इन्दौर-
दिनांक 17 जुलाई 2018-जिला इन्दौर
मध्यप्रदेश की व्यवसायिक राजधानी है और इन्दौर जिलें की लगभग 27
लाख आबादी है, जिसमें लगभग 20 लाख पंजीकृत
वाहन है, जो प्रतिदिन इन्दौर शहर के विभिन्न मार्गो से
आवागमन करते है। वर्ष 2016 में जून माह तक 2905
कुल दुर्घटनाएं हुई थी, जिसमें से 239
व्यक्तियों की मृत्यु हो गयी थी। पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री
हरिनारायणाचारी मिश्र, द्वारा इस तथ्य की ओर ध्यान देते हुए, जिला
इन्दोर को ''दुर्घटना मुक्त'' शहर बनाने के
उद्देश्य से एक अभियान प्रारंभ करते हुए, पुलिस अधीक्षक, मुखयालय
जिला इन्दौर श्री मो. युसूफ कुरैशी को सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने व सुचारू
यातायात व्यवस्था एवं यातायात की सुगमता हेतु, एक विस्तृत
कार्ययोजना तैयार करने हेतु निर्देशित किया गया। उक्त निर्देश के तारतम्य में मो.
युसूफ कुरैशी द्वारा इन्दौर यातायात विभाग के अधिकारियों को साथ में लेकर
दुर्घटनाओं के कारणों की पतारसी की गई और वर्ष 2016 में हुई
दुर्घटनाओं के आधार पर 30 दुर्घटना बाहुल्य स्थलों का चयन किया
गया और सभी स्थानों की वीडियोग्राफी भी करवायी गयी। इन्दौर यातायात पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों
द्वारा उक्त स्थानों पर दुर्घटना के कारणों एवं उन कारणों पर कार्यवाही हेतु अन्य
विभागों से समन्वय स्थापित कर, कार्यवाही किये जाने हेतु कार्ययोजना
तैयार की गयी। 30 दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्रों पर अन्य विभागो
जैसे नगर पालिका निगम, इन्दौर विकास प्राधिकरण, नेशनल
हाईवे, पीडब्ल्यूडी आदि के सहयोग से क्षेत्रों में सिविल इंजिनियरिंग, स्पीड
ब्रेकर, यातायात संकेतक आदि लगवाये गये। इन्दौर यातयात पुलिस द्वारा सभी विभागों के
सहयोग से किये गये अथक प्रयासों के कारण वर्ष 2017 में 2341
दुर्घटनाएं ही हो सकी तथा पिछले वर्ष की तुलना में दुर्घटना से मृत्य हाने वाले
व्यक्तियों में 31 लोगों की कमी आई।
मो. युसूफ
कुरैशी द्वारा इस दौरान विभिन्न वर्गो के साथ यातायात जागरूकता कार्यक्रमों के
माध्यम से आमजन में जागरूकता कार्यक्रम चलाये गये, जिसके अन्तर्गत
वर्ष 2016 एवं 2017 में लगभग 1,23,679 बच्चों को इस
कार्यक्रम से जोडा गया।
इस दिशा में
कार्य करते हुए, इन्दौर पुलिस द्वारा वर्ष 2018
में इस ओर विशेष ध्यान दिया गया, जिसके परिणाम स्वरूप वर्तमान में मात्र
11 दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्र ही जिला इन्दौर में बचे है तथा वर्ष 2017 की
तुलना में 33 प्रतिशत कम दुर्घटनाएं हुई है, इतना
ही नही लगभग 23 प्रतिशत लोगो की जान भी बचाई जा सकी है।
इन्दौर शहर को ''दुर्घटना मुक्त'' शहर बनाने की
दिशा में, इन्दौर यातयात पुलिस द्वारा किये जा रहे प्रयास
आगे भी निरन्तर जारी रहेगें।
No comments:
Post a Comment