इंदौर-
दिनांक -25 फरवरी 2021- क्योकि
देशभक्ति से वीरगति मिलती है और तेज गति हमें दुर्गति की ओर ले जाती है । घर से
वाहन लेकर निकलो तो इतना जरूर याद रखो की आपका कोई घर पर इंतजार कर रहा है जिनका
जीवन आपके बिना अधूरा है । यह बात होलकर साइंस कॉलेज परिसर में एनसीसी कैडेट्स को
यातायात जागरूकता सेमिनार के तहत सिपाही सुमन्त सिंह कछावा ने कही।
इंदौर
यातयात पुलिस द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में सड़क हादसो में कमी आये और लोग सड़क सुरक्षा की
गम्भीरता को समझे इस उद्देश्य से लगातार
जागरूकता कार्यक्रम किए जा रहे हैं । इसी के तहत वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन
में आज दिनांक 25 फरवरी 2021 को
यातायात पुलिस के आरक्षक सुमन्त सिंह कछावा द्वारा एनसीसी कैडेट्स को सड़क सुरक्षा
व दूसरो की मदद के विषय पर युवा कैडेट्स को कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई। 2-एमपी
आर्मड स्क्वार्डन एनसीसी के कमांडिंग ऑफिसर लेफ्टिनेंट कर्नल सलिल बिष्ट के
नेतृत्व में कंबाइंड एनुअल ट्रेनिंग कैंप का आयोजन होलकर साइंस कॉलेज परिसर में
किया जा रहा है , कैडेट्स को यातायात नियमों के प्रति
जागरूक करने के उद्देश्य से एनसीसी अधिकारियों द्वारा सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा
कार्यशाला का आयोजन किया गया । जिसमें यातायात सिपाही सुमन्त सिंह ने एनसीसी
कैडेट्स को कहा कि आप देश का भविष्य है और अपने माता पिता का सहारा है यदि एक छोटी
सी चूक की वजह से आप अपनी जान से हाथ धो बैठते है , तो
देश को तो हानि होगी ही साथ ही आपके माता पिता का जीवन अत्यंत दुखदाई हो जाता है ।
सोचिए उन परिवारों पर क्या बीतती होगी जिन्होंने अपने बच्चों को असमय और अप्रिय
सड़क दुर्घटनाओं में खो दिया । अपनो के जाने का गम जिंदगी भर रहता है । आज का युवा
आधुनिकता की दौड़ में और दूसरों से आगे निकलने की होड़ में ये भी भूल जाता है कि
उसका अपना कोई घर पर इंतजार कर रहा है । सड़क दुर्घटना में गम्भीर चोट की वजह से
भारत देश मे हर साल लाखों युवाओ के सपने चूर हो जाते है और मानसिक तनाव का शिकार
बन जाते । समय रहते हम सड़क सुरक्षा संसाधनों के महत्व को समझ जाएं तो खुद का और
दूसरों का जीवन बचाया जा सकता है ।
सिपाही
सुमन्त सिंह ने पंक्तियों के माध्यम से जागरूकता सन्देश दिया कि -
·
सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा का सन्देश जन
जन तक पहुचाना होगा और यातायात नियमो को जिम्मेदारी से अपनाना होगा।
·
वक्त से पहले घर से निकलने की आदत को
हमारे दैनिक जीवन में जोड़ना होगा और सड़क पर आकर समय की बचत करने की आदत छोड़ना
होगा ।
·
जब हम सड़कों पर चलें तब हमें अनुशासन
दिखाना होगा व खुद की सुरक्षा वह दूसरों की सुरक्षा का ध्यान में रखते हुए वाहन
चलाना होगा ।
·
दुर्घटनाग्रस्त की मदद के लिए आगे आना
होगा और गोल्डन आवर्स में उसे अस्पताल पहुचाना होगा।
युवा
कैडेट्स को सिपाही सुमन्त सिंह ने हेलमेट व सीट बेल्ट दुर्घटना के दौरान कैसे काम
करता है ? और कैसे जीवन बचाता है ? जानकारी
को प्रैक्टिकल के माध्यम से बताया । इस अवसर पर
एनसीसी अधिकारियों द्वारा सुमंत सिंह को केडेट्स को सकारात्मक ऊर्जा व सड़क
सुरक्षा सन्देश देने के लिए सम्मानित किया गया । यातायात पुलिस की तरफ से यातायात
मार्गदर्शिका किताब व सड़क सुरक्षा संदेश पंपलेट का भी वितरण किया गया ।
इस
मौके पर लेफ्टिनेंट निर्मल मेड़तवाल , लेफ्टिनेंट
द्रोण मिश्रा , राजेंद्र चौधरी , रिसालदार
पीतम सिंह , पी आई स्टाफ एस डी एम सुरेंदर सिंह , मधु
एन , अंग्रेज सिंह , हवलदार
सन्दीप , क्वार्टर मास्टर सूर्यभान मौजूद रहे ।
लोगों
में यातायात नियमों के प्रति जागरूकता व सड़क सुरक्षा हेतु वरिष्ठ अधिकारियों के
निर्देशन में यातायात पुलिस का जागरूकता अभियान आगे भी जारी रहेगा । ताकि प्रत्येक
वर्ष सड़क हादसों में हो रही जनहानि को कम किया जा सके ।
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