Thursday, March 22, 2018

क्राईम ब्रांच इंदौर द्वारा दिल्ली की महिला ठग द्वारा ठगे गये 20 हजार रूपये फरियादिया को वापिस दिलाये, एस.बी.आई. बैंक के दिल्ली हैड ऑफिस का हवाला देकर महिला ने फरियादिया के खाते से ठगे थे रूपये




इन्दौर- दिनांक 22 मार्च 2018- लोगों को फोन कॉल एवं एस.एम.एस. के माध्यम से देश भर में ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह को पकडने के लिए उप पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री हरिनारायणचारी मिश्र द्वारा पुलिस अधीक्षक (मुखयालय) श्री मो. यूसुफ कुरैशी एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम इंदौर, श्री अमरेंन्द्र सिंह को निर्देशित किया गया था। इन्ही बिन्दुओं पर काम करने हेतु इंदौर पुलिस द्वारा एक अनूठी पहल करते हुये सायबर हेल्पलाईन का प्रारंभ इंदौर में किया गया है, जो बैंक का नाम लेकर या अन्य तरीको से ऑनलाईन ठगी करने वाले अपराधों की जानकारी देने व इस प्रकार के फ्रॉड की शिकायत करने के लिये 24 घंटे कार्य कर रही है। सायबर हेल्पलाईन में विभिन्न आवेदकों के द्वारा कॉल के माध्यम से होने वाली ठगी का विश्लेषण किया गया जिसमें हजारों व्यक्तियों ने सायबर हेल्पलाईन में अपनी शिकायतें दर्ज करायी जिसमें कई आवेदकों की तत्काल सहायता करते हुये उनका पैसा वापस कराया गया तथा कई आवेदकों को आवश्यक सूचनायें, जानकारी व सुझाव भी दिये गये ताकि सायबर अपराधों से बचा जा सके।
               इसी तारतम्य में विजयनगर इंदौर में रहने वाली फरियादिया मनीषा जाधव पुत्री नरेन्द्र जाधव उम्र 29 साल द्वारा पुलिस जनसुनवाई इंदौर में उपस्थित होकर शिकायत दर्ज कराई कि उसके पास एसबीआई बैंक का क्रेडिट कार्ड है, जिसके संबंध में आवेदिका को  किसी महिला द्वारा कॅाल किया गया और कहा कि वह एसबीआई दिल्ली ब्राचं से बात कर रही है और उसने आवेदिका को क्रेडिट कार्ड के ऑफर बताने हेतु कॉल किया है। कॉल करने वाली महिला ने अपना नाम सोनिया गुप्ता बताया। कॉलर महिला के बहकावे में आकर आवेदिका ने अपने निजी कार्ड की गोपनीय जानकारी तथा ओटीपी उस महिला को मुहैया करा दी। जिसके बाद उस अज्ञात महिला द्वारा आवेदिका के क्रेडिट कार्ड से दो अलग अलग किस्तों में 30 हजार रूपये आहरित कर लिये गये।
उपरोक्त शिकायत की जांच क्राईम ब्रांच इंदौर द्वारा की गई जिसमें सायबर सेल की टीम ने कुशल दक्षता एवं योग्यता का परिचय देते हुये उन सभी वॉलेट कंपनियो से पत्राचार किया जिन कंपनियों के वॉलेट में अनावेदक महिला के रूपये ठग कर ट्रांसफर कर लिये गये थे तथा उक्त कंपनी के संबंधित अधिकारियों को इस बात से अवगत कराया गया कि उपरोक्त राशि किसी अज्ञात अनावेदक द्वारा फोन कॉल के माध्यम से प्रलोभन देकर छलकपट व धोखाधड़ी से ठगी गई है। इस प्रकार कार्यवाही करते हुये पेटीएम वॉलेट से आवद्गयक पत्राचार व तकनीकी विश्लेषण के आधार पर आवेदिका महिला से ठगी गई 20 हजार रूपये की राद्गिा को क्राईम ब्रांच की टीम द्वारा वापस कराये जाने में सफलता अर्जित की है। इस प्रकार की अनेंकों सफल कार्यवाही पूर्व में भी क्राईम ब्रांच के द्वारा की गयी है जिसमें कई ठगे गये व्यक्तियों की राशि को वापस कराया गया है। ठगे गये रूपये वापस मिल जाने से आवेदिका महिला द्वारा इन्दौर पुलिस की कार्यप्रणाली की प्रशंसा की गयी है साथ ही उनका इन्दौर पुलिस के प्रति विश्वास भी बढ़ा है।

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