इन्दौर-दिनांक 25 सितम्बर 2014-उप पुलिस महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री राकेश गुप्ता ने बताया कि दिनांक 24.09.2014 को नन्दलाई घाटी मानपुर थाना क्षेत्रांतर्गत एक सनसनीखेज घटना हुई थी, जिसमें MP-09 CB-9625 नम्बर की बोलेरो दुर्घटनाग्रस्त होनें की सूचना मिली थी। घटना स्थल पर पता लगा कि उक्त वाहन एटीएम लोडिंग वाहन था, जिसमें बैकों से कैश ले जाकर एटीएम में लोड किया जाता है। वाहन में ड्रायवर व कैश लोडिंग कर्मचारी महू गेटवेल अस्पताल पहुॅचे थे जो कोई अज्ञात नशे की हालत में थे। सुरक्षा गार्ड कमलापति द्विवेदी की रिपोर्ट पर अप0क्रं0 350/2014 धारा 379 भादवि का पंजीबद्ध किया गया था क्योंकि लोडिंग वाहन से कैश से भरा बैग गायब था।
प्रारंभिक विवेचना में यह तथ्य सामने आया कि वैन में करीब 62 लाख रूपये थे जो गायब हैं। विवेचना के दौरान वाहन चालक विजय सोनी व कैश लोडिंग कर्मचारी मनीष बौरासी, प्रवीण वर्मा से पूछताछ की गई जो कैश के बारे में व घटना के बारे में संदिग्ध पाये गये व बैंक से ट्रांजेक्ट किये कैश को महू में एटीएम में लोडिंग नहीं कियेजाने बाबत संतोषजनक स्थिति नहीं बता सके। उप पुलिस महानिरीक्षक महोदय, श्री राजेश गुप्ता, पुलिस अधीक्षक महोदय, पश्चिम जिला इन्दौर श्री आबिद खान ने महू पहुॅचकर प्रकरण की पतासाजी बाबत निर्देश दिये। उनके निर्देशानुसार संदिग्ध लोगों से बारीकी से पूछताछ की गई। पूछताछ में पुलिस को ड्रायवर विजय सोनी एवं उसके साथी प्रवीण वर्मा पर शंका होनें से कडाई से पूछताछ करने पर घटना का खुलासा करने में सफलता प्राप्त हुई। पुलिस द्वारा आरोपी विजय पिता नारायण प्रसाद सोनी उम्र 27 साल निवासी मालाजी कालोनी खिरकिया जिला हरदा हाल इंडोरामा सेक्टर नम्बर 3 पीथमपुर, मनीष पिता दीपक बौरासी उम्र 32 साल निवासी सुदामा नगर उज्जैन हाल पासीपुरा महू, प्रवीण पिता अश्विन वर्मा उम्र 24 साल निवासी कोदरिया एवं राहुल पिता राजेन्द्र सिंह कदम उम्र 23 साल निवासी महू को गिरफ्तार किया गया है तथा अपराध की स्वीकारोक्ति पश्चात 24,50,000 रूपये बरामद किये जा चुके हैं। घटना के साढे 27 लाख रूपये जिसमें से साढे 10 लाख रूपये आरोपियों द्वारा लुनियापुरा एटीएम तथा शेष 17 लाख रूपये जनपद कार्यालय एटीएम में डालना बताया गया है, जिसकी तस्दीक की जा रही है।
आरोपियों ने पूछताछ में बताया है कि प्रवीण वर्मा एवं मनीष बौरासी करीब डेढ वर्ष से आई.एस.एस.एस.डी.बी प्राईवेट सिक्योरिटी कम्पनी में कस्टोडियन के पद पर कार्यरत हैं। इनका कार्य कम्पनी से संम्बद्ध बैंको के एटीएम में कैश लोडिंग का काम करना है। विगत करीब 6 माह से दोनों आरोपियों ने पूर्व बैंक गार्ड दिनेश कैलोत्रा के साथ मिलकर करीब साढे 27 लाख रूपये अलग-अलग एटीएम से निकालकर हेराफेरी कर ली थी। आनेवाले सप्ताह में कम्पनी का महू की विभिन्न एटीएम का वास्तविक ऑडिट होना था। आरोपियों को यह शंका थी कि ऑडिट होनें पर उनके द्वारा किये गये गबन का खुलासा हो जायेगा। इसी को ध्यान में रखकर दिनांक 23.09.2014 को आरोपियों ने प्लानिंग बनाई। चूंकि आरोपियों को दूसरे गार्ड कमलापति द्विवेदी पर भरोसा नहीं था इसलिए उन्होंने उसे घटना में शामिल नहीं किया एवं सभी को ज्यूस पिलाने के बहाने उसके ज्यूस में नींद की गोलियॉ मिला दी। घटना में गायब किया गया लगभग 62,00,000 रूपये के कैश को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया शाखा महू से 40 लाख, भंरकुंआ कैश वाहन से 22 लाख तथा बैंक ऑफ बडौदा शाखा महू से 12 लाख रूपये लिये थे इस प्रकार कुल74 लाख कैश निकाला गया था, जिसमें से मात्र 12 लाख रूपये बैंक ऑफ बडौदा के एटीएम में लोड किया, ताकि किसी को शंका ना हो सके। आरोपियों द्वारा पूर्व में एटीएम के पैसे लोड करने में की गई हेराफेरी का साढ़े 27 लाख रूपयें इन 62 लाख में से एटीएम में लोड कर दिया था, जिसकी तस्दीक की जा रही है। अपरापियों से अन्य घटनाओं के संबंध में पूछताछ हेतु पुलिस रिमाण्ड लिया जा रहा है।
