इन्दौर-दिनांक 06 अक्टूबर 2014-पुलिस अधीक्षक पशचम श्री आबिद खान ने बताया कि दिनांक 04.10.14 को जी.एन.टी. मार्केट इंदौर से आठ लेकर रूपयें लेकर गायब होने वाले व्यापारी को रूपयें सहित पकड़ने में पुलिस को महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है।
दिनांक 04.10.14 को बैंक ऑफ इंडिया शाखा जी.एन.टी. मार्केट इंदौर से अभिषेक टे्रवल्स का संचालक अविनेद्गा पिता अद्गाोक कुमार चौकसे (32) निवासी सेक्टर ए स्कीम नं. 71 गुमास्ता नगर इंदौर आठ रूपयें बैंक से निकालकर, परिजनों को बिना बतायें गायब हो गया था, जिसकी सूचना उसके बड़े भाई अभिषेक चौकसे द्वारा दी गई कि अविनेद्गा आठ लाख रूपयें लेकर निकला है, जो अभी तक घर नहीं आया है तथा उसके दोस्त रवि राठौर के मोबाईल पर फोन आया है कि बचा लो। घटना की गंभीरता को देखते हुए उप पुलिस महानिरीक्षक श्री राकेद्गा गुप्ता, पुलिस अधीक्षक पशचम श्री आबिद खान के मार्गदशन में अति. पुलिस अधीक्षक पशचम जोन-1 व नगर पुलिस अधीक्षक सराफा के निर्देशन में थाना प्रभारी छत्रीपुरा आर.डी कानवा के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया।
टीम द्वारा घटना केहर पहलू का बारिकी से जांच करते हुए बैंक से तथा परिजनों की दिनचर्या का पता किया तथा गुम हुए व्यापारी अविनेद्गा के बारें में पता करने पर, ज्ञात हुआ िक वह 3-4 साल पूर्व एमसीएक्स ब्रोकर का काम करता था, जिसमें करीबन 25-30 लाख का घाटा हुआ था। इन सब बातों की तस्दीक की गई, उसी बीच दिनांक 05.10.14 को करीबन 04.00 बजे बड़े भाई अभिषेक द्वारा सूचना मिली कि उसका भाई अविनेद्गा चौकसे उसके मामा महेद्गा के पास बड़ौदा गुजरात में है। उक्त सूचना पर टीम को बड़ौदा रवाना किया, तो वहां अविनेद्गा सकुद्गाल मिला, जिससे बैंक से निकाले रूपयों के बारें में पूछताछ करने पर, उसने बताया कि बैंक से रूपयें निकालने के बाद बैंक से बाहर निकलते समय किसी ने प्रसाद के रूप में कुछ नद्गाीला पदार्थ खिलाकर पैसे लूट लेने की कहानी बताई। जब पुलिस द्वारा हिकमत अमली से कड़़ी से कड़ी मिलाकर पूछताछ की गई तो, उसने बताया कि लूट की कहानी झूठी है पैसा उसके पास ही है, और बैग से आठ लाख रूपयें व दो मोबाईल रखे हुए बताये, जो छत्रीपुरा पुलिस द्वारा बरामद कर लिये गये है व अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
इस कार्यवाही में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में थाना प्रभारी छत्रीपुरा आर.डी. कानवा के नेतृत्व में उनि आर.बी.एस. रघुवंद्गाी, उनि विजेन्द्र शर्मा, सउनि एसबीएस कुशवाह, आरक्षक बलराम, दीपू, हेमराज का महत्वपूर्ण एवं सराहनीय योगदान रहा।
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