Sunday, May 16, 2021

इन्दौर पुलिस द्वारा प्लाज्मा शक्ति अभियान के तहत किया गया वेबिनार का आयोजन


कार्यक्रम मे उपस्थित विशेषज्ञों से प्लाज्मा थैरेपी के बारे मे की गई चर्चा।

कार्यक्रम मे प्लाज्मा डाॅनर द्वारा अपना अनुभव व्यक्त किया गया। 


इन्दौर दिनांक 15 मई 2021 - इन्दौर पुलिस द्वारा कोरोना महामारी मे उपयोगी प्लाज्मा थैरेपी के लिए चलाये जा रहे प्लाज्मा शक्ति अभियान के तहत विशेषज्ञों से चर्चा के लिए वेबिनार का आयोजन आज दिनांक 15.05.21 को पुलिस उप महानिरीक्षक इन्दौर शहर श्री मनीष कपूरिया के मार्गदर्शन में किया गया। उक्त वेबिनार में डाॅ विनिता कोठारी निर्देशक सेंट्रल लैब इन्दौर, श्री डाॅ अशोक यादव निर्देशक ब्लड बैंक एमव्हायएच इन्दौर, पुलिस अधीक्षक मुख्यालय श्री अरविंद तिवारी, श्रीमति रचना जौहरी एक्जीक्युटिव प्रोडुसर वाॅक प्रोडक्शन, उप पुलिस अधीक्षक लाईन श्री अजीत सिंह चौहान, उप पुलिस अधीक्षक श्री उमाकांत चौधरी, श्री अविनाश चंदपुरी आरएफएसएल इन्दौर सहित अन्य पुलिस अधिकारी/कर्मचारियों के द्वारा भाग लिया गया।

इस दौरान कार्यक्रम का संचालन करतें हुए कार्यक्रम की संयोजक श्रीमति मनीषा पाठक सोनी द्वारा सभी सम्मानियगणों का आभार व्यक्त कर धन्यवाद दिया था। तथा बताया कि आज के वेबिनार का आयोजन कोविड को प्लाजा की शक्ति से कैसे हराया जाए विषय पर चर्चा की गई। एवं कार्यक्रम के आयोजन के लिए महत्वपुर्ण भूमिका के लिए सह संयोजक श्रीमति रचना जौहरी का आभार व्यक्त किया। 

कार्यक्रम मे विशेषज्ञों के द्वारा एंटीबाॅडी के बारे मे बताया जिसमें वह कैसे कार्य करती है, किस प्रकार बनती है एवं क्या होती है। एंटीबाॅडी दो प्रकार की होती है एक्टिव एवं पेसिव, एक्टिव एंटीबाॅडी वैक्सिन से मिलती है एवं पेसिव एंटीबाॅडी इंफेक्शन से बनता हैं। उन्होनें बताया कि एंटीबाॅडीे एवं पुलिसकर्मी मे समानता होती है जिस प्रकार बाॅर्डर पर किसी अंजान व्यक्ति को देखकर उससे रक्षा करते है उसी प्रकार स्किन के पीछे छुपे ब्लड के थ्रू सेल रहती है जो किसी इंफेक्शन को देखते है तो फर्स्ट बाॅडी सेल उस पर पुरी ताकत से अटैक कर देती है। शरीर की एंटीबाॅडी वायरस से नही लड पाती है इस दौरान मरीज को प्लाज्मा थैरेपी दी जाती है जिसमें मरीज को रेडिमेड एंटीबाॅडी मिल जाती है जिससे गंभीर मरीज को भी ठीक किया जा सकता हैं

इस दौरान उन्होने प्लाज्मा की विशेषताओं के बारे मे बताया तथा बताया कि प्लाज्मा कोविड पाॅजीटिव आया हुआ व्यक्ति 28 दिन के बाद प्लाज्मा डोनेट कर सकता है। जिसकी उम्र 18-60 वजन 50 किलो एवं रक्तदान के प्रोटोकाॅल को पुरा करता है। प्लाज्मा डोनेट के एंटीबाॅडी टेस्ट होना जरूरी है जिससें उसकी IGg लेवल चेक किया जा सकता है।

कार्यक्रम के दौरान प्लाज्मा डोनेट करने वाले श्री अजीत सिंह चौहान, श्री उमाकांत चौधरी, श्री अविनाश पुरी जी के द्वारा अनुभव बताते हुए बताया कि यह एक सरल पुर्ण रूप से सुरक्षित है, इससे कोई कमजोरी नही होती है। उन्होने प्लाज्मा देने के लिए अपनें आप को प्रेरित करतें हुआ कहा कि मेरे शरीर मे ऐसी चीज है जिससें हम किसी का भला कर सकतें है तो इसका उपयोग कर सकता हुं। सभी को प्लाज्मा डोनेट करने के लिए प्रेरित किया गया।

श्रीमान डीआईजी सर द्वारा कार्यक्रम मे उपस्थित सम्मानियगणों का आभार प्यक्त किया तथा प्लाज्मा के बारें मे फैली भ्रांतियों को दुर करनें के लिए धन्यवाद दिया। उन्होने बताया कि कोरोना महामारी का कोई ट्रीटमेंट नही होने से प्लाज्मा थैरेपी इफेक्टिव थैरेपी है। यदि मरीज को समय पर प्लाज्मा दिया जाये तो मरीज जल्दी रिकवर करता है। डीआईजी सर द्वारा कोरोना से संक्रमित हुए पुलिस अधिकारी/कर्मचारी को प्रोत्साहित करतें हुए प्लाज्मा डोनेट करने के लिए प्रेरित किया। तथा इस कठिन समय में भी कार्य करनें वाले डाॅक्टरों को साधुवाद देते हुए धन्यवाद दिया।

कार्यक्रम के अन्त मे प्रश्नात्तोंर किया गया जिसमें कार्यक्रम मे उपस्थित विशेषज्ञों से प्रतिभागियों के द्वारा प्रश्न किये गये, जिसमें सम्मानियगणों द्वारा प्रश्नों के उत्तर दिये गये। कार्यक्रम के समापन में पुलिस अधीक्षक मुख्यालय श्री अरविंद तिवारी सर द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित सभी सम्मानियगणों का आभार व्यक्त करतें हुए कार्यक्रम मे उपस्थित सभी का धन्यवाद दिया।





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