Tuesday, November 14, 2017

क्राईम ब्रांच ने युवती की व्यक्तिगत जानकारी को सोशल मीडिया पर वायरल होने से बचाया,

युवती का व्हाट्‌सअप एकाउण्ट हैक कर युवक कर रहा था परेशान

इन्दौर-दिनांक 08 नवम्बर 2017-पुलिस उपमहानिरीक्षक श्री हरिनारायणाचारी मिश्र (शहर) इंदौर द्वारा सोशल मीडिया पर फर्जी आईडी, अभद्र निजी अश्लील फोटो व सोशल मीडिया के एकाउण्ट हैक कर सायबर अपराध करने वाले आरोपियों के खिलाफ सखती से कार्यवाही करने के लिये निर्देशित किया गया है। उक्त निर्देशों के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक मुखयालय श्री मो. युसुफ कुरैशी के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्रांच श्री अमरेन्द्र सिंह द्वारा क्राईम ब्रांच की सायबर सेल विशलेषण की टीम को इस दिशा में प्रभावी कार्यवाही हेतु लगाया गया।
इसी कड़ी में, आवेदिका अंकिता (काल्पनिक नाम) के द्वारा पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई कि उसके साथ काम करने वाले सहकर्मी ने उसका व्हाट्‌सअप एकाउण्ट क्यूआर स्कैन कोड से स्कैन करके हैक कर लिया है तथा उसकी सभी व्यक्तिगत गोपनीय जानकारी उसके सहकर्मी के मोबाईल फोन में संवितरित हो रही है।
उक्त शिकायत को संज्ञान में लेकर अपराध शाखा की तकनीकी विश्लेषण टीम द्वारा कार्यवाही करते हुये उसके सहकर्मी की पतारसी की जाकर उससे पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान अनावेदक के समस्त मोबाईल लैपटाप व अन्य इलेक्ट्रानिक स्टोरेज डिवाइस के संबंध में गहन पूछताछ की गई । पूछताछ में सामने आये तथ्यों के आधार पर अनावेदक के यांत्रिक उपकरणों का विश्लेषण किया गया, जिसमें से युवती की निजी गोपनीय जानकारी के डाटा की कुकीज प्राप्त हुई लेकिन संबंधित डाटा (फोटो, चैट आदि) अस्थाई रूप से डिलीट पाया गया। उपरोक्त आवशयक डाटा को रिकवर किया जाकर युवती को दिखाया गया जिसे पहचान कर युवती ने यह पुष्टि की, कि उक्त डाटा युवती की निजी जानकारी है जिसे अनावेदक ने उसके मोबाईल फोन के व्हाट्‌सअप एकाउण्ट के क्यूआर स्कैन कोड को स्कैन करके हासिल कर लिया था।

युवती की शिकायत पर कार्यवाही करते हुये क्राईम ब्रांच की टीम इंदौर ने अनावेदक के मोबाईल फोन से डाटा के स्टोरेज को रिकवर करके स्थाई रूप से डिलीट किया है। आवेदिका के द्वारा अग्रिम वैधानिक कार्यवाही ना चाहने के कारण, अनावेदक को उचित समझाईश देकर छोड़ा गया है।

No comments:

Post a Comment