इन्दौर - दिनांक १२ दिसम्बर २०१०- अति० पुलिस अधीक्षक (अपराध) इंदौर महेष चन्द्र जैन ने बताया कि क्राईम ब्रांच को मुखबीर से सूचना प्राप्त हुर्इ्र कि कुछ लोग फर्जी कागजात के आधार पर फायनेन्स करवाकर महंगे इलेक्ट्रानिक्स उपकरण जैसे एलसीडी आदि इलेक्ट्रानिक्स दुकान से फायनेन्स करवा कर ले रहे हैं और फायनेन्स कंपनी इनको बाद मे फायनेंस के रूपयो के लिये ढूंडती रह जाती हैं ।
इस आधार पर उप पुलिस अधीक्षक(अपराध) इंदौर जितेन्द्र सिंह को निर्देष दिया गया जिन्होने उप निरीक्षक सोमा मलिक के नेतृत्व में एक टीम बनाई जिसमें सुरेष मिश्रा, सुरेष यादव, रामपाल , अजीज खान को काम पर लगाया जिस आधार पर सर्व प्रथम मुखबीर की सूचना पर अतुल पिता प्रकाष जावरे (२१) नि० ७५८ अषोक नगर से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसे ५५८ अषोकनगर एरोड्रम क्षैत्र में रहने वाला मुकेष गुप्ता द्वारा फर्जी बिजली बिल , बैंक स्टेटमेंट, पैन कार्ड, वोटर आयडी, चैक बनाने के लिये दिये जाते हैं जिससे वह कम्प्यूटर १८८ कालानी नगर पर जाकर बनवाकर मुकेष गुप्ता को दे देता था ,वह उसका क्या उपयोग करते थे उसे नहीं मालूम। अतुल की सूचना पर मुकेष गुप्ता पिता बिठठल प्रसाद गुप्ता (३०) नि० ५५८ अषोक नगर से पूछताछ की जिस पर उसने बताया कि वह अपने अन्य साथीगण हेमंत पिता बापूसिंह (३०) निवासी २२४ साकिन व्यंकटेष बिहार इंदौर के साथ मिलकर विभिन्न दुकानो से फर्जी कागजातो से बजाज कंपनी से ३२ इंच की एलसीडी फायनेंस करवा लेता था एंव उसे सस्ते दामो मे बेच देता था। मुकेष गुप्ता द्वारा अपने साथी हेमंत एंव संदीप पिता हरिओम जादौन (२६) नि० २३६ कालानी नगर इंदौर द्वारा अब तक लगभग १५-२० केस पर फर्जी कागजातो के आधार पर काम किया जा चुका हैं ।
अतुल द्वारा पूछताछ मे बताया कि उसके द्वारा आजतक १५-२० केषो के पेपर बनाकर मुकेष गुप्ता को दिये हैं व इन पेपरो को प्रो कम्प्यूटर क्लासेस कलाानी नगर इंदौर में जीतू उर्फ जितेन्द्र शर्मा पिता मनोहरलाल नि० ३३५ हुकुमचन्द्र कालोनी इंदौर व अषोक राठौर पिता मदनसिंह २२ साल नि० महावीर मार्ग गांधीनगर इंदौर के द्वारा स्केनिंग, प्रोग्रामिंग, एडिटिंग करके दूसरे के वोटर आयडी, पैनकार्ड, बैंक स्टेटमेंट इत्यादि का उपयोग कर मोटी रकम लेकर फर्जी कागजात बनाकर देते थे जिनका उपयोग कर मुकेष गुप्ता द्वारा ए-वन रेडियो नंदलालपुरा इंदौर से एक विडियोकॉन कंपनी का एलसीडी ३२ इंच मुकेष गुप्ता का फोटो लगाकर अजय जैन के नाम से दस्तावेज लगाकर फायनेंस बजाज कंपनी से करवाकर बैच दी। मुकेष गुप्ता ने अपना फोटो लगाकर अजय शर्मा कालानी नगर के नाम से दस्तावेज लगाकर एमटीएच कम्पाउण्ड में सैल मोर कंपनी से एक ३२ इंच का सेमसंग का एलसीडी फायनेंस करवाकर बेच दिया। हेमंत बाबूसिंह का फोटो लगाकर महेष यादव उषानगर के नाम से फर्जी दस्तावेज लगाकर एक ३२ इंच एलसीडी आरएनटी मार्ग सेमसंग प्लाजा से फायनेंस कराकर बेच दिया। हेमंत बाबूसिंह का फोटो लगाकर महेष तिवारी नि. मिश्रनगर अन्नपूर्णा का फर्जी दस्तावेज लगाकर ए-वन रेडियो नंदलालपुरा से एलजी कंपनी की ३२ इंच एलसीडी बजाज फायनेंस से करवाकर बेच दी। रवि किषन जैन के नाम से एमटीएच कम्पाउण्ड विडियोकॉन की दुकान से फर्जी कागज के आधार पर ३२ इंच एलसीडी विडियोकॉन फायनेंस कराकर बेच दी। नवीन जैन के नाम से फर्जी कागजात बनवाकर सेन्ट्रल मॉल स्थित सेमसंग से ३२ इंच एलसीडी फियुचरमनी कंपनी से फायनेंस करवाकर बेच दी।
इस प्रकार आरोपियो द्वारा अब तक करीब एक से देड दर्जन घटनाओं को करना स्वीकार किया हैं। आरोपियो के कब्जे से लगभग २ लाख ८० हजार रूपये की एलसीडी बरामद की गई हैं। आरोपियो से पूछताछ की जारी हैं एंव इस प्रकार के अन्य मामलो का खुलासा होने की संभावना है।
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