Sunday, January 13, 2019

★ ईमेल फिशिंग के माध्यम से ठगे गये लाखों रूपये क्राईम ब्रांच ने, आवेदक को सकुशल वापस कराये।


★ फेसबुक आई डी से फ़ोटो चुराकर, फ़र्ज़ी आईडी बनाकर,  आरोपी कर रहा था उनका घटनाओं में उपयोग

★ मां की तबियत खराब होने पर रूपयों की आकस्मिक तौर पर आवश्यकता होने का बोलकर, लोगों को ठग रहा था अज्ञात व्यक्ति।

★ फरियादी अमेरिका में करता है नौकरी, इसी का फायदा उठाकर अज्ञात व्यक्ति बना रहा था उसके संबंधियों को शिकार।

★ सिटीज़न कॉप पर प्राप्त शिकायत पर क्राइम ब्रांच इंदौर ने की कार्यवाही
                        
इंदौर- 13 जनवरी 2019- पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री हरिनारायणाचारी मिश्र द्वारा शहर मे बढ़ रही ऑनलाईन फ्रॉड एवं सायबर क्राईम की घटनाओं पर उचित वैधानिक कार्यवाही करने हेतु क्राईम ब्रांच को निर्देशित किया गया था। उक्त निर्देशो के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक मुख्यालय इन्दौर श्री मो0 यूसुफ कुरैशी के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्रांच श्री अमरेन्द्र सिंह द्वारा क्राईम ब्रांच की टीम को सायबर अपराधों को अंजाम दे रहे आरोपियों की पतासाजी कर पकड़कर उनके विरूद्ध विधिसंगत कार्यवाही किये जाने हेतु समुचित दिशानिर्देश दिये गये थे।

इसी तारतम्य में क्राईम ब्रांच इंदौर कार्यालय में एक नये मॉडस आपरेण्डी की ऑनलाईन ठगी होने की शिकायत प्राप्त हुई जिसमें शिकायतकर्ता आवेदक आशीष कुमार द्वारा लिखित शिकायती आवेदन पत्र के माध्यम से शिकायत की गई कि किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा उनके मित्र सुमित अरोरा के नाम तथा फोटो का उपयोग कर फर्जी फेसबुक प्रोफाईल आई डी बनाकर आवेदक के साथ आर्थिक रूप से 03 लाख 05 हजार रूपये की ठगी की वारदात कारित की है। उपरोक्त प्राप्त शिकायत आवेदन पत्र का बारीकी से अवलोकन किया गया जिसमें पाया गया कि किसी अज्ञात अनावेदक व्यक्ति ने आवेदक के निजी व करीबी मित्र सुमित अरोरा के नाम से फर्जी फेसबुक आई डी बनाई है जोकि आवेदक के दोस्त सुमित अरोरा की गतिविधियों पर भी नजर रखता है तथा जिस दौरान सुमित अरोरा स्वयं हवाई यात्रा में अथवा अन्य किन्हीं ऐसी जगहों पर होते हैं जहां पर उनसे फोन पर संपंर्क करना सुलभ ना हो ऐसी स्थिति का जायजा कर अज्ञात व्यक्ति आवेदक सुमित अरोरा के निजी संबंधियों अथवा परिचितों को यह कहते हुये उस सुमित अरोरा नामक फर्जी आईडी से मैसेज करता था कि सुमित अरोरा की मॉ की तबियत बहुत गंभीर है जिनके उपचार अथवा ऑपरेशन हेतु रूपयों की सख्त आवश्यकता है, चॅूकि तत्समय सुमित अरोरा से फोन कॉल पर संपंर्क किया जाना संभव नही होता है तथा अज्ञात व्यक्ति द्वारा सुमित अरोरा नामक व्यक्ति की फर्जी आई डी से मॉ की तबियत खराब होने का बोलकर लोगों से रूपयों की मांग की जाती थी परिणास्वरूप जिन लोगों से निजी तौर पर सुमित अरोरा के संबंध मधुर होते हैं वे लोग बिना कोई संकोच किये अज्ञात व्यक्ति द्वारा प्रदत्त कराये गये खाता क्रमांक अथवा अन्य साधनों के जरिये बतौर सहायतार्थ मांगी गई उधार राशि जमा करा देते थे।
  आवेदक आशीष कुमार गुप्ता (जोकि वर्तमान में अमेरिका न्यूजर्सी में सॉफ्टवेयर डेवलपर का कार्य करते है) वह इस प्रकार की ठगी का शिकार हो चुके हैं। आवेदक ने बताया कि सुमित अरोरा नामक व्यक्ति उनका करीबी मित्र है जोकि अमेरिका में हीं नौकरी करते हैं, आशीष कुमार ने आगे बताया कि सुमित अरोरा के फोटो तथा नाम का उपयोग कर किसी व्यक्ति ने फर्जी फेसबुक आई डी बनाकर उन्हें यह मैसेज किया कि सुमित की मॉ की तबियत बहुत ज्यादा खरब है जिनके उपचार वास्ते रूपयाों की आवश्यकता है आवेदक आशीष कुमार ने फोन कॉल के माध्यम से सुमित से बात करने का प्रयत्न किया किंतु तत्समय सुमित अरोरा हवाई यात्रा के दौरान फ्लाईट में थे जिनका फोन कॉल कवरेज क्षेत्र से बाहर होना बताया, मॉ की तबियत खराब होने जैसी बात सुनकर आशीष कुमार गुप्ता ने अपने मित्र सुमित की मदद करने हेतु फेसबुक मैसेंजर पर फर्जी अज्ञात अनावेदक व्यक्ति द्वारा उपलबध कराये गये पंजाब नेशनल बैंक के खाते में 02 लाख रूपये जमा करा दिये। बाद उस अज्ञात अनावेदक द्वारा पुनः और अधिक रूपयों की आवश्यकता होने का कहते हुये 01 लाख रूपयों की मांग करने लगा जिसके बाद आशीष कुमार गुप्ता नामक व्यक्ति ने 01 लाख 05 हजार रूपये की राशि (1500 यूएस डॉलर) वेल्स फारगो बैंक से  Remitely के माध्यम से फेसबुक मैसेंजर पर फर्जी अज्ञात अनावेदक व्यक्ति द्वारा उपलब्ध कराये गये पंजाब नेशनल बैंक के खाते में जमा करा दी।

