Saturday, June 12, 2010

हाई प्रोफाइल सोफेस्टीकेटेड अन्तर्राज्यीय चार पहिया वाहन चोर पकडाऐ लाखो के चार पहिया वाहन जप्त,

इन्दौर -दिनांक १२ जून २०१०-पुलिस अधीक्षक पूर्वी श्री मकरन्द देउस्कर ने बताया कि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राईम अरविन्द्र तिवारी को निर्देशित किया जिस पर से अति.पु.अ.क्राईम तिवारी ने उप पुलिस अधीक्षक क्राईम जितेन्द्रसिह के मार्गदर्शन मे उप निरीक्षक सोमा मलिक की टीम को लगाया गया उक्त टीम द्वारा शहर मे बढ रही चार पहिया वाहनो की चोरी के सम्बध मे मुखबिर मामूर कर अपराधियो की पतारसी करते हुए मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि दो व्यक्ति चोरी केी स्कार्पियो वाहन मे भागीरथपुरा की और से कुलकर्णी के भट्टे की और आ रहे है जिस पर टीम द्वारा कुलकर्णी के भट्टा पुल के पास क्राईम के प्रधान आरक्षक जगदीश, आरक्षक सुरेश मिश्रा, अमरसिह, जितेन्द्र परमार, एवं अरविन्द द्विवेदी तथा थाना प्रभारी परदेशीपुरा संतोष भदौरिया की टीम द्वारा संयुक्त चैकिंग की, जो चोरी की स्कार्पियो वाहन चलाते हुए आरोपी यशदेव त्रिहान पिता सूर्यदेवसिह त्रिहान (३२) निवासी ई-३/२०२ अरोरा कालोनी भोपाल एंव अनिल उर्फ शैलेश तिवारी पिता कैलाशचन्द्र तिवारी (३२) निवासी ऐयरपोर्ट रोड कालानी नगर इन्दौर को पकडा तथा इनके कब्जे से एक स्कार्पियो वाहन बिना नम्बर की बरामद की गई। पुलिस की उक्त टीम द्वारा दोनो को थाने लाकर पूछताछ की गई तो दोनो ने अलग-अलग कथन दिये जिस पर सख्ती से पूछताछ की गई तो इन्होने बताया कि वे नासिक महाराष्ट्र मे रहने वाले नासिर उर्फ पहलवान , अफाक व फारूक निवासी फेमस बेकरी नाना वली गली नासिक महाराष्ट्र के कुख्यात चोर है जो यशदेव त्रिहान के माध्यम से अनिल उर्फ शैलेष तिवारी से चोरी के वाहन बिकवाते है। इनके द्वारा अभी तक एक स्कार्पियो वाहन सफेद रंग की बेचने हेतु इन्दौर मे बेचने हेतु घूम रहे थे, इनके द्वारा अभी तक ७-८ वाहन चुराना कबूल किया गया है इनके कब्जे से एक काली स्कार्पियों आजादनगर क्षेत्र से बरामद की गई है, एक सेन्ट्रो कार सुखलिया से , तथा एक अल्टो कार विजयनगर से, एक बुलेरो तेजाजीनगर से, एक ट्राला गुरूद्वारा के पास रिंगरोड इन्दौर से, एक स्कार्पियो वाहन आजादनगर से, एक इंन्डिगो कार आरोपी अनिल द्वारा बताये गये स्थानो से पुलिस टीम द्वारा जप्त की गई हैं जप्तशुदा वाहनो की कीमत लगभग ६२ से ७० लाख रूपये के बीच होना बताया गया है। आरोपियो द्वारा पूछताछ पर बताया गया कि आरोपियो को वर्ष २००८ में भोपाल क्राईम ब्रान्च द्वारा चोरी की कार बेचते हुए पकडा गया था, जो जेल से छूटतें ही पुनः वाहन चोरी करने मे सक्रिय हो गये थे जो इन्दौर मे फिर चोरी के वाहन बेचने की फिराक मे घूमते हुए पकडे गये। आरोपियो द्वारा पुलिस पर दबाब बनाने व अपराध छुपाने हेतु अपनी पत्नी को आगे कर देते हैं ये आरोपीगण हायप्रोफाईल सोफेस्टीकेटेड है।    उक्त टीम द्वारा दोनो आरोपियो को गिरफ्तार कर अग्रिम कार्यवाही हेतु थाना परदेशीपुरा पर की जा रही है।

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