- · जेल से छूटने के बाद से करने लगे फिर चोरियां
- · चाबियाँ बनाकर करते थे वाहन चोरी
- · बाहरी क्षेत्र के सूने गोडाऊन से दाल, चना, खली, गेहू, सोयाबीन आदि की गयी है चोरी
- · आरोपियों से लगभग 25 लाख से अधिक का मश्रुका बरामद
इन्दौर-दिनांक
19 जून 2017-शहर
मे वाहन चोरी, नकबजनी आदि की वारदातो पर नियत्रंण
हेतु, पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री
हरिनारायणचारी मिश्र द्वारा अपने मुखबिर तंत्र को सक्रिय कर, पूर्व
अपराधियों एवं संदिग्धों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रख प्रभावी कार्यवाही करने
निर्देश दिये गये है। उक्त निर्देशों के तारतम्य मे पुलिस अधीक्षक मुखयालय इन्दौर
श्री मो.युसुफ कुरैशी के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्रॉच श्री
अमरेन्द्र सिह द्वारा उप पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्रॉच व थाना प्रभारी क्राईम ब्रॉच
की टीमों को इस दिशा में प्रभावी कार्यवाही करने हेतु समुचित निर्देश दिये गये।
क्राईम
ब्रॉच कि टीम द्वारा इंदौर शहर मे पूर्व मे पकडे गये चोरी व नकबजनी के अपराधीयो की
जानकारी प्राप्त कि गई, जिसके आधार पर थाना खुडैल की पुलिस के साथ संयुक्त कार्यवाही करते हुये 1. मनीष
पिता मानसिंह चोपडा (26) निवासी ग्राम मेंडल थाना सिमरौल तहसील
महू जिला इंदौर, 2. नाना उर्फ काना उर्फ रेव सिंह पिता
वंशीलाल निवासी मेडल थाना सिमरोल जिला इंदौर तथा 3. अर्जुन
पिता बाल सिंह भिलाला निवासी मेडल थाना सिमरोल जिला इंदौर को गिफ्तार किया गया।
जिनसे पूछताछ करनें पर इनके द्वारा इंदौर जिले की वाहन चोरी एवं नकबजनी की 10
वारदातो का तथा देवास जिले की एक बुलेरो गाडी की चोरी का खुलासा हुआ। आरोपीगणो
द्वारा दो बुलेरो जीप, एक मारुती 800, एक
टवेरा, चार मोटर सायकल चुराना कबूल किया तथा चोरी किये
गये वाहनो से थाना खुडैल, भवरकुआ, तेजाजी
नगर, आजादनगर,देवास
आदी क्षेत्रो के गोडाउन से अनाज के बोरे चुराकर चोरी किये गये वाहनो मे भरकर ले
जाना बताया जिसमे से तेजाजी नगर की एक बुलेरो तथा देवास जिले की एक बुलेरो तथा
थाना लसुडिया से चोरी गई मारुती 800, एक मोटर सायकल तथा गोडाउनो के ताले
तोडकर चोरी किया गया सोयाबीन, गेहू, खली, लहसुन, उडद
आदि बरामद किये गये है।
आरोपी मनीष चोपडा आद्तन चोरी करने का आदि है।
आरोपी बचपन मे भंगार चोरी मे बंद हुआ था तब से लगातार चोरिया करता आ रहा है। आरोपी
के विरूद्ध चार पहिया वाहन तथा अनाज चुराने के 20
मामले विचारण मे है। मनीष भुरा के साथ चोरी के मामले मे 1
साल जेल रहा, जिसके 6
अपराध है जो कि लसुडिया,कनाडिया, पलासिया
मे है। मनीष, अर्जुन के साथ टेप चोरी में सिमरोल थाने
से अर्जुन व नाना दोनो बच्चा जेल गये थे। सन् 2011 मे
अपने साडु लखन के साथ खजराना व पलासिया क्षेत्र की 6
मारूती 800 गाडिया चुराई थी जो पूर्व मे बरामद हो
चुकी है, जिसमे आरोपी 11
माह जेल मे रहा । मनीष और नाना ने एक पिकअप गाडी मूसाखेडी से चोरी की। उसमे पाल्दा
गोडाऊन से 10-11 कट्टे डालर चने के व 10-11
कट्टे गेहूं के भरे जिसे मनीष और नाना ने उदय नगर मे बेचे है। दुसरी गाडी पिकअप
