इंदौर 23 फरवरी 2018- पुलिस उप महानिरीक्षक इंदौर शहर श्री हरिनारायणाचारी मिश्र के निर्देशन में इंदौर पुलिस द्वारा संचालित ''संजीवनी एक कदम जीवन की ओर'' हेल्पलाईन द्वारा फिर जीवन से हताश दो लोगों की जान बचाने में कामयाब हुई है।
01 नाबालिक छात्रा ने संजीवनी हेल्पलाईन ंनंबर पर फोन कर बताया कि, मैं आत्महत्या करने जा रही हूं। इस पर संजीवनी हेल्पलाईन द्वारा त्वरित कार्यावाही करते हुए छात्रा सें पूछा की आत्महत्या का कारण क्या है। इस पर छात्रा द्वारा बताया गया की मैं एम0बी0ए करना चाहती हूं, पर मेरे घर की पारिवारिक स्थिति काफी खराब होने के कारण में आगे पढ़ नही पा रही हूं, इसीलिए में आत्महत्या करना चाहती हूं। जिस पर संजीवनी हेल्पलाईन द्वारा छात्रा को उचित समझाईश देकर आत्महत्या करने सें रोका गया, साथ ही छात्रा की काउंसलिंग की गई व परिवारवालों को समझाया की छात्रा की पढाई निरंतर रखें।
02 कोलकाता की रहने वाली शादीद्गाुदा महिला नें कॉल कर बताया की मैं पंजाब की रहने वाली हूं और कोलकाता में अपने पति के साथ पिछलें तीन माहसें रह रही हूं। मेरा पति मुझें घर में बंद कर रखता है और कही भी आने जाने नही देता है, मेरी शादी को चार माह ही हुए है और वह मुझसें मारपीट भी करता है, इसी कारण सें मैंने आत्महत्या करने का फैसला किया है। इस पर संजीवनी हेल्पलाईन द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए कोलकाता कंट्रोल की मदद सें शादीद्गाुदा महिला को बंद घर सें छुडवाया गया साथ ही कोलकाता पुलिस नें शादीद्गाुदा महिला को उसके परिवार के सुपूर्द किया गया। इस प्रकार संजीवनी द्वारा की गयी त्वरित कार्यवाही से महिला पर हो रहे अत्याचार को रोका गया।
इस प्रकार संजीवनी हेल्पलाइन द्वारा संवेदनशीलता के साथ त्वरित कार्यवाही करते हुए, उपरोक्त दोनों प्रकरणों में कॉलरों को आत्महत्या के प्रयास जैसे नकारात्मक कदम उठाने वाले विचारों से उबार कर, उन्हे रोका गया तथा उनकी समस्याओं के निराकरण के प्रयास किये गये है।
नकारात्मक विचारों से ग्रसित होकर, गलत कदम उठाने वाले व्यक्तियों को उक्त नकारात्मकता से उबारने के लिये इन्दौर पुलिस की ''संजीवनी'' हेल्प लाइन निरंतर प्रयासरत् है।
No comments:
Post a Comment