Saturday, February 2, 2019

संदीप अग्रवाल हत्याकाण्ड का मुखय शूटर टारजन गिरफ्तार।


·      
  • ·        सुधाकर राव मराठा गैंग का शार्प शूटर रहा है आरौपी।
  • ·        सुपारी लेकर हत्या की वारदात को दिया था अंजाम।
  • ·        घटना से पूर्व सुनियोजित तरीके से टारजन ने अपने साथयों के साथ की थी रैकी, मौका पाते ही संदीप अग्रवाल पर गोलियों से किया था हमला।
  • ·        घटना में प्रयुक्तवाहन किया था जयपुर राजस्थान से चोरी।
  • ·        वारदात में प्रयुक्त पिस्टल हुई बरामद।
  • ·        टारजन प्रत्येक घटना के बाद बदलता था अपना नाम।


इन्दौर-दिनांक 02 फरवरी 2019- दिनांक 16.01.2019 को इंदौर शहर में थाना विजयनगर क्षेत्र में संदीप अग्रवाल उर्फ तेल नामक व्यापारी की बीच चौराहे पर अज्ञात बदमाशों द्वारा गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी जिससे इंदौर में सनसनी फेल गई थी। हत्या का कारण, आरोपियों की पहचान व तलाश पुलिस के लिये एक चुनौतीपूर्ण लक्ष्य था जिसकी पतारसी के लिये पुलिस उपमहानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री हरिनारायणाचारी मिश्र द्वारा इंदौर पुलिस की 07 अलग अलग टीमों का गठन किया जाकर उनकों प्रकरण की पतासाजी करने हेतु लगाया गया था। पुलिस अधीक्षक पूर्व श्री अवधेश गोस्वामी, पुलिस अधीक्षक मुखयालय श्री मो0 यूसुफ कुरैशी के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (पूर्व झोन- 2) श्री शैलेन्द्र सिंह चौहान तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अपराध) श्री अमरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में उपरोक्त सनसनीखेज प्रकरण की गंभीरता को देखते हुये क्राईम ब्रांच तथा थाना विजयनगर पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा प्रकरण के आरोपियों की पतासाजी हेतु छानबीन की गई।
       इसी अनुक्रम में क्राईम ब्रांच एवं विजयनगर पुलिस की टीम द्वारा वारदात के संदंर्भ में घटना स्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज, टोल नाकों के सीसीटीवी फुटेज व तकनीकी तथा भौतिक साक्ष्यों को एकत्रित कर, अज्ञात बदमाशों तथा वारदात में प्रयुक्त चार पहिया वाहन की पहचान सुनिश्चित करने के प्रयत्न किये गये किंतु पहचान स्पष्ट ना हो सकने के कारण, हत्या के कारणों का पता लगाने हेतु उन सभी संदिग्धों तथा संदेहियों से पृथक पृथक विस्तृत पूछताछ की गई जिन पर पुलिस को संदीप अग्रवाल की हत्या कराये जाने का शक था अथवा जिन लोगों की उपरोक्त वारदात में किसी प्रकार की कोई संलिप्तता हो सकती थी। इसी दौरान पुलिस को यह सूचना मिली थी कि गैंगस्टर सुधाकर राव मराठा, जोकि राजस्थान की निम्बाहेड़ा जेल में सुनियोजित तरीके से वारदात से एक दिन पहले ही निरूद्ध हुआ है वह पूर्व में भी इस प्रकार से सुपारी लेकर हत्या कराने की वारदातों को अंजाम देता रहा है जोकि वारदात से पहले स्वयं जेल में निरूद्ध हो जाता है एवं षडयंत्र तथा योजना के अनुरूप अपने गिरोह के शूटरों के माध्यम से सुपारी लेकर हत्या करवाता है, उपरोक्त बिंदु पर कार्य करते हुये पुलिस टीम निम्बाहेड़ाजेल राजस्थान पहुंची जहां सुधाकर राव मराठा से संदीप अग्रवाल हत्याकाण्ड के संबंध में पूछताछ की गई जिसने उपरोक्त वारदात को सुपारी लेकर अंजाम दिया जाना कबूल किया। सुधाकर राव मराठा ने पुलिस टीम को बताया कि उसको एस0आर0 केवल के मालिक रोहित सेठी ने संदीप अग्रवाल की हत्या कराये जाने के लिये सुपारी दी थी जिनके मध्य पूर्व