Friday, October 14, 2016

अपराध नियंत्रण एवं अनुसंधान संगठन (सीसीआरओ) के नाम से ठगी कर, लोगो से रूपये एठने वाले दो आरोपी पुलिस की गिरफ्त में, उक्त दोनो आरोपी, स्वयं को संगठन में राष्ट्रीय अध्यक्ष व स्टेट अध्यक्ष के नाम पर कर रहे थे ठगी


इन्दौर-दिनांक 14 अक्टूबर 2016-पुलिस थाना चंदन नगर पर पिछले माह एक शिकायतप्राप्त हुई कि, क्राईम कंट्रोल एण्ड रिसर्च आर्गनाजेशन (सी.सी.आर.ओ.) हिंदी नाम अपराध नियंत्रण एवं अनुसंधान संगठन के नाम से अम्मार नगर मेन रोड़ पर जाकिर हुसैन नाम का व्यक्ति ऑफिस खोल कर लोगो से सदस्य बनाने के नाम पर पैसे ले रहा है व राज्य व जिला स्तरीय पद देने हेतु 25-25 हजार रूपये या उससे अधिक की राशि मांग रहा है। कई लोग इसके झांसे में आकर ठगे जा रहे है। इसके द्वारा आम जन को यही बताया जा रहा है कि आप आरगेनाईजेशन के सदस्य व पदाधिकारी बनकर शासकीय योजनाओ का लाभ ले सकते है ।
                उक्त ठगी की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए, उप पुलिस महानिरीक्षक इंदौर शहर श्री संतोष कुमार सिंह के द्वारा तत्काल प्रकरण में तत्काल जांच कर, त्वरित व उचित वैधानिक कार्यवाही के निर्देश दिये गये। उक्त निर्देश के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक पश्चिम श्री डी. कल्याण चक्रवर्ती व अति. पुलिस अधीक्षक पश्चिम श्री रूपेश द्विवेदी के मार्ग दर्शन में थाना प्रभारी चंदन नगर व उनकी टीम को उक्त प्रकरण में कार्यवाही हेतु लगाया गया।
                पुलिस टीम द्वारा जांच प्रारंभ की गई तो जांच के दौरान पाया गया कि अपराध नियंत्रण एवं अनुसंधान संगठन का कार्यालय अम्मार नगर मेंकरीब साढे तीन माह पूर्व खोला गया है, जिसका राज्य प्रमुख जाकिर हुसैन पिता फकरूद्दीन बोहरा (57) निवासी नूरानी नगर इंदौर के द्वारा स्वयं को बताया गया व संगठन का राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप डोबरियाल पिता भरोसानंद डोबरियाल (51) निवासी देहरादून उत्तराखण्ड का होना बताया। ऑफिस का रिकार्ड एवं कम्प्युटर का अवलोकन करने पर पाया गया कि इनके द्वारा कई लोगो को धनराशि लेकर राज्य व जिला इकाई के पद बेचे गये कम्प्युटर से पद बेचे जाने के संबंध में एक सूची प्राप्त हुई है, जिसमें कौन सा पद कितने रूपये में दिया जायेगा इस बात का उल्लेख है। प्रेसिंडेंट पद के लिये 25 हजार रूपये, सेकेट्री पद के लिये 25 हजार रूपये, जनरल सेकेट्री पद के लिये 15 हजार रूपये, डिस्ट्रीक वाईस प्रेसिडेंट के 3 पदो को लिये 25-25 हजार रूपये, सिनियर वाईस प्रेसिंडेंट के 3 पदो के लिये 25-25 हजार रूपये , मीडिया कार्डिनेटर के पद के लिये 18 हजार रूपये, लीगल एडवाईजर पद के लिये 18 हजार रूपये तथा सदस्यता शुल्क 1500 रूपये प्रति वर्ष व राष्ट्रीय सदस्यता शुल्क हेतु 11000 रूपये तय किये गये थे। रिकार्ड में कई पदाधिकारियों व सदस्यो के नाम भी मिले जिनके कथन भी लिये गये तो पता चला कि किसी व्यक्ति कोपदाधिकारी नियुक्त करने के लिये 35000 रूपये लिये गये तो किसी से 25000 रूपये लिये गये। सदस्यता हेतु कुछ लोगो से 2500 रूपये, कछ से 1500 रूपये व कुछ लोगो से 1100 रूपये लिये गये है। किसी भी सदस्य अथवा पदाधिकारी को धनराशि प्राप्त करने की कोई रसीद नही दी गई, यहां तक कि इनके रिकार्ड में एडिशनल एसपी का भी पद होना पाया गया जिसका शुल्क 25000 रूपये रखा गया था। जांच के दौरान प्रदीप डोबरियाल व जाकिर हुसैन से इस संगठन के सबंध में दस्तावेज चाहे गये तो, इनके द्वारा कोई भी संतोषजनक जवाब व दस्तावेज प्रस्तुत नही कर सके।
                उक्त दोनों आरोपियों के द्वारा संगठन में जोड़ने हेतु लोगो को शासकीय योजनाओ का लाभ मिलने के संबंध में भी प्रलोभन दिया जाता था। फिलहाल दोनो ही आरोपियों प्रदीप डोबरियाल (राष्ट्रीय अध्यक्ष) व जाकिर हुसैन (प्रदेश अध्यक्ष ) को गिरफ्तार कर लिया गया है जिन्हे कोर्ट में पेश कर एक सप्ताह का पुलिस रिमांड लिया जा रहा है। रिमांड के दौरान इनके द्वारा प्राप्त की गई धनराशि बरामद की जावेगी व दिल्ली स्थित मुखय कार्यालय के रिकार्ड का भी परीक्षण किया जावेगा साथ ही इनके द्वारा देश के अन्य शहरो में कहां-कहां कार्यालय खोले गये वकितनी धनराशि वसूल की गई व उक्त धनराशि का क्या लेखाजोखा रहा, इस संबंध में विवेचना की जावेगी । चुकि अपराध नियंत्रण एवं अनुसंधान संगठन का नाम पढने व सुनने में  शासकीय पुलिस संगठन जैसा लगता है जिससे आम जन को भ्रम की स्थिति उत्पन्न होती है। संगठन से जुड़े लोग इसी बात का फायदा उठाकर भ्रम की स्थिति पैदा कर रूपये एठने में लगे हुये थे। इस संबंध में शासन को एवं देहरादून स्थित कार्यालय को भी पत्र भेजा जा रहा है। आरोपियों द्वारा बनाये गये उक्त संगठन के विरूद्ध, इन्दौर पुलिस द्वारा की गयी त्वरित व प्रभावी कार्यवाही के कारण, हजारो लोगो को ठगी का शिकार होने से बच पाने से इंकार नही किया जा सकता। यदि यह लोग कुछ समय तक और उक्त कार्यालय को संचालित करने में सफल हो पाते तो निश्चित ही कई लोग और ठगी का शिकार होते।

                उक्त धोखाधड़ी करने वाले आरोपियों को पकड़ने में, वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी चंदन नगर श्री योगेश सिंह तोमर व उनकी टीम कें उनि अशरफ अली अंसारी, उनि विरेन्द्र बरकरे, उनि बी.एस. सिकरवार, आर. आरिफ, आर पंकज तथा विरेन्द्र की महत्वपूर्ण एवं उल्लेखनीय भूमिका रही।



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