Sunday, December 12, 2010

क्राईम ब्रांच द्वारा अनिल बोरासी हत्याकांड का मुख्य आरोपी, ५००० रूपये का ईनामी बदमाष योगेष सोनकर गिरफ्‌तार



इन्दौर - दिनांक १२ दिसम्बर २०१०- पुलिस अधीक्षक इन्दौर श्री श्रीनिवास वर्मा ने थाना एमजी रोड के अप०क्र० ५०६/१० धारा ३०२ भादवि में अनिल बोरासी हत्याकांड के मुख्य ईनामी आरोपी योगेष सोनकर को पकडने हेतू अति० पुलिस अधीक्षक अपराध शाखा को निर्देशित किया था।
        अति० पुलिस अधीक्षक अपराध शाखा, इन्दौर महेषचंद्र जैन को मुखबीर से सूचना मिली कि थाना एमजी रोड क्षेत्रान्तर्गत नयापुरा में दिनांक २२.११.२०१० की रात्रि में ठेकेदार अनिल बोरासी की हत्या का मुख्य आरोपी योगेष सोनकर हवा बंगला के पास किसी से मिलने आया हैं। सूचना पर कार्यवाही हेतु उप पुलिस अधीक्षक अपराध शाखा जितेन्द्रसिंह के मार्गदर्षन में उप निरीक्षक मनीषराजसिंह भदौरिया की टीम को उक्त आरोपी को पकड़ने हेतु लगाया गया। उक्त टीम के आरक्षक दीपक पंवार ने मुखबीर के बताये सूचना को तस्दीक कर आरोपी योगेष सोनकर के सही ठिकाने की जानकारी प्राप्त कर ली। जिसके आधार पर उक्त टीम द्वारा हवा बंगला क्षेत्र में घात लगाकर योगेष सोनकर के आने का इंतजार करने लगे थोड़ी देर बाद योगेष सोनकर श्रीराम कालोनी हवाबंगला में जाते हुए दिखा, तभी टीम द्वारा घेराबंदी किया गया तब योगेष सोनकर भागने का प्रयास करने लगा परंतु क्राईम ब्रांच की टीम द्वारा घेराबंदी कर उसे पकड लिया गया।
आरोपी योगेष सोनकर पिता स्व० इंदर सोनकर नि० लालजी की बस्ती महू जिला इन्दौर से क्राईम ब्रांच द्वारा पूछताछ की गई, तो उसने बताया कि करीब १५ वर्षों से उसके द्वारा अनिल बोरासी के साथ मिलकर रेल्वे की ठेकेदारी का काम किया जा रहा था। विगत एक वर्ष से अनिल बोरासी व उसके बीच पैसे तथा अधिपत्य को लेकर विवाद चल रहा था। विवाद अधिक बढ़ जाने से अनिल बोरासी को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया तथा प्लानिंग के तहत दिनांक २२.११.१० को योगेष सोनकर ने अपने साथियों के द्वारा अनिल बोरासी की गोली मारकर हत्या करवा दी। विदित हो कि आरोपी योगेष सोनकर पूर्व में भी रेल्वे ठेकेदारी के विवाद में महेन्द्र उर्फ टिम्मा की हत्या का आरोपी रह चुका हैं।
आरोपी योगेष सोनकर अनिल बोरासी की हत्या के बाद से ही फरार चल रहा था। जिसे पकड़ने हेतु पुलिस अधीक्षक इन्दौर द्वारा  ५,०००/- ( पांच हजार रूपये ) का नगद ईनाम घोषित किया गया था। आरोपी योगेश सोनकर को अग्रिम कार्यवाही हेतू थाना एमजीरोड सुपूर्द किया गया हैं । ईनामी आरोपी को पकड़ने में क्राईम ब्रांच के उप निरीक्षक मनीषराजसिंह भदौरिया, प्र०आर० पन्नालाल, आरक्षक दीपक पंवार, दिनेष सरगैया, राजभान का सराहनीय योगदान रहा।

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