उक्त चोरी की घटना का पर्दाफास करने में पुलिस अधीक्षक श्री आबिद खान, अति. पुलिस अधीक्षक श्री अरविंद तिवारी के निर्देशन में थाना प्रभारी मानपुर शैलेन्द्र श्रीवास्तव, उनि डी.एस. सोलंकी, सउनि जितेन्द्र मिश्रा व टीम की महत्वपूर्ण एवं सराहनीय भूमिका रही।
प्रारंभिक विवेचना में यह तथ्य सामने आया कि वैन में करीब 62 लाख रूपये थे जो गायब हैं। विवेचना के दौरान वाहन चालक विजय सोनी व कैश लोडिंग कर्मचारी मनीष बौरासी, प्रवीण वर्मा से पूछताछ की गई जो कैश के बारे में व घटना के बारे में संदिग्ध पाये गये व बैंक से ट्रांजेक्ट किये कैश को महू में एटीएम में लोडिंग नहीं कियेजाने बाबत संतोषजनक स्थिति नहीं बता सके। उप पुलिस महानिरीक्षक महोदय, श्री राजेश गुप्ता, पुलिस अधीक्षक महोदय, पश्चिम जिला इन्दौर श्री आबिद खान ने महू पहुॅचकर प्रकरण की पतासाजी बाबत निर्देश दिये। उनके निर्देशानुसार संदिग्ध लोगों से बारीकी से पूछताछ की गई। पूछताछ में पुलिस को ड्रायवर विजय सोनी एवं उसके साथी प्रवीण वर्मा पर शंका होनें से कडाई से पूछताछ करने पर घटना का खुलासा करने में सफलता प्राप्त हुई। पुलिस द्वारा आरोपी विजय पिता नारायण प्रसाद सोनी उम्र 27 साल निवासी मालाजी कालोनी खिरकिया जिला हरदा हाल इंडोरामा सेक्टर नम्बर 3 पीथमपुर, मनीष पिता दीपक बौरासी उम्र 32 साल निवासी सुदामा नगर उज्जैन हाल पासीपुरा महू, प्रवीण पिता अश्विन वर्मा उम्र 24 साल निवासी कोदरिया एवं राहुल पिता राजेन्द्र सिंह कदम उम्र 23 साल निवासी महू को गिरफ्तार किया गया है तथा अपराध की स्वीकारोक्ति पश्चात 24,50,000 रूपये बरामद किये जा चुके हैं। घटना के साढे 27 लाख रूपये जिसमें से साढे 10 लाख रूपये आरोपियों द्वारा लुनियापुरा एटीएम तथा शेष 17 लाख रूपये जनपद कार्यालय एटीएम में डालना बताया गया है, जिसकी तस्दीक की जा रही है।
आरोपियों ने पूछताछ में बताया है कि प्रवीण वर्मा एवं मनीष बौरासी करीब डेढ वर्ष से आई.एस.एस.एस.डी.बी प्राईवेट सिक्योरिटी कम्पनी में कस्टोडियन के पद पर कार्यरत हैं। इनका कार्य कम्पनी से संम्बद्ध बैंको के एटीएम में कैश लोडिंग का काम करना है। विगत करीब 6 माह से दोनों आरोपियों ने पूर्व बैंक गार्ड दिनेश कैलोत्रा के साथ मिलकर करीब साढे 27 लाख रूपये अलग-अलग एटीएम से निकालकर हेराफेरी कर ली थी। आनेवाले सप्ताह में कम्पनी का महू की विभिन्न एटीएम का वास्तविक ऑडिट होना था। आरोपियों को यह शंका थी कि ऑडिट होनें पर उनके द्वारा किये गये गबन का खुलासा हो जायेगा। इसी को ध्यान में रखकर दिनांक 23.09.2014 को आरोपियों ने प्लानिंग बनाई। चूंकि आरोपियों को दूसरे गार्ड कमलापति द्विवेदी पर भरोसा नहीं था इसलिए उन्होंने उसे घटना में शामिल नहीं किया एवं सभी को ज्यूस पिलाने के बहाने उसके ज्यूस में नींद की गोलियॉ मिला दी। घटना में गायब किया गया लगभग 62,00,000 रूपये के कैश को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया शाखा महू से 40 लाख, भंरकुंआ कैश वाहन से 22 लाख तथा बैंक ऑफ बडौदा शाखा महू से 12 लाख रूपये लिये थे इस प्रकार कुल74 लाख कैश निकाला गया था, जिसमें से मात्र 12 लाख रूपये बैंक ऑफ बडौदा के एटीएम में लोड किया, ताकि किसी को शंका ना हो सके। आरोपियों द्वारा पूर्व में एटीएम के पैसे लोड करने में की गई हेराफेरी का साढ़े 27 लाख रूपयें इन 62 लाख में से एटीएम में लोड कर दिया था, जिसकी तस्दीक की जा रही है। अपरापियों से अन्य घटनाओं के संबंध में पूछताछ हेतु पुलिस रिमाण्ड लिया जा रहा है।
उक्त चोरी की घटना का पर्दाफास करने में पुलिस अधीक्षक श्री आबिद खान, अति. पुलिस अधीक्षक श्री अरविंद तिवारी के निर्देशन में थाना प्रभारी मानपुर शैलेन्द्र श्रीवास्तव, उनि डी.एस. सोलंकी, सउनि जितेन्द्र मिश्रा व टीम की महत्वपूर्ण एवं सराहनीय भूमिका रही।
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