Thursday, February 23, 2012

स्कीम नं0 140 में हुए अंधे कत्ल का पर्दाफाश


इन्दौर -दिनांक 23 फरवरी 2012- अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध शाखा श्री मनोज कुमार राय ने बताया कि दिनांक 17/02/2012 को स्कीम नं. 140 की रोड़ पर एक अज्ञात युवक का रक्त रंजीत शव पड़ा मिला था जिस पर चाकु से पेट,पीट व सिर पर भारी वस्तु से मारकर दर्दनाक विभत्स तरीके से अज्ञात आरोपियों द्वारा हत्या कर दी गई थी।
    वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय ने घटना के संबंध में पतारसी करने के लिए क्राईम ब्रांच को निर्देश दिये थे इसी तारतम्य में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री मनोज कुमार राय व डीएसपी. श्री जितेंद्रसिंह अपराध शाखा व थाना पलासिया द्वारा पतारसी हेतु एक संयुक्त टीम गठित की गई। जिसमें क्राइमब्रांच के उप निरीक्षक महेंद्रसिंह परमार, उनि. अनिता ढावले व आरक्षक सुरेश मिश्रा, रामप्रकाद्गा वाजपेयी, मनीष तिवारी, संतोष सेंगर, रामपाल, मनोज राठौड़, भीमसिंह तथा थाना पलासिया प्रभारी पंकज दीक्षित, सउनि. प्रदीप राय, आर. जीद्गाान एहमद, प्रदीप सिंगारे को लगाया गया।
श्री मनोज कुमार राय एवं डीएसपी. श्री जितेंद्रसिंह के निर्देद्गान में संयुक्त टीम द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण कर मृतक के शव की पेंट की जेब मेंमिली हुई एक टेंट हाउस की स्लीप के आधार पर मृतक की द्गिानाखत विनय पिता सतीद्गा बागोरा उम्र 23 साल निवासी 457, गोयल नगर इंदौर की गई।
मृतक विनय के घरवालों से टीम द्वारा पूछताछ करने पर पाया गया कि दिनांक 17/02/2012 को शाम 05:30 करीब विनय घर से निकला था व बताया था कि बाहर से मेरा दोस्त आया है उससे मिलने जा रहा हॅू। जब टीम द्वारा मृतक वियन के दोस्तो के संबंध में पता किया गया तो अनिल पिता चतरसिंह प्रजापत कुम्हार उम्र 22 साल निवासी 10 बी वैभव नगर अपने घर से फरार था। अनिल के बारे में जानकारी प्राप्त हुई कि शादीद्गाुदा होकर घर परिवार से दूर राजस्थान के उदयपुर में अपने दोस्तों के साथ रहता था व उसके पिता ने कुछ वर्षो पूर्व उसे घर से भी वेदखल कर दिया हैं।
    अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री मनोज कुमार राय एवं डीएसपी. जितेंद्रसिंह के निर्देशन में संयुक्त टीम को राजस्थन के उदयपुर रवाना किया गया प्राप्त जानकारी के आधार पर टीम द्वारा थाना धानमण्डी के सीओ राजेद्गा शर्मा व उनकी टीम के सहयोग से पतारसी कर भोईबाड़ा क्षेत्र से अनिल पिता चतरसिंह प्रजापत कुम्हार को पकड़ा। टीम द्वारा थाना लाकर पूछताछ की तो उसने अपने दोस्तप्रवीण पिता लीलाधर कहार उम्र 19 साल निवासी 49,भोईवाड़ा उदयपुर के साथ हत्या करना कबूल किया। टीम द्वारा अपने वरिष्ठ अधिकारियों को बताकर उनके निर्देद्गान में पूछताछ की आरोपी अनिल द्वारा बताया कि मृतक विनय बागोरा को वह बचपन से जानता था तथा आरोपी अनिल की महिला मित्र से भी अपने संबंध बता रहा था एवं उसने अपने मोबाइल में आरोपी अनिल प्रजापत की महिला मित्र का मोबाइल नंबर से बात करना बताया। इस आधार पर आरोपी अनिल ने अपने दोस्त प्रवीण के साथ उसको मारने की योजना बनायी तब आरोपी अनिल द्वारा उदयपुर जाकर अपने दोस्त प्रवीण भोई निवासी उदयपुर को साथ लेकर इंदौर आया। रास्ते में नाथद्वारा से चाकु खरीदा, दिनांक 14/02/2012 को इंदौर आकर विनय के संबंध में जानकारी एकत्र कर उसको पार्टी के बहाने स्कीम नं. 140 में बुलाया। ढाबे पर तीनों मिले व शराब दुकान से शराब की बोतल खरीद कर सुनसान जगह पर पीने की योजना की। शराब पीने के बाद विनय ने आरोपी अनिल को पुनः उसकी महिला मित्र के संबंध में बातें की तो आरोपी अनिल व दोनो में गाली गलौच व हाथापायी होने लगी। जिसमें अनिल के साथी प्रवीण ने पीछे से अपने पास में रखीहथौड़ी से मृतक विनय के सिर पर जोरदार प्रहार किया व अनिल ने अपने पास में रखा चाकु से विनय के पेट व पीट में घोप दिया। विनय की मृत्यु के पश्चात आरोपियों ने उसे गले में पहने सोने की चैन जेब में रखा पर्स जिसमें एटीम कार्ड,लायसेंस नगद रुपयें, मोबाइल व विनय की बिना नंबर की पल्सर मोटर सायकल लेकर उदयपुर भाग गए।
    आरोपी प्रवीण पर थाना धानमण्डी उदयपुर में हत्या का प्रयास का मुकदमा दर्ज है जिसमें प्रवीण द्वारा फरियादी कुंदन खटीक को जान से मारने का प्रयास किया था। बाद में कुंदन खटीक की उदयपुर में अन्य लोगों द्वारा हत्या की गई थी, जिसमें उन आरोपियों द्वारा शराब पिने के बहाने बुलाकर हथौड़ी से वार कर कुंदन की हत्या कर दी थी। इसी प्रकार की योजना द्वारा अनिल व प्रवीण ने इंदौर आकर विनय की हत्या कर दी।

No comments:

Post a Comment