इन्दौर-दिनांक
14 फरवरी 2017-उप पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री हरिनारायणा चारी मिश्र एवं
पुलिस अधीक्षक (मुखयालय) श्रीमो. युसूफ कुरैशी के मार्गदर्शन में कार्यवाही करते
हुए, विगत दिनों क्राईम ब्रांच व्दारा आवेदिका श्रीमति सूरजदेवी जैन के
मानवता नगर इन्दौर स्थित प्लाट की धोखाधड़ी में भूमाफिया राजेश राजपूत, सोहराब
पटेल, आशीष पहाडिया, मनोहरसिंह बैस, राजू गाइड,
रज्जूनाथ
और सुरेश यादव को गिरप्तार किया था, जिन्हे न्यायालय व्दारा पुलिस रिमाण्ड
पर क्राइम ब्रांच को सौपा हैं। क्राइम ब्रांच की विशेष टीम व्दारा इन सभी सातों
भूमाफियाओं से सघन पूछताछ कर रही है जिसमें नित नऐ खुलासे होते चले जा रहे है इस
फर्जी प्लाट रजिस्ट्री का मास्टर माइण्ड राजेश राजपूत से पूछताछ में इसके व्दारा
और भी प्लाट की धोखाधड़ी प्रकाश में आ रही है। इस धोखेबाज ने खंडवा जिले के एक छोटे
से गांव से इंदौर आकर कई लोगों को अपना शिकार बनाया है। सूरजदेवी के प्लाट की फर्जी
रजिस्ट्री करने के प्रकरण का पर्दाफाश होने के बाद नेहरू नगर इंदौर निवासी
हितेन्द्र व धर्मेन्द्र निबोरिया के प्लाट की भी फर्जी रजिस्ट्री कराने की बात
सामने आई है तथा और भी कारनामे इस सरगना राजेश राजपूत के सामने आये है।
अति.
पुलिस अधीक्षक क्राइम ब्रांच श्री अमरेंद्र सिंह ने बताया भूमाफियाराजेश राजपूत ने
हितेन्द्र व धर्मेन्द्र निबोरिया के मालिकाना हक के हरिकृष्ण विहार निपानिया में
स्थित प्लाट क्रमांक-880 का फर्जी पावर आफ अटार्नी तैयार कर उक्त प्लाट को रंजना
पति विजय खोड़े को धोखाधड़ी पूर्वक बेच दिया है। उल्लेखनीय है कि उक्त प्लाट की जिस
पहली मालिकिन अनिता पति प्रणनाथ थी जिससे इस माफिया राजेश राजपूत ने जब वर्ष 2012
में पावर अटार्नी कराई थी उस समय यह प्लाट अनिता पति प्रणनाथ के स्वामित्व में ही
नहीं था। क्राइम ब्रांच टीम की पूछताछ से
हुऐ इस खुलासे के बाद क्राइम ब्रांच टीम व्दारा नेहरू नगर निवासी हितेन्द्र व
धर्मेन्द्र निबोरिया को बुलाकर जानकारी ली गई तो उनके व्दारा बताया गया कि राजेश
राजपूत ने उनके मालिकाना हक के हरिकृष्ण विहार निपानिया में स्थित प्लाट
क्रमांक-880 का फर्जी पावर आफ अटार्नी तैयार कर उक्त प्लाट को रंजना पति विजय खोड़े
को धोखाधड़ी पूर्वक बेच दिया है। इस फर्जी
प्लाट रजिस्ट्री काण्ड के कुखयात राजेश राजपूत ने ओशियन मोटर्स से वर्ष 2014 में
डाउन पेमेन्ट पर एक स्वीप्ट डिजायर नई कार अपने नाम से खरीदकर उसका अभी तक रजिस्ट्रेशन
नही कराया ओर बिना रजिस्ट्रेशन की यह कार की पूरी क्रय राशि का भुगतान किऐ
बिनाधोखाधड़ी करते अमित यादव निवासी नंदानगर को डेढ लाख में गिरवी रख कर वह भूमिगत
हो गया था। उक्त फर्जीवाड़े का सरगना राजेश राजपूत, फर्जी पावर आफ
अटार्नी के आधार पर धोखाधड़ी पूर्वक प्लाट बेचने में कैसे सफल हो गया इसमें और कोन-कौन
की भूमिका रही है इस संबंध मे क्राईम ब्रांच व्दारा सघन जांच की जा रही है।
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