देशों के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक
(मुख्यालय) इंदौर श्री अवधेश कुमार गोस्वामी के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस
अधीक्षक (क्राईम ब्रांच) श्री अमरेन्द्र सिंह द्वारा क्राईम ब्रांच की समस्त टीम
प्रभारियों को इस दिशा में प्रभावी कार्यवाही करने हेतु समुचित दिशा निर्देश दिये
गये।
प्रायः यह देखने में आया है कि इंदौर तथा इसके आस पास के अन्य
सीमावर्ती जिलों के तस्करों द्वारा विभिन्न शहरों भोपाल, जबलपुर, आगरा, ग्वालियर, आदि जगहों से
खरीदकर, इंदौर में अवैध मादक पदार्थों जैसे- बी काम, एनआर एक्स, अल्प्राजोलम, नाईट्रावेट, कोरेक्स व डा.
रेडडी सायरप इत्यादि प्रतिबंधित दवाओं की तस्करी की जा रही है जिससे कि
आपराधिक तत्वों द्वारा नशे की लत को पूरा करने के लिये नशीली दवाओं का सेवन किया
जाता है बाद नशे में तल्लीन ऐसे आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों द्वारा कई बार जघन्य
तथा गंभीर श्रेणी की वारदातों को अंजाम दिया जाता है जिससे शांति एवं कानून
व्यवस्था की स्थिति भंग होती है।
इसी अनुक्रम में क्राईम ब्रांच इंदौर की टीम द्वारा प्रतिबंधित
नशीली दवाओं की खरीद/फरोख्त करने वाले लोगों की धरपकड़ हेतु मुखबिर तंत्र सक्रिय
किया गया जिसके परिपेक्ष्य में टीम को सूचना मिली थी कि इंदौर के स्थानीय तस्करों
द्वारा जबलपुर व भोपाल शहरों से बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित दवायें बस वाहनों से
पार्सल के जरिये बुलाई जा रही हैं। बाद पुलिस टीम द्वारा ऐसे तस्करों के बारे में
सूचना संकलित कर उन पर निगरानी रखना शुरू की गई।
क्राइम ब्रांच की टीम को इस कडी मे कार्यवाही के दौरान मुखबिर
तंत्र के माध्यम से सूचना मिली थी कि दो लोग एक बजाज एवेन्जर दो पहिया वाहन से दो
बोरी में भरकर अवैध नशीली प्रतिबंधित सायरप दवा लेकर बेचने के लिये निकले हैं।
मुखबिर से प्राप्त सूचना के आधार पर क्राईम ब्रांच की टीम ने थाना मल्हारगंज पुलिस
के साथ संयुक्त रुप से कार्यवाही करते हुये वाहन चेकिंग पाईण्ट लगाया जिसमें सूचना कि मुताबिक
बजाज एवेन्जर दो पहिया वाहन को चेकिंग के दौरान पकड़ा गया जिस पर 02 लोग सवार होकर 02 बोरियां वाहन पर
आगे तथा बीच में रखे हुये थे।
वाहन पर सवार युवकों ने अपने नाम (1) मो0 शाहिद पिता मो0 अजीज उम्र 40 साल निवासी इन्दौर
नाका स्टेट बैंक के पास देपालपुर इन्दौर (2) मो0 शरीफ पिता मो0 यूसुफ उम्र 32 साल निवासी बेटमा
रोड दीन दयाल पेट्रेाल पंप के पास देपालपुर के होना बताये।
उपरोक्त दो पहिया वाहन पर आरोपियों के
कब्जे से मिली दोनों बोरियों की तलाषी लेने पर उनमें से DR-REDDYS CODENE PHOSPHATE AND
CHLORPHENIRAMINE MELATE SYRUP DIALEX&DC DRY COUGH FORMULA 100 ML
की कुल 525 बॉटल बरामद हुईं, जिसके संबंध में
आरेापियों से लायसेंस तलब करने पर आरोपियों ने उपरोक्त नषीली प्रतिबंधित सायरप
अवैध रूप से बेचना बताया। आरोपियों का कृत्य धारा 8/22 एनडीपीएस एक्ट की परिधि में दण्डनीय
होने से आरोपीगणों को पुलिस अभिरक्षा में लिया जाकर, उनके विरूद्ध थाना मल्हारगंज मे अपराध
क्र 294/19 धारा 8/22 स्वापक औषधि और मनःप्रभावी अधिनियम 1985 की धारा 08/22 के तहत प्रकरण
पंजीबद्ध किया गया।
आरोपियों से की गई प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी मोहम्मद शाहिद पिता
मो0 अजीज ने बताया कि वह खेतीबाडी का काम करता है एवं कपड़ो की दुकान भी
चलाता है। वह कक्षा 7वीं तक पढा है तथा उसके पिता मदरसा मे पढ़ाते हैं। आरोपी ने आगे
बताया कि वह करीब 6-7 साल से कोरेक्स सायरप का नशा करता आ रहा है तथा उसके साथ उसके कई
परिचित भी नशा करते हैं जोकि नशे के आदी है। आरोपी ने बताया कि उपरोक्त दवाओं पर
प्रतिबंध लगने से वह बाजार में आसानी से उपलब्ध नहीं होती है अतः वह अपने साथियों
की मदद से अन्य बड़े महानगरों से चोरी छुपे तस्करों की सहायता से उपरोक्त प्रतिबंधित नशीली
दवायें बस ऑपरेटर की सहायता से पार्सल के जरिये बुलवाता था। वह अपने साथीदारानों
तथा अन्य लोगों को तीन गुना अधिक कीमत में उक्त दवा बेच देता था जिससे मोटी रकम का
फायदा होता था तथा उसके नशे का काम भी निकल जाता था।
आरोपी मो0 शरीफ पिता यूसुफ उम्र 32 साल निवासी बेटमा रोड देपालपुर इन्दौर
ने पूछताछ पर बताया कि वह वेल्डींग का काम करता है कक्षा 05 तक पढ़ा है। आरोपी
के पिता पालतू जानवर, भैंस खरीदने-बेचने का काम करते हैं। आरोपी करीब एक साल से डाक्टर
रैड्डी की सायरप से नशा कर रहा है जिसे आरेापी मो. शाहिद ने ही नशे की लत लगाई है।
आरोपीगण किन लोंगों से माल बुलाते थे
तथा किन किन लोगों को माल सप्लाय किया करते थे इस संबंध मे विस्तृत पूछताछ कि जा
रही है तथा अन्य लोगों के नाम सामने पर उनके विरुध्द वैधानिक कार्वयाही की जावेगी।
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