इन्दौर-
दिनांक 23 मार्च 2018- पुलिस थाना देपालपुर पर दिनांक 20.03.18 को
सुबह 07 बजें सूचना प्राप्त हुई थी कि देपालपुर से अहिरवास रोड पर पुलिया के
पास खंती मे एक व्यक्ति का शव पडा है व एक मोटर सायकल पडी है। उक्त सूचना पर
तत्काल थाना प्रभारी देपालपुर श्री गोपाल परमार मय फोर्स के घटना स्थल पर पहुचें
जहां पर देखा की एक व्यक्ति का शव खंती मे पडा है, तथा खंती व
ढलाने के बीच एक मोटर सायकल पडी है। पुलिस टीम द्वारा घटना स्थल पर उपस्थित लोगों
से पूछताछ करनें पर पता चला कि वह लाश, मोहन पिता गोपाल कलोता निवासी देपालपुर
की है। वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर से घटना सें अवगत किया जाकर थाना देपालपुर पर
अज्ञात व्यक्ति के विरूद्ध अपराध क्र 92/18 धारा 302 भादवि का
पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। प्रारंभिक रूप से यह बात सामने आई कि मृतक मोहन
की मृत्यु किसी अन्य स्थान पर हुई है तथाइसका शव यहां लाकर फैंका गया है।
उक्त मामला सनसनी खेज एवं गंभीर होने से घटना
का पदार्फाश कर आरोपियों को गिरफ्तार करनें के निर्देश पुलिस उप महानिरीक्षक
इन्दौर शहर श्री हरिनारायणचारी मिश्र द्वारा दियें गयें। उक्त निर्देश पर पुलिस
अधीक्षक पश्चिम श्री विवेक सिंह व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महूं श्री नागेन्द्र
सिंह के मार्गदर्शन में प्रभारी एस.डी.ओ.पी. देपालपुर श्री अशोक उपाध्याय के मार्गदर्शन
में थाना प्रभारी देपालपुर श्री गोपाल परमार के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन कर,
आरोपियों
की पतारसी हेतु योजनाबद्ध तरीके से लगाया गया। प्रकरण में विवेचना के दौरान यह बात
सामने आयी कि मृतक मोहन की पत्नी संगीताबाई के देपालपुर के ही रहने वाले 1.
विजय
पिता जगदीश बाथम उम्र 26 साल निवासी मंगलेश्वर मंदिर के पास गौतमपुरा
रोड देपालपुर तथा 2. सुनील पिता मुन्शी सोलंकी उम्र 20
साल निवासी भैरूमठ देपालपुर से अवैध संबंध थे। इस बात को लेकर मृतक मोहन से पत्नी
संगीता बाई का झगडा होता रहता था। यह बात संगीता बाई आरोपी विजय व सुनील को बताती
थी, तब संगीता बाई, सुनील व विजय तीनो मृतक मोहन को रास्ते
से हटाने का प्लान बनाते थे। अवैधसंबंधो के कारण मृतक द्वारा उसकी पत्नी संगीता से
झगडा करने की बात को लेकर दिनांक 19.03.18 को मृतक की पत्नि संगीता बाई, विजय
भोई, सुनील कलौता ने मिलकर दिन में ही मोहन की हत्या करने की योजना बनायी
थी। योजना के अनुसार सुनील और विजय ने मोहन को शराब पिलाने का बहाना करके दिनांक 19.03.18 की
रात्रि के करीब 09:30 बजे अपने साथ आरोपी सुनील के खटवाडी रोड स्थित
खेत पर ले गये जहां पर आरोपी सुनील एवं विजय ने मृतक मोहन के साथ शराब पी और आरोपी
सुनील व विजय ने योजना अनुसार लोहे की टामी तथा लोहे के पाईप से मोहन के सिर में
पीछे से वार कर गंभीर चोटें पहुँचा कर उसकी हत्या कर दी। हत्या करने के बाद रात
में ही घटना के साक्ष्य मिटाने की नियत से तथा पुलिस को गुमराह करने के लिये मोहन
की लाश को एक टाट के बोरे में भर कर घटना स्थल से जंगल के रास्ते में, मृतक
की मोटर सायकल पर मृतक को रख कर अहिरवास रोड पर रोड किनारे खंती में फैंक दिया तथा
मृतक की मोटर सायकल भी अहिरवास रोड पर इस स्थिती में आडी पटक दी जिससे कि यह दिखे
कि मृतक का एक्सीडेंट हुआ हो।
मृतक की पत्नि संगीता बाई ने मृतक के भाई
विक्रम सेमृतक का जमीन संबंधी विवाद होने का फायदा उठा कर पुलिस को गुमराह करने का
प्रयास करते हुये यह बताया कि जमीन विवाद के कारण मृतक के भाई विक्रम ने ही मोहन
की हत्या की होगी। परंतु पुलिस टीम द्वारा मनोवैज्ञानिक ढंग से पूछताछ की तो
आरोपियो ने हत्या की पूरी कहानी बता दी। पुलिस ने आपराधिक षडयंत्र रचकर हत्या करके
साक्ष्यों को छुपाने के अपराध में मृतक की पत्नि संगीता बाई तथा आरोपी विजय भोई व
सुनील कलौता को दिनांक 22.03.18 को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के
कब्जे से घटना में प्रयुक्त एक लोहे की टामी, एक लोहे का पाईप
व टाट का बोरा, आरोपी विजय की मोटर सायकल, मोबाईल
फोन आदि जप्त किये गये है। पुलिस थाना देपालपुर की टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही कर,
इस
सनसनीखेज अंधे कत्ल का खुलासा 48 घंटे से भी कम समय में करने में सफलता
हासिल की है। वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा उक्त सराहनीय कार्य करने वाली पुलिस टीम को
नगद पुरुस्कार से पुरुष्कृत करने की घोषणा की है।
उक्त कार्यवाही में वरिष्ठ अधिकारियों के
मार्गदर्शन में थाना प्रभारी देपालपुर श्री गोपाल परमार, थाना महू की
उनि. प्रियंका अलावा, थाना देपालपुर के सउनि राजू भाटिया, प्र.आर.
220 रामप्रसाद, प्र.आर. 2687 प्रमोद, प्र.आर.
460 चंद्रकिशोर, प्र.आर. 2070 विजय सिंह,
प्र.आर.
2873 अजीत पटेल, प्र.आर. 536 भारत सिंह,
आर.
3811 गणेश, आर. 1508 लालसिंह,
आर.
857 राजपाल, आर. 1530 ओमप्रकाश,
आर.
2663 नंदलाल, आर. 3841 सुनील, थाना
महू की, महिला आर. 526 सुमबती की महत्वपूर्ण व सराहनीय भूमिका
रही।
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