इन्दौर -दिनांक ०७ अक्टूबर २०११- अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पष्चिम क्षैत्र इंदौर श्री राजेष सिंह ने बताया कि थाना भंवरकुऑ क्षैत्र में बढ़ रही चोरी की वारदातो को गंभीरता से लेते हुये नगर पुलिस अधीक्षक जूनी इंदौर बिट्टू सहगल के निर्देषन में थाना प्रभारी भंवरकुऑ आनंद यादव के नेतृत्व में सहायक उपनिरीक्षक केषवसिंह कुषवाह, आरक्षक सुरेन्द्र तथा अनिरूद्व की एक टीम का गठन किया गया तथा निर्देष दिये गये कि पुराने शातीर नकबजनो पर निगाह रखी जाये तथा पूछताछ की जाये।
थाना प्रभारी आनंद यादव द्वारा उक्त गठित टीम के माध्यम से पुराने नकबजनो तथा संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ में जानकारी मिली कि कान्हा पिता देवचंद जाति बलाई जो कि पूर्व में भी चोरी के मामले में गिरफ्तार हुआ था तथा वर्तमान में फरार चल रहा है, वह राहुल गांधी नगर की तरफ देखा गया है उसके पास नये-नये मोबाईल फोन है। इस सूचना पर कान्हा पिता देवचंद निवासी राहुल गांधी नगर इंदौर को पकड़ा। कान्हा से पूछताछ करते उसने प्रियदर्षनी गर्ल्स हॉस्टल के नीचे जीन्स व टी-षर्ट की दुकान से, न्यू अग्रवाल नगर के मकान से, सुदामा नगर की मोबाईल दुकान से, जानकी नगर इंदौर के ऑफिस से कम्प्यूटर, लैपटॉप तथा ओमप्रकाष पिता श्यामलाल जायसवाल निवासी डबल चौकी देवास की दुकान से चोरी करना स्वीकार किया। पूछताछ में उसने मोरा पिता नेपाल सिंह ठाकुर निवासी झुग्गी झोपड़ी भंवरकुऑ, दीपक पिता दिलीप जाति बलाई निवासी भावना नगर इंदौर को चोरी में साथी होना बताया। राहुल की निषादेही पर इसके उक्त दोनो साथियों को पकड़ा गया। उक्त तीनो आरोपियो की निषादेही पर पॉच नकबजनी का मश्रुका लैपटॉप, मोबाईल, जिन्स, टी-षर्ट तथा नगदी कुल करीबन ०१ लाख २५ हजार का माल बरामद किया गया।
पुलिस द्वारा की गई विस्तृत जांच पड़ताल पर ज्ञात हुआ कि उक्त तीनो आरोपी शातीर नकबजन होकर कान्हा को पूर्व में भी चोरी के मामलों में तीन-तीन वर्ष की सजा हुई है तथा वह वर्तमान में पेषी से फरार चल रहा था। फरारी में मोरा व दीपक को साथ लेकर चोरी की वारदात को अंजाम दे रहा था। पुलिस द्वारा आरोपियो को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है इनसे अभी और भी चोरी की वारदातो का पता चलने की प्रबल संभावना है।
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