लोडिग पावर हाऊस के पास से चुराई उसमे से पाल्दा गोडाऊन से 20
कट्टे गेहूं भरे । तीसरी गाडी पाल्दा गोडाऊन से उठाई वही से सोयाबीन भरा और ये
सोयाबीन भी बेचा दिया। चौथी गाडी पिकअप दुधिया नई बस्ती के पास से चुराई, उसमे
बिचौली मर्दाना के आगे मकवाना फार्म से चना और गेहूं भरे, जिसे
महूं मे बेचा। उसके बाद एक पिकअप मनीष, नाना, अर्जुन
तीनो ने बलवाडा खरगोन से
चुराई उसमे वही से लाल तुवर एव गेहूं भरकर वो भी महूं मे बेचे । उसके बाद उसी
बलवाडा की पिकअप मे ग्राम तिल्लौर के किसान के गोडाऊन से लहसन चुराई जिसे इन्होने
नाना के रिश्तेदार के यहा देवनलिया मे खाली की। उसके बाद खुडैल क्षेत्र से एक खली
के गोडाऊन से आयशर खली की भरी हुई थी, जिसमे
80 बोरे खली थी। उसमे से 40
बोरी काटकूट मे बेची व 40 बोरी राकेश निवासी चोरल के द्वारा
ग्राम दतौदा मे एक किसान को बेची । उसके बाद देवगुराडिया से एक सूमो कार चोरी की
उसमे पाल्दा के पास नाले किनारे एक किसान के फार्म हाऊस से बाहर सोयाबीन रखी थी।
जिसमें 14-15 बोरी सोयाबीन चुराकर बेच दी। उसके बाद
मनीष व नाना ने तेजाजी नगर थाना क्षेत्र से एक बोलेरो सवारी गाडी एवं वही से एक
मोटर सायकल चुराई, जिसे किसी पार्टी को बेचने गया।
मुखबीरी की शंका होने पर जहां से नाना 15000/- रूपये
लेकर आया था वही पर छोडकर दोनो भाग गये । फिर मनीष एक बोलेरो सवारी गाडी ग्राम
छापरी थाना औघोगिक क्षेत्र देवास से चुराई जिसे इमरान निवासी सुहाना पार्क खजराना
को देनी थी।
इनका अपराध करने का तरीका इस प्रकार था कि, आरोपीगण
चोरी कीमोटर सायकल लेकर शहर मे घूम फिर कर लोडिग बोलेरो या टवेरा रात्रि मे खडे
होने का स्थान शाम को देख लेते थे, फिर
वहां पर रात्रि के 12.00 बजे बाद पहुंच कर चाबी बनाकर गाडी
चालू कर ले जाते थे तथा शहर के बाहरी क्षेत्रो में बने अनाज के गोडाऊन मे जहाँ
चौकीदार नही होता था उन गोडाऊन का ताला तोडकर उसमे मे रखे अनाज के कट्टे चोरी की
बोलेरो मे भरकर अपने गाँव ले जाते थे। बाद मे बोलेरो किसी रोड के किनारे छोड देते
थे, जहाँ से फरियादी को उनकी गाडी लवारिस हालत मे
मिल जाती थी तो वह रिपोर्ट भी नही करते थे। आरोपी मनीष वाहनो की चाबी बनाने मे
मास्टर है। वोलेरो की सामान्य चाबी बाजार से खरीद कर उसे फाईल के माध्यम से घिस कर
चोरी करने वाली बोलेरो मे सेट कर लेता था। आरोपीगण इलेक्ट्रानिक स्टार्ट सिस्टम
वाली गाडियो को नही चुरा पाते थे इसलिये बोलेरो तथा टवेरा जिसमे इलेक्ट्रानिक
स्टार्ट सिस्टम नही होता था उन्ही गाडियो को निशाना बनाते थे।
पुलिस द्वारा तीनों आरोपीयो को गिरफ्तार किया
गया है तथा इनके विरूद्ध अलग-अलग थानो पर कार्यवाही कर अन्य अपराधो के बारे में
पूछताछ की जा रही है एवं पुराना रिर्काडभी एकत्रित किया जा रहा है। आरोपियों के
साथ में संलिप्त अन्य लोगों के सबंध में भी जानकारी प्राप्त की जा रही है। आरोपीयो
द्वारा अभी तक जो चोरीयां की है उसका जप्त मश्रुका लगभग कीमत 25
लाख से अधिक है।
आरोपीगणों द्वारा शहर के अलग अलग थानो पर गठित
किये गये अपराधो कि जानकारी निम्नानुसार है-
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