से ही पारस्परिक करोड़ो रूपये के लेन देन के कारण रंजिश चली आ रही थी इसलिये संदीप अग्रवाल को रूपये ना लौटाने पड़े, रोहित सेठी ने संदीप अग्रवाल को रास्ते से हटाने की मन में ठान ली तथा उसने गैंगस्टर, सुधाकर राव मराठा को संदीप अग्रवाल को जान से मारने के लिये सुपारी दी। क्राईम ब्रांच की टीम के द्वारा लगातार सभी पहलुओं पर विवेचना करते हुये महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्रित कर इस पूरी घटना के कारण एवं आरोपियों के बारे में महत्पवूर्ण जानकारियां जुटा ली गई थी एवं सुधाकर राव मराठा को पुलिस टीम प्रोडक्शन वारण्ट पर निम्बाहेड़ा जेल राजस्थान से लेकर इंदौर आई जहां उससे घटना के संबंध में विस्तृत पूछताछ की गई पूछताछ में आरोपी सुधाकर राव मराठा ने खुलासा किया कि एस0आर0 केवल के मालिक रोहित सेठी के साथ मिलकर उसके डकाच्या में स्थित फार्म हाउस पर संदीप अग्रवाल को मारने के लिये दिनांक 31.12.2018 को बैठक आयोजित की जिसमें मीटिंग में सम्मिलित सभी लोगों को प्रारंभिक तौर पर घटना को अंजाम दिये जाने के लिये किसकी क्या भूमिका होगी तथा रैकी, हथियार, भागने के रास्ते सहित वाहन के संबंध में विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई थी। सुधाकर ने आगे बताया कि दिनांक 11.01.2019 को उसी स्थान पर पुनः एक और बैठक ली गई जिसमें सुधाकर राव का ड्राईवर, रोहित सूर्यवंशी तथा भास्कर उर्फ सोनू त्रिवेदी, देवीलाल, रोहित सेठी स्वयं के अलावा उसका नौकर योगी बाबा भी एवं कुछ अन्य लोग भी शामिल हुये थे। सुधाकर राव मराठा ने स्वयं घटना की जिम्मेदारी ली जिसने पुलिस को शूटरों के संबंध में गुमराह करते हुये गलत जानकारी दी थी किंतु क्राईम ब्रांच की टीम द्वारा लगातार कार्य करते हुये वास्तविक आरोपियों एवं घटना के संबंध में पूर्ण जानकारी जुटा चुका थी। शूटर एवं अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस टीम ने महाराष्ट्र, गुजरात के कई शहरों के अलावा, राजस्थान के अलवर, जयपुर, तथा चित्तौड़गढ़ आदि जिलों में जाकर दबिश दी गई, पुलिस टीम द्वाराशूटरों की पहचान सुनिश्चित करने के उपरांत शूटर अविनाश चौधरी उर्फ टारजन निवासी विकासनगर देवास, तथा शूटर ''बना'' निवासी राजस्थान की तलाश में अलग अलग टीमों को बनाकर इनकी धरपकड़ हेतु इंदौर के सभी ठिकानों के साथ आगर-मालवा, उज्जैन, देवास, बड़वानी, धार, सागर भोपाल आदि जिलों में जाकर दविश दी गई तथा शूटरों के प्रदेश से बाहर भागने की सूचना मिलने पर पुलिस की कुछ टीमों को दक्षिण भारत के कर्नाटक, तमिलनाडु आदि राज्यों में भी पतारसी हेतु रवाना किया गया बाद दिन रात की कड़ी मेहनत व कठिन प्रयासों के बाद क्राईम ब्रांच की टीम ने आरोपी शूटर अविनाश उर्फ टारजन को धरदबोचा।आरोपी शूटर अविनाश उर्फ टारजन निवासी विकासनगर देवास को गिरफ्त में लेकर पुलिस द्वारा गहनता से वारदात के संबंध में विस्तृत पूछताछ की गई जिसने कबूला कि -
           वह सुधाकर राव मराठा गिरोह को विगत 05 वर्षों से जानता है जोकि उसकी गिरोह का शूटर है। शूटर अविनाश उर्फ टारजन ने खुलासा किया कि उसको आरोपी सुधाकर राव मराठा ने एक मर्डर करने के लिये ऑफर किया था जिसके एवज में सुधाकर आरोपी शूटर टारजन को मोटी रकम देने वालाथा। शूटर टारजन ने ऑफर कबूल कर लिया था जिसके परिपेक्ष्य में घटना को कब, कैसे, कहां अंजाम देना है? इस संबंध में दिनांक 11.01.2019 को एस0आर0 केवल के मालिक रोहित सेठी के साथ मिलकर उसके डकाच्या में स्थित फार्म हाउस पर संदीप