इन्दौर-
दिनांक 16 मई 2018- पुलिस
उपमहानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री हरिनारायणाचारी मिश्र द्वारा शहर मे बढ़ रही आनलाईन
फ्रॉड की शिकायतों एवं सायबर क्राईम की घटनाओं पर उचित वैधानिक कार्यवाही करते
हुये ठगे गये लोगों के पैसे विभिन्न वैलेट से प्राप्त करने के निर्देश दियें गये
है। उक्त निर्देशों के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक मुखयालय श्री मो0
यूसुफ कुरैशी के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्रांच श्री
अमरेन्द्र सिंह द्वारा क्राईम ब्रॉच की सायबर सेल को उपरोक्त प्रकार की ठगी की
वारदातों को अंजाम दे रहे आरोपियों की पतासाजी व ठगे गये लोगों की राशी वापस कराये
जाने हेतु समुचित दिशा निर्देश देकर लगाया गया।
क्राईम ब्रांच इन्दौर को आनलाईन फ्रॉड के
संबंध में विभिन्न प्रकार के शिकायती आवेदन लगातार प्राप्त हो रहे थे। उपरोक्त शिकायती
आवेदन पत्रों के संदंर्भ में क्राईम ब्रांच की सायबर सेल की टीम द्वारा त्वरित
कार्यवाही कर शिकायती आवेदन पत्र के आवेदकों के पैसों को वापस कराये जाने हेतु
पेटीएम ,ऑक्सीजन ,फ्यूचर पे एवं अन्य वैलेट से शिकायती आवेदन पत्रों के संबंध में वांछनीय
पत्राचार किया गया तथा आवेदकों के कथन व आवश्यक जानकारी प्राप्त कर उनका सूक्ष्मता
से विशलेषण किया गया जिस पर विभिन्न आवेदकों के साथ अज्ञात अनावेदकगणों द्वारा अलग
अलग प्रकरणों में छलकपट व धोखाधड़ी से आवेदको के बैंक खाते की गोपनीय जानकारी व ओ0टी0पी0
इत्यादि प्राप्त किये जाकर उनके खाते से अवैध रूप से रूपये आहरित, खरीददारी
अथवा अन्य वैलेट में ट्रांसफर किये जाना ज्ञात हुये।
इसी
कड़ी में कार्यवाही के दौरान यह विदित हुआ कि आवेदक रोहित प्रजापति पिता जमुना
प्रसाद उम्र 20 साल निवासी 529 ए गुलाबबाग
कॉलोनी बाम्बे हॉस्पिटल के पास इंदौर के बैंक खाते की अज्ञात आरोपियों ने गोपनीय
जानकारी प्राप्त कर उसके खाते से अलग अलग तीन किस्तों में कुल राशी 7600/- रूपये
आहरित कर लिये थे। उपरोक्त आहरित की गई राद्गिा अज्ञात आरोपियों ने पे0टी0एम0
वैलेट
में ट्रंसफर किये थे, जिसके संबंध में क्राईम ब्रांच की सायबर सेल की
टीम द्वारा आवश्यक त्वरित कार्यवाही करते हुये आवेदक की ठगी गई राशी वापस कराई गई
हैं। इसी प्रकार आवेदक विशाल बुंदेला पिता चिमनलाल बुंदेला पता 507 ए अशोकनगर,
इंदौर
को अज्ञात अनावेदक द्वारा फोन कॉल कर प्रलोभन दिया गया कि उसके क्रेडिट कार्ड पर
कुछ ऑफर चल रहे हैं जिसका उपभोग आवेदक नियत समय में कर सकता है। आवेदक को क्रेडिट
कार्ड पर दिये गये ऑफर का उपभोग करने विषयक आवेदक को भरोसे में लेकर उसके क्रेडिट कार्ड के नम्बर, सीवीवी, ओटीपी
सहित बैंक खाते की गोपनीय जानकारी प्राप्त कर आवेदक के साथ आठ हजार पांच सौ रूपये
की ठगी की गई थी। उपरोक्त शिकायत प्राप्त होने पर क्राईम ब्रांच की टीम द्वारा
उचित त्वरित वैधानिक कार्यवाही करते हुये आवेदक की ठगी गई संपूर्ण राशी को वापस
कराने में सफलता अर्जित की है। इस तरह आनलाईन ठगी के शिकार हुये लोगों के शिकायती
आवेदन पत्रों पर त्वरित एवं प्रभावी कार्यवाही करते हुये, आवेदकगणों के
रूपये वापस करने में क्राईम ब्रांच की टीम ने सफलता हासिल की है।
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