    इसी  प्रकार अज्ञात अनावेदक व्यक्ति ने जब समान मॉडस आपरेण्डी का प्रयोग करते हुये सुमित अरोरा की वास्तविक फेसबुक आई डी की फ्रेण्ड लिस्ट में शामिल उसकी बहिन से माताजी का स्वास्थ खराब होने का कहते हुये रूपयों की मागं की तो सुमित अरोरा का संपूर्ण घटनाक्रम के संबंध में जानकारी मिली तथा उन्होंनें स्वयं की वास्तविक फेसबुक आई डी से यह पोस्ट फेसबुक वॉल के टाईमलाईन पर शेयर किया कि कोई व्यक्ति मेरे फोटो तथा नाम का उपयोग कर फर्जी फेसबुक आई डी का निर्माण कर मेरी माताजी के उपचार हेतु रूपयाों की आवश्यकता होने के चलते राशि की मांग कर रहा हैं अतः किसी भी व्यक्ति द्वारा ऐसे झांसे में आकर रूपये ना दिये जाये। यह पोस्ट पढ़कर उनके मित्र आशीष गुप्ता को एहसास हो गया कि उनके साथ किसी अज्ञात व्यक्ति ने जालसाजी, से छलकपटपूर्वक, 03 लाख 05 हजार रूपये की धोखाधड़ी कर ठगी की वारदात कर दी है। बाद सुमित अरोरा से आशीष कुमार गुप्ता की बातचीत होने पर संपूर्ण घटनाक्रम का खुलासा हो गया।

       शिकायत आवेदन पत्र को गंभीरता से स्ंज्ञान में लेते हुये क्राईम ब्रांच की टीम द्वारा जांच शुरू की गई। शिकायत जांच के दौरान क्राईम ब्रांच की टीम ने, त्वरित कार्यवाही करते हुये कुशल योग्यता तथा उच्च व्यवसायिक दक्षता व सूझबूझ का परिचय देते हुये सूक्ष्मता से तकनीकी विश्लेषण के आधार पर जिन खातों में आवेदक द्वारा राशि जमा कराई गई थी उनको फ्रीज कराया गया बाद बैंक से जानकारी ज्ञात करने पर यह विदित हुआ कि उपरोक्त राशि को धारक द्वारा फोरचून ट्रेडिंग कंपंनी में हंस्तातरित किया गया है फोरचून ट्रेडिंग कंपंनी व उसके  वैलेट से संपंर्क कर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही करते हुये उक्त राशि को ठगी का होना बताते हुये कंपंनी को आवेदक के खाते में उपरोक्त राशि को वापस लौटाने हेतु निर्देशित किया गया  जिसके द्वारा निर्देशो का अनुसरण करते हुये आवेदक की ठगी गई संपूर्ण राशि को वापस किया गया है। आवेदक की ठगी गई राशि उसको वापस प्राप्त हो जाने से उसने इंदौर पुलिस कार्यवाही के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की है तथा उसके मन में पुलिस के प्रति सम्मान व विशवास में वृद्धि हुई है।

            इंदौर पुलिस द्वारा जनसामान्य से यह अपील की जाती है कि सोशल मीडिया पर अनजान लोगों को मित्र ना बनाये, किसी भी प्रकार की धमकी सोशल मीडिया पर मिलने पर या अन्य अवांछनीय गतिविधियो के संबंध में जानकारी प्राप्त होने पर तुरंत इंदौर पुलिस को सूचित करें।

सायबर हेल्पलाईन: - 7049124444, 7049124445
हमारा संकल्प - आपकी सुरक्षा

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