अग्रवाल को मारने के लिये बैठक आयोजित की गई थी जिसमें गैंगस्टर सुधाकर राव मराठा, उसके ड्राईवर रोहित सूर्यवंशी तथा भास्कर उर्फ सोनू त्रिवेदी, एवं सुधाकर का क्राईम पार्टनर देवीलाल, एस0आर0 केवल का मालिक, रोहित सेठी एवं उसके नौकर योगी बाबा के अलावा शूटर टारजन स्वयं शामिल हुआ था। यहां पर संदीप अग्रवाल पर गोलीबारी कर उसे जान से मारने की बात तय हुई थी जिसका जिम्मा शूटरों को दिया गया था। मीटिंग में टारजन को 50 हजार रूपये नगद तथा एक पिस्टल दी थी तथा निर्देशित किया था कि उसने अन्य शूटर बना को संदीप अग्रवाल के सारे घर, आॅिफस व अन्य ठिकाने दिखा दिये हैं अब जहां भी मौका मिले संदीप अग्रवाल की गोली मारकर हत्या कर देना। आरोपी टारजन ने बताया कि उसने अपने साथी शूटर के साथ आई-10 कार में घूमकर लगातार 04 दिनों तक रैकी की थी जिसमें इन्हें इस अवधि में गोली मारने का उपयुक्त मौका नहीं मिला लेकिन दिनांक 16.01.2019 को अन्य शूटर ने अपने साथियों को राजस्थान से देवास बुलाया व देवास से हत्या को अंजाम देने के लिये ये लोग कार से रवाना हुये जिन्होंनें संदीप अग्रवाल के महालक्ष्मीनगर स्थित फार्म हाउस जाकर रैकी की जोकि वहां नहीं मिला फिर ये लोग संदीप अग्रवाल के पालीवाल नगर स्थित मकान के बाहर, उसके घर से बाहर निकलने का इंतजार करने लगे तथा जैसे ही संदीप अग्रवाल घर से आॅिफस के लिये रवाना हुआ आरोपीगण, संदीप की गाड़ी का पीछा करते हुये उसके ऑफिस तक गये। ऑफिस के बाहर काफी समय तक इंतजार करने के बाद जैसे ही संदीप अग्रवाल बाहर कार में बैठने के लिये आया, वैसे ही मौका पाकर आरोपीगणों ने संदीप अग्रवाल पर गोलीबारी कर उसकी हत्या कर दी थी। टारजन दोबारा भी लौटकर संदीप अग्रवाल पर गोलियां मारने के लिये आया था जिससे संदीप की मृत्यु सुनिश्चित हो सके।
        टारजन ने पुलिस टीम को पूछताछ में बताया कि वह आरोपी गैंगस्टर सुधाकर राव मराठा के साथ गत 05 वर्षो  से आपराधिक गतिविधयों में संलिप्त है टारजन मूल रूप से सागर का रहने वाला है जोकि इंदौर मे वाहन चालक का कार्य करता है पहले यह इंदौर देवासमार्ग पर बस कंडक्टर के रूप  में नौकरी करता था। टारजन ने बताया कि वह संदीप अग्रवाल पर गोलीबारी करने के बाद अपने साथियों के साथ कार को लावारिस हालत में तालावली चांदा क्षेत्र में छोड़कर बस में बैठकर भाग गया था तथा घटना में प्रयुक्त पिस्टल एवं बचे हुये जिंदा कारतूसों को अपने साथी रोहित सूर्यवंशी को देकर फरार हो गया था। आरोपी टारजन ने खुलासा कि रतलाम में सुधाकर राव मराठा के कहने पर पप्पू नामक व्यापारी पर दहशत फेलाने के उद्‌देश्य से गोलीबारी की थी जिस पर से आरोपी टारजन के उपर थाना माणक चौक जिला रतलाम में हत्या का प्रयास का प्रकरण पंजीबद्ध किया गया था, आरोपी टारजन, सुधाकर राव मराठा द्वारा रतलाम में संचालित ढ़ोड़ा चूरा के काम में उसके गोडाउन पर चौकीदारी का काम करता था। आरोपी टारजन पर पूर्व में देवास जिले के कोतवाली थाने में मारपीट का प्रकरण भी दर्ज किया गया था उसके अलावा  धार में 363, 376 भादवि का अपराध पजीबद्ध हुआ था जिसमें आरोपी 01 साल जेल में सजा काट चुका है। आरोपी घटना करने के तुरंत बाद ही फरार हो गया था। प्रकरण के अन्य फरार आरोपियों के गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं।शूटर टारजन को पकड़ने वाली टीम को पुलिस उपमहानिरीक्षक इंदौर (शहर) द्वारा नगद ईनाम से पुरूस्कृत करने की घोषणा की गई है।



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