Monday, November 13, 2017

भाई से विवाद में, दूसरे भाई की हत्या करने वाले आरोपी, चंद घंटों में पुलिस थाना पलासिया की गिरफ्त में


इन्दौर-दिनांक 13 नवंबर 2017-पुलिस थाना पलासिया पर दिनांक 12.11.17 को रात्रि में फरियादी रवि पिता बाबूलाल पाल निवासी 1/3 विनोबा नगर इन्दौर ने थाने पर रिपोर्ट दर्ज कराई कि, मै उपरोक्त पतें पर रहता हूं, आज रात्रि में 9.30 बजें मैं व मेरा भांजा परिवार सहित घर पर खाना खा रहे थे तथा मेरा बड़ा भाई निलेश उर्फ गोलू पाल खाना खाकर, घर के बाहर आंगन में बैठा था, तभी बाहर से झगड़े विवाद की आवाज आई तो हमने देखा किमेरे भाई निलेश को यहीं विनोबा नगर में रहने वाले अमन, नानू उर्फ शरद, निखिल उर्फ चाऊ तथा सोनू उर्फ तितली मारपीट कर रहे थे, और इन्होने मेरे भाई को चाकू से वार कर, घायल कर दिया, जिस पर हम सभी बीच बचाव करने के लिये आये तो वे चारो भाग गये। हम घायल निलेश को एमवाय हॉस्पिटल ले कर गये, जिसकी मृत्यु हो जाना बताया। फरियादी की रिपोर्ट पर तत्काल 383/17 धारा 302,34 भादवि का प्रकरण आरोपियों के विरूद्ध पंजीबद्ध कर, विवेचना में लिया गया।
                प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए, पुलिसउप महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री हरिनाराणाचारी मिश्र द्वारा तत्काल आरोपियों की गिरफ्तारी करने के निर्देश दिये गये। जिस पर पुलिस अधीक्षक पूर्व श्री अवधेश गोस्वामी व अति. पुलिस अधीक्षक पूर्व श्री बिट्‌टू सहगल के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी पलासिया ने अपनी टीम को आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु लगाया गया। पुलिस टीम द्वारा उक्त घटना को अंजाम देने वाले चारों आरोपियों को चंद घंटों में हीं पकड़ने में सफलता प्राप्त की है। आरोपियों से पूछताछ करने पर पता चला कि, आरोपियों का मृतक के भाई राकेश से विवाद चल रहा था और घटना दिनांक वाले दिन भी उससे विवाद हुआ था, जिसके कारण ही आरोपीगण राकेश से बदला लेने के लिये उसके घर आये थे, लेकिन वहां पर उन्हे राकेश नहीं मिला, जबति उसका भाई मृतक निलेश मिला, जिससे आरोपीगणों द्वारा विवाद कर गुस्से में आकर उसे चाकू मार दिया, जिससे उसकी मृत्यु हो गयी। पुलिस द्वारा आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनके विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।

                उक्त कार्यवाही में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी पलासिया धेर्यशील येवले व उनकी टीम के उनि एस.एन.पांडे, आर. सतीश अंजाना, आर. अशरफ, आर. प्रमोदसिंह तथा  आर. संदीप गौर का सराहनीय योगदान रहा।

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