Friday, February 6, 2015

''अज्ञात लोगों को फेसबुक फ्रेंड न बनावें - श्री विपिन माहेश्वरी''

इन्दौर-दिनांक 06 फरवरी 2015-सिटीजन कॉप क्या है ? आपके सामने राजनैतिक दबाव कितना रहता है ? और पुलिस विभाग में अच्छा काम करने वालों के लिये क्या और खराब काम करने वालों के लिये क्या प्रावधान है ? कुछ ऐसे ही प्रश्नों का सामना श्री विपिन माहेश्वरी, पुलिस महानिरीक्षक, इन्दौर जोन इन्दौर और उनकी टीम को करना पडा जब वे आर.के. डागा स्कूल के बच्चों से क्राईम प्रिवेन्शन एजुकेशन के तहत सम्मुख हुए।  उक्त कार्यक्रम में श्री विपिन माहेश्वरी, पुलिस महानिरीक्षक, इन्दौर के साथ श्री आबिद खान, पुलिस अधीक्षक-पश्चिम इन्दौर, श्री देवेन्द्र पाटीदार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक-पश्चिम इन्दौर, सुश्री अंजना तिवारी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात इन्दौ तथा श्री विजय सिंह पंवार एवं विक्रम सिंह रघुवंशी, उप पुलिस अधीक्षक, यातायात उपस्थित थे । कार्यक्रम में स्कूल के 500 से अधिक बच्चे सम्मिलित हुये । कार्यक्रम के दौरान श्री विपिन माहेश्वरी, पुलिस महानिरीक्षक, इन्दौर द्वारा अपराधों के रोकथाम में सहयोग एवं नवीन पीढी द्वारा कैसे समाज सुधार में महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया जा सकता है, बच्चों को बतायागया। इस दौरान उन्होने एवं उनकी टीम द्वारा बच्चों की जिज्ञासा को भी शांत किया गया । बच्चो ंद्वारा पूछे गये मुखय प्रश्न निम्नानुसार हैः-
प्रश्न क्र. 1    साइबर क्राइम बढ़ रहा है। फेसबुक, इंटरनेट, वाट्‌सएप इत्यादि के जरिए आपराधिक गतिविधियों के बढ़ते चरण को कैसे रोका जा सकता है?
उत्तर    बच्चों साइबर क्राइम से रोकथाम का बेहतर उपाय हैं आप पासवर्ड बदलते रहें। अज्ञात लोगों के ईमेल अटेण्ड न करे। हर किसी को फेसबुक फें्रड न बनावें। आजकल तो फिद्गिांग के माध्यम से हैकर भी लोगों के पासवर्ड, बैंक अकाउंट नं. तक हैक कर लेते हैं, इसका खयाल रखें।
प्रश्न क्र. 2    सर आप सिटीजऩ कॉप में द्गिाकायत पर कितने समय में एक्द्गान लेते हैं तथा कितनी द्गिाकायतें मिलती हैं?
उत्तर :-    प्यारें बच्चों हमें सिटीजन कॉप के थ्रू सालभर में लगभग साढे़ सात हजार द्गिाकायतें मिली हैं और हम इसमें 24 घन्टो में एक्द्गान लेते हैं।
प्रश्न क्र. 3    राजनैतिक दबाव को आप कैसे हल करते हैं?
उत्तर    जिस तरह से पारिवारिक दबाव को हल किया जाता हैं उसी तरह से या यू कहे कि तुम्हें जब परीक्षा के पहले जो दबाव होता हैं उसे अच्छी पढ़ाई करके तुम हल कर देते हो। दबाव देने वाले की कहीगई बात को जानना और उस पर कानूनसम्मत निर्णय लेना, जायज, लीगल व जेनुइन बात को सुनकर हैण्डल करना।
प्रश्न क्र. 4    ट्रैफिक पुलिस को पब्लिक के साथ अच्छे व्यवहार का प्रद्गिाक्षण देते हैं तथा अच्छे लोगो को पुरस्कार भी देते हैं क्या?
उत्तर    अच्छे काम की सराहना व बुरे काम पर दण्ड की व्यवस्था हैं। विभाग में अच्छे कार्य करने वालों का प्रमोद्गान करके एप्रीद्गिायद्गान होता हैं। कभी कभी कैद्गा प्राइज का रिवार्ड भी मिलता हैं। हमें तब बहुत अच्छा लगता हें जब जनता पुलिस की प्रंद्गासा करती हैं।
        बच्चों ने पुलिस का संगठन स्वरूप, द्गिाकायत का सुगम माध्यम, यातायात व्यवस्था सुधार से लेकर आतंकवाद तक के संबंध में प्रद्गन किए। ट्रैफिक जाँच के समय कौन-कौन से दस्तावेज देखती हैं? हेल्मेट, एम.वी.ए., एस.ओ.एस., सहित रेप को लेकर भी प्रद्गन किए गए।  '
अंत में पुलिस महानिरीक्षक ने बच्चों से प्रद्गन किया कि आप किस तरह से पुलिस की मदद करेंगे? जिसका बच्चों ने जवाब दिया।
     इस अवसर पर अच्छे प्रद्गनकर्ता विद्यार्थियों कार्तिक नाद्गानी, संस्कार गर्ग, गौरव परवाल, काजल जैन, रितेद्गा मंगल, प्रियल जैन को भी सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन श्रीमती अनुरेखा बाल्दे, अतिथि परिचयआरती मौर्य एवं आभार श्री महेशजी तोतला ने माना।

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